Symbol of family protection by a general agent

प्रस्तावना / Introduction –

भारत में इन्शुरन्स क्षेत्र में भविष्य में बहुत ज्यादा विकास की आशा है क्यूंकि इन्शुरन्स क्षेत्र कई सारे इन्शुरन्स प्लान हमें देखने को मिलते है जिससे हम हमारे जीवन के लिए कोई भी योजना को सुरक्षित कर सकते है। इससे पहले हमने विस्तृत रूप से इन्शुरन्स के बारे में आर्टिकल लिखा हे, इसलिए इस आर्टिकल के माध्यम से हम केवल लाइफ इन्शुरन्स के बारे में जानने की कोशिश करेंगे। इसमें लाइफ इन्शुरन्स क्या है और इसमें हमें अलग अलग इन्शुरन्स प्लान तथा कम्पनिया कैसी चुननी चाहिए यह हम देखेंगे।

अमरीका और यूरोप में इन्शुरन्स क्षेत्र पिछले शताब्दी से काफी बढ़ा है और इसमें प्रोफेशन करने वाले लोगो ने खुद काफी पैसा कमाया है। ऐसा नहीं हे की इसके बेनिफिट्स लोगो को नहीं मिलते है मगर सरकारी नियंत्रण में LIC जैसे इन्शुरन्स कंपनीने खुद को काफी बढ़ाया है। इसलिए हम यहाँ निजी कंपनियों के इन्शुरन्स प्लान कैसे तुलनात्मक रूप से देखने चाहिए इसपर चर्चा करेंगे। इन्शुरन्स क्षेत्र की सफलता उस देश के लोगो की खरीद क्षमता पर निर्भर होती हे इसलिए अभी इसे भारत में काफी बढ़ाना होगा और वह कब होगा यह देखेंगे।

लाइफ इन्शुरन्स में टर्म इन्शुरन्स तथा एंडोमेंट प्लान जैसी मुख्य इन्शुरन्स को विश्लेषणात्मक रूप से देखने की कोशिश हम करेंगे। इस आर्टिकल के माध्यम से हम इन्शुरन्स प्लान हमें कैसे चुनना हे इसकी जानकारी देने की कोशिश हम इस आर्टिकल के माध्यम से करेंगे। कानूनी रूप से हमें इन्शुरन्स प्लान को कैसे सावधानी से परखना होगा तथा इसपर सरकार कैसे नियंत्रण रखता है यह देखनी की कोशिश हम करेंगे।

जीवन बिमा क्या है ? / What is Life Insurance –

जिस इन्शुरन्स पॉलिसी में परिवार के जितने लोग कमाने वाले व्यक्ति पर निर्भर होते है , ऐसे लोग अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित करने के लिए जीवन बिमा लेते है। जो निजी कंपनियों का तथा लाइफ इन्शुरन्स कंपनी जैसे सरकारी कंपनी का होता है। ऐसे इन्शुरन्स के बेनिफिट परिवार के निर्भर लोगो को दिया जाता है और उसके बदले इन्शुरन्स कंपनी को समय के अनुसार इन्सटॉलमेंट में अथवा एक समय के पैसे भरे जाते है। इसमें दो प्रकार के लाइफ इन्शुरन्स होते हे एक केवल जीवन सुरक्षा के लिए और दूसरा जीवित रहते हुए बेनिफिट हासिल करने के लिए।

सबसे अधिक प्रसिद्द जीवन बिमा में टर्म इन्शुरन्स यह मार्किट में काफी जाना पहचाना इन्शुरन्स प्लान हे क्यूंकि इसमें केवल जीवन को सुरक्षित किया जाता हे। जिससे इसका इन्सटॉलमेंट काफी सुलभ और आर्थिक रूप से फायदेमंद होता है। पारम्परिक तौर पर १९९० से पहले भारत में LIC यह सबसे भरोसेमंद सरकारी इन्शुरन्स कंपनी मानी जाती थी। जिसके लिए खुद सरकार ने कानून बनाकर लोगो के नुकसान की ग्यारंटी खुदपर रखी थी जिससे इस कंपनी विश्वसनीयता लोगो में कई दिनों तक देखने है।

१९९० के बाद इन्शुरन्स क्षेत्र में सरकार द्वारा कानून बनाकर निजी इन्शुरन्स कंपनियों को मार्किट में उतरा गया जिससे लोगो को ज्यादा बेनिफिट मिलने लगे। LIC के प्लान काफी महंगे लगाने लगे और निजी कंपनियों के प्लान लोग लेने लगे, मगर इसमें सही इन्शुरन्स कम्पनिया चुनना काफी महत्वपूर्ण होता है। इन्शुरन्स कंपनी के नियमावली को समझना यह काफी जरुरी होता हे क्यूंकि ऐसे कंपनियों का उद्देश्य प्रॉफिट कमाना होता हे इसलिए लोगो की इन्शुरन्स पॉलिसी कानूनी उलझनों में फसती रहती है।

टर्म जीवन बिमा प्लान क्या है ?/ What is Term Insurance Plan –

टर्म इन्शुरन्स यह लाइफ इन्शुरन्स का साधारण और सरल प्रकार हे जिसके माध्यम से कम कीमत पर हम अपने परिवार की सुरक्षा निर्धारित कर सकते है। टर्म इन्शुरन्स यह अधिक सुरक्षा रकम के साथ इन्शुरन्स के माध्यम से जिस व्यक्ति को सुरक्षित किया जाता हे उसके मृत्यु के पश्चात् उसके परिवार को अच्छी रकम इन्शुरन्स कंपनी द्वारा दी जाती है। इसके बेनिफिट्स यह केवल किसी व्यक्ति के सुरक्षा के बदले परिवार को मिलने वाली रकम होती है, जो समय निर्धारित करके मृत्यु पश्चात् मिलती है ।

टर्म इन्शुरन्स में समय सिमा पूरी होने के बाद अगर उस व्यक्ति को कुछ नहीं हुवा हे और समय सिमा ख़त्म हुई हे तो कोई रकम नहीं मिलती है। फिर भी मार्किट में टर्म इन्शुरन्स सबसे ज्यादा प्रसिद्द क्यों है ? यह हमें जानना होगा। एंडोमेंट लाइफ इन्शुरन्स के लिए जो सालाना रकम हमें भरनी होती हे वह टर्म इन्शुरन्स से वही सुरक्षित राशि के लिए पांच गुना ज्यादा होती हे इसलिए वह इन्शुरन्स प्लान टर्म इन्शुरन्स के मुकाबले काफी महंगा होता है।

महंगाई यह महत्वपूर्ण फैक्टर लाइफ इन्शुरन्स पॉलिसी लेते समय ध्यान में रखना काफी जरुरी होता हे जिसमे टर्म इन्शुरन्स की सालाना सकाम यह पहले से तय और फिक्स होती है वही दूसरे लाइफ इन्शुरन्स प्लान की रकम यह उम्र के साथ साथ बढाती रहती है। इसलिए टर्म इन्शुरन्स यह देखने को काफी नुकसान का सौदा दिखता हे मगर इसका विश्लेषण करे तो यह काफी फायदे का इन्वेस्टमेंट होता है। टर्म इन्शुरन्स की सुरक्षित रकम यह साधारण सालाना रकम के साथ हम अपने परिवार की आर्थिक सुरक्षा निर्धारित कर सकते है।

जीवन बिमा और हेल्थ इन्शुरन्स / Life Insurance & Health Insurance –

वैसे तो हमारे अन्य इन्शुरन्स पर लिखे आर्टिकल पर हमने इन्शुरन्स के अलग अलग प्रकार क्या हे यह बताने की कोशिश की है। इसलिए आज हम लाइफ इन्शुरन्स पर विस्तृत रूप से लिखने की कोशिश कर रहे है। जब इन्शुरन्स प्लान यह १९९० से पहले केवल सरकारी कंपनी LIC के माध्यम से देखने को मिलते थे तब उसके फायदे बहुत ही सिमित रहे है। १९९० के बाद जब निजी कंपनी इन्शुरन्स क्षेत्र हुई थी तब बहुत ही आकर्षक प्लान लाए गए मगर फिर भी उसके सेटलमेंट के प्रतिशत में बहुत ही कमी रही है।

इसलिए हम लाइफ इन्शुरन्स के माध्यम से मुख्य रूप से दो प्रकार के इन्शुरन्स प्लान देखते हे जिसमे टर्म इन्शुरन्स प्लान तथा एंडोमेंट प्लान के माध्यम से देखने को मिलते है। टर्म इन्शुरन्स में यह केवल निर्धारित समय में व्यक्ति के परिवार को आर्थिक रूप से सुरक्षित किया जाता है जिसमे उस व्यक्ति की मृत्यु होने पर यह रकम मिलती है। एंडोमेंट इन्शुरन्स में यह मूल रूप से आर्थिक सुरक्षा का उद्देश्य तो होता ही हे मगर इसके साथ साथ समय सिमा पूरी होने पर एक रकम के तौर पर यह इन्शुरन्स प्लान रकम देता है।

जिसमे उस इंसान की मृत्यु होना जरुरी नहीं है , मगर एंडोमेंट इन्शुरन्स प्लान में सालाना भरी जानी वाली रकम यह टर्म इन्शुरन्स से पांच गुना ज्यादा भरनी पड़ती है। हेल्थ इन्शुरन्स यह लाइफ इन्शुरन्स से अलग इन्शुरन्स प्लान होता हे जो केवल स्वास्थ्य को सामने रखकर इन्शुरन्स प्लान बनाया गया है। इसमें टर्म इन्शुरन्स प्लान तथा एंडोमेंट इन्शुरन्स प्लान जैसी बाकि सुविधाए नहीं होती है। हेल्थ इन्शुरन्स यह मुख्यतः स्वास्थ्य से सम्बंधित स्पेशल इन्शुरन्स प्लान होता है जिसमे इन्शुरन्स के समय में होने वाली स्वस्थ से समबन्धित समस्याओ के लिए यह इन्शुरन्स लिया जाता है।

टर्म इन्शुरन्स और एंडोमेंट इन्शुरन्स / Term Insurance & Endowment Insurance –

  • उद्देश्य – टर्म इन्शुरन्स पॉलिसी लेने का उद्देश्य यह केवल जीवन की आर्थिक सुरक्षा के लिए सालाना रकम भरनी होती है। एंडोमेंट इन्शुरन्स पॉलिसी यह जीवन की सुरक्षा के साथ साथ पैसे की बचत यह दूसरा उद्देश्य होता है।
  • कवरेज – टर्म इन्शुरन्स से जीवन सुरक्षा यह निर्धारित समय सीमातक सुरक्षित होती है वही एंडोमेंट इन्शुरन्स में जीवन सुरक्षा के साथ साथ संपत्ति निर्माण करने के लिए इन्शुरन्स कवर होता है।
  • प्रीमियम चार्जेज – टर्म इन्शुरन्स में भरी जनि वाली रकम यह इन्शुरन्स पूर्ति की रकम से काफी कम होती हे वही एंडोमेंट इन्शुरन्स में भरी जनि वाली रकम यह टर्म इन्शुरन्स से काफी ज्यादा होती है।
  • म्यचोरिटी बेनिफिट्स – टर्म इन्शुरन्स में जीवन की सुरक्षा यह केवल उद्देश्य होता हे जिसके समय के ख़त्म होने के बाद यह पॉलिसी ख़त्म होती है वही एंडोमेंट इन्शुरन्स में इंसान के जीवित रहते हुए उसे समय सिमा ख़त्म होने के बाद निर्धारित राशि मिलती है।
  • भुगतान पद्धती – टर्म इन्शुरन्स में भरी जाने वाली प्रीमियम रकम यह एक बार में अथवा निर्धारित समय सिमा से होती है और इन्शुरन्स समय सिमा ख़त्म होने पर कोई रकम नहीं मिलती है वही एंडोमेंट इन्शुरन्स में भरी जानेवाली रकम यह एक समय पर निर्धारित होती है।
  • बेनिफिट्स – टर्म इन्शुरन्स में अतिरिक्त बेनिफिट्स लेने के लिए ज्यादा प्रीमियम भरना पड़ता है जिसमे दुर्घटना , दुर्घटना से होने वाली शारीरिक विकलांगता तथा नाजुक और गंभीर बीमारिया होती है वही एंडोमेंट इन्शुरन्स में भी अतिरिक्त प्रीमियम रकम भरनी पड़ती हे और अतिरिक्त बेनिफिट्स मिलते है।
  • विथड्रावल पर्याय – दोनों इन्शुरन्स प्लान में पैसे निकलने की कोई प्रावधान नहीं होते, हे इसलिए एक बार इन्शुरन्स पॉलिसी शुरू करने के बाद उसके समय ख़त्म होने तक वह लागु रहती है, अथवा लेप्स हो जाती है जिसका क्लेम नहीं मिलता है ।
  • टॅक्स बेनिफिट्स – डेढ़ लाख तक के सालाना प्रीमियम के लिए इनकम टॅक्स अधिनियम के धारा 80-C के अंतर्गत बेनिफिट मिलता है।
  • धारा 10 -D के तहत टर्म इन्सुएन्स में सेटलमेंट की रकम पर यह बेनिफिट मिलता हे वही एंडोमेंट इन्शुरन्स में इन्शुरन्स समय पूरा होने के बाद मिलाने वाली रकम इनकम टॅक्स से छूट के रूप में मिल जाती है।

जीवन बिमा पॉलिसी प्लान को कैसे चुने / How to Choose Best Life Insurance Plan –

  • अपने लाइफ इन्शुरन्स पॉलिसी निकालनेके उद्देश्य को निर्धारित करे।
  • मार्किट में जितने भी लाइफ इन्शुरन्स प्लान उपलब्ध हे उसका तुलनात्मक विश्लेषण करे जो आपके लिए सुलभ है।
  • आपके आर्थिक क्षमता के आधारपर कौनसा प्लान सही रहेगा यह तय करे जिससे आपके आर्थिक बजट में वह रकम निर्धारित हो सके।
  • परिवार में जो सदस्य आप पर निर्भर हे वही लोगो को लाइफ इन्शुरन्स में शामिल करे जिससे आपके जीवन बिमा की रकम कम से कम निर्धारित हो सके और परिवार के जो लोग आप पर निर्भर नहीं हे उनको इन्शुरन्स पॉलिसी में शामिल करने की कोई जरुरत नहीं है।
  • किसी भी कंपनी की पॉलिसी को निर्धारित करते समय उस कंपनी का पॉलिसी पेमेंट का इतिहास कैसा हे यह जरूर देखे जिससे भविष्य में कोई समस्या निर्माण हो जाए।
  • लाइफ इन्शुरन्स पॉलिसी उम्र के जितने जल्दी निकाल सके उतना बेनिफिट परिवार को मिलता हे इसलिए यह निर्धारित करके पॉलिसी निकाले।
  • लाइफ इन्शुरन्स पॉलिसी निकालते समय कोई बीमारी को छुपाए नहीं जिससे भविष्य में आपके परिवार को पॉलिसी बेनिफिट निर्माण हो क्यूंकि सभी लाइफ इन्शुरन्स कम्पनिया कानूनी तौर पर तथा जाँच में काफी पैसा खर्च करती है।
  • वैसे तो सरकार द्वारा लोगो के सुरक्षा के लिए कानून निर्धारित किए गए है मगर फिर भी किसी भी पॉलिसी को निकालते समय उसके नियम जरूर पढ़े और समझे।
  • समय समय पर अपने जीवन बिमा उद्देश्य को विश्लेषण करे जिससे कोई बदलाव करने हे यह सुनिश्चित किया जाए।
  • इन्शुरन्स प्लान लेने से पहले अगर कभी कोई मेडिकल चेकउप नहीं किया हो तो अपना पूरा मेडिकल चेकउप जरूर करे जिससे कोई बीमारी भविष्य में होती हे इससे इन्शुरन्स क्लेम के लिए समस्या हो सकती है।
  • अगले ३० -४० सालो के महंगाई दर को ध्यान में रखकर एंडोवमेंट इन्शुरन्स प्लान निकाले जो आपको भविष्य में उस का मूल्य अच्छा मिले।
  • किसी एजेंट से लाइफ इन्शुरन्स लेने की बजाय ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से लिया गया इन्शुरन्स प्लान सस्ता होता है।

जीवन बिमा पॉलिसी की विशेषताए / Features of Life Insurance Plan –

  • इन्शुरन्स में मुख्य रूप से दो प्रकार होते हे जिसमे एक जीवन बिमा होता हे और दूसरा गैर जीवन बिमा होता है।
  • जीवन बिमा में मुख्य रूप से दो प्रकार होते है जिसमे टर्म इन्शुरन्स और एंडोमेंट प्लान इन्शुरन्स यह होते है।
  • टर्म प्लान इन्शुरन्स प्लान में मिलने वाला इन्स्टालमेन्ट एंडोमेंट प्लान से काफी कम होता हे और वह केवल आपके जीवन को सुरक्षित करता है।
  • एंडोमेंट प्लान इन्शुरन्स यह आपके जीवित रहते हुए एक राशि आपको आखिर में मिलती हे तथा इसका इंस्टॉलमेंट टर्म इन्शुरन्स से पांच गुना ज्यादा होता है।
  • लाइफ इन्शुरन्स में हार्ट अटैक और कैंसर जैसी बीमारियों के लिए हमें अतिरिक्त पैसा भरना पड़ता है।
  • एंडोमेंट प्लान यह मुख्य रूप से सेविंग के उद्देश्य से किया जाता हे इसलिए इसमें महंगाई को ध्यान में रखते हुए हमें राशि तय करनी होती है।
  • इन्शुरन्स कंपनी की सफलता यह उसकी सेटलमेंट अनुपात के हिसाब से देखा जाता हे तथा वास्तविकता में कितनी रकम मिलती है यह महत्वपूर्ण होता है।
  • लाइफ इन्शुरन्स क्षेत्र में LIC जैसी सरकारी इन्शुरन्स कंपनी के साथ साथ निजी क्षेत्र की कम्पनिया भारत की मार्किट में देखने को मिलती है।
  • निजी क्षेत्र की कम्पनिया यह प्रॉफिट इस उद्देश्य से मार्किट में होती हे इसलिए ग्राहकों का कानूनी अज्ञानता के कारन शोषण होता हे इसलिए सरकार इसमें कानून बनाकर ग्राहकों को सुरक्षा देता है।
  • लाइफ इन्शुरन्स हम अपने उम्र के जितना देरी से लेते हे उतना वह महंगा होता हे क्यूंकि उम्र के साथ साथ हमारी बीमारिया बढ़ती है।
  • अगर इन्शुरन्स के दरम्यान कोई शारीरिक विकलांगता हो जाती हे इसके लिए इसमें इन्सटॉलमेंट कंपनी द्वारा आगे के भरे जाते है।
  • इन्शुरन्स निकालते समय किसी बीमारी को छुपाना यह क्लेम के लिए समस्या निर्माण करता हे इसलिए सही जानकारी इन्शुरन्स निकालते समय देना जरुरी होता है।

जीवन बिमा का आलोचनात्मक विश्लेषण / Critical Analysis of Life Insurance –

इन्शुरन्स यह भविष्य में होने वाली संकट पर भरपाई और सुरक्षा के बदले पैसे लेने का एक व्यवसाय हे जिसको इन्शुरन्स कहा जाता हे और यह पहली बार व्यापार के सम्बन्ध में पहली इंग्लैंड में देखने को मिला। इसलिए यह एक प्रॉफिट कमाने वाली एक क्षेत्र है , इससे लोगो से किस तरह पैसे निकाले जा सकते हे यह बिजनेसमैन हमेशा सोचता हे इस संकल्पना से इसका निर्माण हुवा है। यह संकल्पना कितनी सही हे या गलत हे इसपर कई सारे विवाद हे मगर मार्किट में यह प्रोडक्ट बहुत तेजी से चल रहा है।

आज के कैपिटलिस्ट मार्किट में सरकार आपके जीवन की सुरक्षा करने की बजाय हमें खुद हमारी सुरक्षा परिवार के लिए करनी होती है। ऐसा नहीं हे की इसके लिए सरकारी योजनाए नहीं हे मगर भारत में लोगो को बैंक अकाउंट खोलना और उसे चालू रखना यह बहुत मुश्किल कार्य है। इसलिए १२ रूपए वाली सरकारी इन्शुरन्स योजना विफल हुई है। न्यूनतम राशि हर बैंक धारक को रखनी होती हे जिसमे कई सारे लोग विफल रहे हे जिससे सरकारी की योजना विफल रही है।

भारत में मूलभुत जरूरतों को पूरा करने के बाद बहुत कम लोगो के पास किसी इन्शुरन्स पॉलिसी अथवा अन्य सेविंग के बचता है। साधारण इनकम करने वाले पढ़े लिखे लोगो का आर्थिक बजट भी काफी मुश्किल से चलता हे इसलिए भारत में अभी भी इन्शुरन्स योजनांए उतनी सफल नहीं हुई हे जीतनी वह अमरीका और यूरोप जैसे देशो में देखने को मिलती है। जो इन्शुरन्स क्लेम सेटलमेंट के लिए आते हे उसमे इन्शुरन्स कम्पनिया अपने कानूनी एक्सपर्ट की मदत से ग्राहकों को नुकसान पहुंचाने में सफल होती है।

निष्कर्ष / Conclusion –

इसतरह हमने लाइफ इन्शुरन्स के बारे जानकारी आपके लिए उपलब्ध करने इस आर्टिकल के माध्यम से की है, हमारी जिंदगी के आर्थिक नियोजन के लिए यह कितना जरुरी हे यह हमें हमारी आर्थिक क्षमता तथा उद्देश्य को देखते हुए तय करना है। इसमें हम ऐसा भी कह सकते हे की अगर हम किसी बिज़नेस अथवा नौकरी में आर्थिक रूप से सफल होते हे तो हमारा परिवार उतना आर्थिक सुरक्षित होता है। ज्यादातर लोगो की आय कितनी नहीं होती हे की वह अपने परिवार को केवल अपने प्रोफेशन के दम पर आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर सके इसलिए इन्शुरन्स यह संकल्पना हमें महत्वपूर्ण लगती है।

डिजिटल युग में अच्छी इन्शुरन्स पॉलिसी यह ऑनलाइन खरीद न किसी एजेंट से खरीद ने सही फैसला होगा इसलिए अगर कोई एजेंट ऑनलाइन के नुकसान बताता हे तो वह भ्रमित कर रहा हे ऐसा समझना चाहिए। कानूनी रूप से देखे तो यह कॉन्ट्रैक्ट होता है जिसको इन्शुरन्स कंपनी को भविष्य में पूरा करना होता है इसलिए हमें इसके नियमावली तथा कंपनी की विश्वसनीयता को देखना जरूरी होता है। इसके लिए क्या सावधानिया बरतनी चाहिए यह हमने बताया है, निजीकरण के माध्यम से हमें कई सारी इन्शुरन्स कम्पनिया मार्किट में दिखती हे जो अच्छे प्लान के साथ मार्किट है ।

लाइफ इन्शुरन्स पॉलिसी यह हमें क्या फायदे देती हे तथा इसे कैसे लेना हे इसपर हमने विस्तृत रूप से बताने की कोशिश इस आर्टिकल के माध्यम से की है। लाइफ इन्शुरन्स प्लान में मुख्य रूप से कितने प्रकार होते हे यह भी हमने देखा हे और इसका हमने तुलनात्मक विश्लेषण करने की कोशिश की हे जिससे आपको इन्शुरन्स पॉलिसी लेने के लिए स्पष्ट ता हो। सरकार की बात करे तो पहले इन्शुरन्स पॉलिसी के लिए लोगो में विश्वास नहीं था मगर जब सरकार ने कानून बनाकर लोगो को अपने पूंजी की सुरक्षितता पर विश्वास दिलाया तब यह लोगो में प्रचलित हुई थी।

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