प्रस्तावना / Introduction –

युवाओ में क्रिप्टो करंसी के बारे में खास रूचि देखने को मिलती हे और भारत में बिटकॉइन जैसे क्रिप्टो करंसी काफी प्रसिद्द हुई हे और लगबघ दस करोड़ निवेशक भारत में पाए जाते हे जो संख्या के दृष्टी से देखे तो दुनिया में सबसे बड़ा अकड़ा है। भारत में क्रिप्टो करंसी में इतनी रूचि बढ़ने का कारन इस्पे मिलाने वाला रिटर्न जो लोगो को आकर्षित कर रहा है।

हमारा यह विषय लिखने के लिए लेने के कारन हम किसी भी विषय को राजनितिक , आर्थिक तथा मनोविज्ञान के दृष्टी से संशोधन करके कोई भी विषय आप के सामने पेश करने की कोशिश करते है। इसके विषय में आपको गूगल पर हजारो आर्टिकल मिलेंगे मगर सभी दृष्टिकोण से किसी विषय की जानकारी आप को सिर्फ हमारे ब्लॉग पर मिलेगी यह हमें लगता है।

बहुत सारे लोगो को इसकी विस्तृत तरीके से सामान्य भाषा में जानकारी देना यही हमारा काम हे इसलिए यहाँ हम क्रिप्टो करंसी के सभी पहलू पर आप को जानकारी देने की कोशिश करेंगे जिससे इसके बारे में जो भी ज्ञान आपको चाहिए वह हम देने की कोशिश करेंगे।

क्रिप्टोकरंसी क्या है ? What is Cryptocurrency –

क्रिप्टोकरंसी यह शब्द मूल रूप से दो शब्दों से बना हे जिसमे एक शब्द हे “क्रिप्टो” जो लेटिन शब्द हे जिसका अर्थ हे छुपा हुवा व गुप्त जो मूल शब्द क्रिप्टोग्राफी से बना है और करंसी का अर्थ हे चलन जो हम पैसे के लिए इस्तेमाल करते है। क्रिप्टो करंसी यह एक जिसे डिजिटल मनी कहे तो हमें तुरंत समझमे आता है मगर हम जो डिजिटल मनी सामान्यतः इस्तेमाल करते हे इसपर हमारे सरकार तथा रिज़र्व बैंक का नियंत्रण होता हे मगर इस क्रिप्टो करंसी पर किसी का नियंत्रण नहीं होता।

एडम स्मिथ ने अपनी किताब वेल्थ ऑफ़ नेशन में एक सिद्धांत लोगो में सामने रखा था डिमांड और सप्लाई यह अर्थव्यवस्था के अदृश्य हाथ होते हे जिससे अर्थव्यवस्था चलती है इसी सिद्धांत से अगर हम क्रिप्टो करंसी को देखे तो यह कॅपिटलिस्ट व्यवस्था का चलन का नया रूप माना जा सकता हे जो किसी भी सोवेरियन राज्य को अधीन नहीं होगा वह केवल डिमांड और सप्लाई पर चलेगा।

क्रिप्टो करंसी के मार्किट में प्रकार / Types of Cryptocurrency in Market –

वैसे तो पूरी दुनिया में १८०० क्रिप्टो करंसी प्लेटफार्म के जरिये काम किया जाता है। दुनिया में जितने शेयर बाजार नहीं हे उतने क्रिप्टो करंसी चलाने वाली संस्थाए आज की तारीख में उपलब्ध है इससे आप क्रिप्टो करंसी के लोगो में कितना आकर्षण हे यह समझमे आता है।

इसलिए यहाँ हम मुख्य रूप से जो ज्यादा प्रचलित क्रिप्टो करंसी आज मार्किट में चल रही हे उसके बारे में यहाँ बताएगे।

  • BITCOIN / बिटकॉइन
  • ETH / एथेरियम
  • DOGECOIN / डॉज कॉइन
  • FAIR COIN / फेयर कॉइन
  • LTC / लिट् कॉइन
  • DASH COIN /डैश कॉइन
  • PPC / पीर कॉइन
  • XRP / रिपल कॉइन

भारत और क्रिप्टो करंसी / Cryptocurrency in India –

भारत की बात करे तो पूरी दुनिया में संख्या के हिसाब से सबसे ज्यादा निवेशक आपको देखने को मिलेंगे यह अकड़ा दस करोड़ के आसपास देखने को मिलता है और १६ क्रिप्टो एक्सचेंज है । प्रतिशत के हिसाब से देखे तो यह अकड़ा ७% देखने को मिलता हे और सबसे मजेदार बात यह हे की मेट्रो शहरों से ज्यादा उपनगरों में इसमें निवेश करने की संख्या ज्यादा देखने को मिलती है।

वैसे तो दुनिया की सभी देशो को इसकी चिंता सत्ता रही हे की यह करंसी हमारे देश की कानूनी करंसी को पर्याय न बने इसलिए भारत सरकार हाल ही में इसके विषय में संसद में एक बिल लाना चाहती है जिससे इसपर रेगुलेशन किया जाए क्यूंकि हमने १९९० में अपने उद्देश्य को बदलकर कॅपिटलिस्ट लोकतंत्र का स्वीकार किया हे इसकी वजह से इस करंसी को हम प्रतिबंधित नहीं कर सकते मगर रेगुलेट तो कर सकते है।

जैसे शेयर बाजार को रेगुलेट करने के लिए सेबी जैसी संस्था सरकार ने बनाई हुई हे ऐसी संस्था का निर्माण करके क्रिप्टो करंसी पर रेगुलेशन किया जा सकता है मगर सरकार की मुख्य समस्या यह करंसी से नियंत्रण हटा दिया तो सरकार को अर्थव्यवस्था चलाने के लिए मुद्रा निति पर कोई नियंत्रण नहीं रहेगा और वह आज जैसे जब चाहे तब अतिरिक्त पैसा बाजार में उतरती हे वैसा वह नहीं कर पाएगी।

क्रिप्टो करंसी और कॅपिटलिस्म / Cryptocurrency & Capitalism –

अमरीका के बिजनेसमैन तथा लेखक रोबर्ट केयोस्की ने एक किताब लिखी हे “Increase your Financial IQ” उसमे वह कहते हे की दुनिया की लगबघ सभी डेमोक्रेसी देश फिस्कल डेफिसिट में चल रहे हे और सभी देश यह ग्याप भरने के लिए टॅक्स बढ़ाते हे अथवा अतिरिक्त पैसा मार्किट में लाते है जिससे एक तो महंगाई बढती है तथा लोगो का पैसा बढ़ा हे ऐसा तो दिखता हे मगर वास्तविकता में उसकी आय दिनबदिन कम होती जाती हे जिससे दुनिया के सभी देश अर्थव्यवस्था के इस दृष्ट चक्र में फस गए है।

कॅपिटलिस्म के दूसरे चरण में अमरीका की १९७१ की मंदी के बाद अपनी फिलोसोफी को थोड़ा बदला और सोशल वेलफेयर को कम करने की रणनीति बनाई जिसके तहत आज हम देखते हे की दुनिया की कॅपिटलिस्म डेमोक्रेसी वाले सभी देश यह रणनीति अपना रहा है।

मगर दुनिया की हर देश की समस्या हे की वह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अपने नुकसान को भरने के लिए अतिरिक्त पैसा मार्किट में उतरता हे जिससे महंगाई बढ़ती है और अर्थव्यवस्था नेचुरल तरीके से नहीं बढ़ती इसलिए क्रिप्टो करंसी यह डिमांड और सप्लाई पर आधारित चलन है जो लोगो की आय को टॅक्स तथा महंगाई से बचाता हे, इसलिए वह लोगो में इतना प्रसिद्द हुवा है।

क्रिप्टो करंसी का भविष्य / Future of Cryptocurrency –

हमने इतिहास में देखा की बार्टर सिस्टम चलता था जिसकी कमियों को भरने के लिए सोने के तथा चांदी के सिक्के लाये गए और वर्ल्ड वार के बाद कागजी चलन के जरिये सभी व्यवहार चलते रहे मगर टेक्नोलॉजी के क्रांति के बाद इसका भी दौर बदला और आज हम डिजिटल मनी के माध्यम से अपने व्यवहार करने लगे।

मगर आज तक के इन सभी चलन पर राज्य का नियंत्रण रहता था, राज्य याने देश इसलिए किसी को कोई समस्या नहीं थी मगर यह क्रिप्टो करंसी पर किसी का नियंत्रण नहीं रहेगा जिससे हर देश की सार्वभौमत्व पर प्रश्नचिन्ह उपस्थित होने लगा हे इसलिए सभी देश इससे चिंतित है मगर कॅपिटलिस्ट सभी नियंत्रण से अपने आपको मुक्त रखना चाहते हे इसलिए यह करंसी होनी चाहिए या नहीं इसपर काफी विवाद निर्माण होने लगा है।

चीन जैसे देश ने इस करंसी को पाबन्दी लगाई हे मगर भारत यह पाबंदी लगाएगा ऐसा नहीं लगता क्यूंकि इससे कॅपिटलिस्ट लोगो को नाराज करना भारत सरकार के लिए उतना आसान नहीं होगा इसलिए वह इसपर ज्यादासे ज्यादा रेगुलेशन लगाने की कोशिश करेंगे ऐसा दिखता है।

अभी तो इसको केवल निवेश के रूप में इसको सहमती हो सकती हे मगर रुपये की जगह लेने के लिए इसे अभी वक्त नहीं आया हे ऐसा दिखता हे मगर ज्यादा से ज्यादा हम यह देखगे की भारत खुदका क्रिप्टो करंसी लाए तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा।

क्रिप्टो करंसी रेगुलेटरी बिल / Cryptocurrency & Regulation of official Digital Currency Bill 2021 –

क्रिप्टो करंसी में भारत में काफी लोग निवेश करते हे अभी सरकार के इस बिल की वजह से निवेशक डरे हुए हे और गलत गलत अफ़वाए हररोज सुनाने को मिलती हे मगर हम यहाँ एक बात स्पष्ट करना चाहते हे की अगर आपका निवेश सही हे तो आप पर कोई कानूनी करवाई नहीं होगी बस आप का निवेश सरकार की नियंत्रण में आएगा जो पहले नहीं था।

यह कानून क्रिप्टो करंसी चलाने वालो पर नकेल कस रही हे, निवेशक को डरने की जरुरत नहीं हे यह आप के सुरक्षितता के लिए हे क्यूंकि अभी अगर इस व्यवहार में कोई फ्रॉड होता हे तो आपके लिए कोई सुरक्षा नहीं हे इसलिए निवेशक निश्चिन्त रहे और यह बंद नहीं होने वाला ( सरकार ने इस कानून के नाम में किये बदलाव से यह स्पष्ट होता है ) अथवा आपका पैसा नहीं डूबनेवाला केवल सरकार के नियंत्रण में यह सब होगा जिससे सरकार इसपर टैक्स लगा सकती हे सेबी जैसी सस्था को खड़ा कर सकती है।

यह भविष्य की करंसी हे यह वास्तव हे मगर दुनियाभर में इसपर कुछ स्पष्टता नहीं हे की इसे बाजार में मुक्त रखा जाए मगर भविष्य में ऐसा हो तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा मगर इसपर सरकार किसी न किसी माध्यम से नियंत्रण रखेगी यह भी उतना ही सत्य हे क्यूंकि आज कोई भी देश अपनी सार्वभौमत्व को नहीं खोना चाहती और करंसी पर नियंत्रण खोना यह दुनिया की कोई भी सरकार आज तो नहीं चाहती, करंसी के लिए फ़िलहाल तो दुनिया की कोई भी सरकार इसको सहमति नहीं देने वाली भविष्य में क्या होता हे यह हम बस अनुमान कर सकते है।

क्रिप्टो करंसी के निवेश की वास्तविकता / Facts of Cryptocurrency –

  • क्रिप्टो करंसी जब से शुरू हुई हे तब से इसकी कोई ओनरशिप नहीं हे वह पूरी तरह से डिजिटल करंसी के तौर पर ब्लॉक चैन के माध्यम से चलाई जाती है।
  • यह निवेश का माध्यम हे या एक करंसी हे यह देखे तो फिलहाल यह निवेश का माध्यम माना जाता है।
  • क्रिप्टो करंसी का निवेश यह मार्किट के डिमांड और सप्लाई के नियम से चलता हे जिसकी वजह से आज तक देखे तो इसमें काफी उतर चढाव देखने को मिलता है।
  • जिन्होंने क्रिप्टो करंसी में निवेश किया हे उन्होंने इससे करोडो रुपये कमाए हे यही लोगो को आकर्षित करने का कारन बना है।
  • यह एक वर्चुअल मनी हे जिसे हम डिजिटल मनी कहते हे जो बहुत ही सुरक्षित टेक्नोलॉजी के माध्यम से काफी गुप्त तरीके से चलाया जाता है।
  • क्रिप्टो करंसी पर विवाद का कारन हे की यह करंसी के तौर पर चलाने में दुनिया भर के सभी देशो को इसपर आपत्ति है।
  • एक्सपर्ट लोगो का मानना हे की क्रिप्टो करंसी का दुरूपयोग आतकवाद जैसी गैरकानूनी गतिविधि के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • भारत में क्रिप्टो करंसी में निवेश करने वाले लोगो की संख्या दस करोड़ हे जबकि अगर इसमें धोखाधड़ी होने पर कोई रेगुलेटरी नहीं है।
  • क्रिप्टो करंसी में निवेश करना दूसरे निवेश से काफी जोखिम भरा हे फिर भी इसमें निवेश काफी लोगो को आकर्षित कर रहा हे इसका कारन हे इससे मिलने वाला मुनाफा है।
  • शेयर बाजार से ज्यादा क्रिप्टो करंसी के एक्सचेंज भारत में पाए जाते है जिसका अकड़ा १६ के आसपास देखने को मिलता है।
  • एलोन मस्क के एक ट्वीट से क्रिप्टो करंसी मार्किट ४०% गिर जाता हे या बढ़ता है इतना यह तेजी से बदलता हे इसलिए इसमें काफी रिस्क देखने को मिलती है।
  • भारत में क्रिप्टो करंसी में निवेश करने वालो की औसतम उम्र २४ साल हे जिससे यह देखने को मिलता हे की युवा वर्ग इसमें ज्यादा आकर्षित हो रहा है।
  • साइबर क्राइम की बात करे तो भारत क्रिप्टोकरेंसी के समस्याओ के लिए बिलकुल तैयार नहीं है।

क्रिप्टो करंसी निवेश हे या करंसी / Cryptocurrency is Investment or Currency –

क्रिप्टो करंसी का सबसे विवादित होने का कारन हे की यह आज निवेश के तौर पर चलाया जाता हे मगर यह भविष्य में दुनिया के सभी देशो के करंसी को रिप्लेस करेगी ऐसा कहा जाता हे इसलिए सभी देश इससे चिंतित है। जिस करंसी का कोई जवाबदेही नहीं हे और जो बाजार के उतर चढाव पर नियंत्रित होगा इसपर कैसे विश्वास रखे यह सवाल खड़े हो रहे है।

इसलिए कॅपिटलिस्ट तो यह करंसी लाना चाहते हे मगर सामने नहीं आते और दुनिया का कोई देश अपनी सार्वभौमत्व को छोड़ना नहीं चाहता मगर अर्थव्यवस्था में जो खामिया हे उसका जवाब दुनिया के किसी भी कॅपिटलिस्ट डेमोक्रेसी के पास नहीं हे जिससे महंगाई और बढ़ता हुवा टॅक्स का बोझ यह समस्या से कैसे निकले यह समस्या है।

इसलिए भारत इसके लिए रेगुलेटरी लाना चाहती हे और खुद की क्रिप्टो करंसी ला सकती हे अथवा ऐसे कानून बनाए जाए की सरकार का नियंत्रण रह सके मगर चीन की तरह क्रिप्टो करंसी पर पाबन्दी आ सकती हे ऐसा नहीं दिखता मगर सरकार इसे निवेश का माध्यम के रूप में स्वीकार सकती हे मगर करंसी के रूप में नहीं।

क्रिप्टो करंसी कैसे चलती है ? / How Cryptocurrency works –

क्रिप्टो करंसी की लेन देन ब्लॉक चेन सॉफ्टवेयर के माध्यम की जाती हे जिसके लिए इन्क्रिप्टेड डिजिटल मुद्रा होती है जिसे विकेंद्रित पद्धती से चलाया जाता है। इसमें डिजिटल सिग्नेचर के माध्यम से हर व्यवहार किया जाता है जिसका रिकॉर्ड क्रिप्टोग्राफी के माध्यम से रखा जाता है।

इस व्यवहार को क्रिप्टो करंसी की भाषा में क्रिप्टो माइनिंग कहा जाता है क्यूंकि हर व्यवहार का डिजिटल माध्यम से रिकॉर्ड रखा जाता है। जिनके द्वारा यह माइनिंग की जाती हे इसे मायनर कहा जाता हे जिसे इस काम के बदले क्रिप्टो करंसी मिलती हे।

सामान्य भाषा में कहे तो क्रिप्टो करंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित एक वर्चुअल करंसी मानी जाती है, जो क्रिप्टोग्राफी तकनीक से सुरक्षित किया जाता है । क्रिप्टो करंसी में एक्सचेंज होता हे और खरीद ने वाला और बेचनेवाला ऐसा चेन डिजिटल तरीके से ऑनलाइन सभी व्यवहार किये जाते है।

बिटकॉइन करंसी क्या है ? / What is Bitcoin Currency –

जैसे की क्रिप्टो करंसी में कई तरह की कम्पनिया काम करती है वैसे ही बिटकॉइन यह एक क्रिप्टो करंसी कंपनी हे जो बिटकॉइन करंसी चलाती है जो पूरी तरह से क्रिप्टो करंसी नियम से चलाया जाता हे और भारत में इसका लगबघ ६०% प्रतिशत निवेशक हमें देखने को मिलते है।

बिटकॉइन दुनिया की सबसे महँगी क्रिप्टो करंसी मानी जाती हे वैसे तो हमने ऊपर दिए गए कई सारी कम्पनिया यह डिजिटल करंसी चलाती हे मगर भारत में तथा दुनिया में बिटकॉइन काफी पसंदीदा और सुरक्षित क्रिप्टोकरेंसी माना जाता है।

यह किसी भी सेंट्रल सरकार के नियंत्रण से नहीं चलता यह क्रिप्टोग्राफी डिजिटल पद्धति से चलता हे और इसकी जानकारी गुप्त और सुरक्षित रहती हे इसलिए यह भारत में तथा दुनिया भर में काफी प्रसिद्द है। इसकी विशेषतः यह हे की आज के तारीख में यह भारत में ३६.५० लाख रुपये में एक इतना महंगा बिक रहा हे मगर इसे आप दो तरह से कमा सकते है।

क्रिप्टोकरेन्सी और भारतीय बजट २०२२-२३ / Cryptocurrency & Union Budget २०२२ /२३ –

पिछले कई दिनों से चल रहा था की क्रिप्टो पर भारत में प्रतिबन्ध लगेगा मगर हमने पहले ही ऊपर कहा हे की जागतीकरण में कोई भी देश ऐसे आर्थिक निर्णय नहीं ले सकता जिससे पुरे दुनिया के आर्थिक व्यवहार पर परिणाम हो इसलिए क्रिप्टो पर प्रतिबन्ध नहीं लगेगा बल्कि उसपर रेगुलेशन लग सकते है।

हाल ही में जो यूनियन बजट पेश किया गया उसमे क्रिप्टो पर लॉटरी टिकट, बेटिंग जैसी गतिविधि के लिए सरकार जो टैक्स लगाती हे वही टैक्स क्रिप्टो पर सरकार ने लगाया है। इसमें यह प्रावधान रखा जाने वाला हे की हर एक क्रिप्टो वव्यावहार पर ३० % टैक्स लगाने का सरकार निर्णय ले चुकी है जिससे क्रिप्टो के भारत में होने वाले व्यावहार पर सरकार नजर रख सकेगी और सरकार के रिकॉर्ड में यह सब गतिविधिया रिकॉर्ड हो सकेगी।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह हे की टेस्ला जैसे बड़े कंपनी के संस्थापक एलोन मस्क द्वारा क्रिप्टो मुद्रा को व्यावहार के लिए इस्तेमाल करने में रूचि दिखाई है मगर यह इतना आसान मामला नहीं हे क्यूंकि यह हर एक देश का अस्तित्व का मामला हे जहा यह सरकारे अपना शासन चलाती है। भारत की बात करे तो आज तो इसे मुद्रा के रूप में स्वीकार करना काफी असंभव हे मगर भविष्य में यह मुद्रा का काम करे तो कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए।

निष्कर्ष /Conclusion –

इसतरह से हमने यहाँ जानने की कोशिश की -क्रिप्टो करंसी का भविष्य क्या होगा तथा क्या यह निवेश का माध्यम हे या यह करंसी है मगर फील हाल तो यह निवेश का माध्यम हे। क्रिप्टो करंसी लाने का मकसद यह महंगाई तथा टैक्स से अपने संपत्ति को बचाने के लिए किया हुवा एक मार्ग हमें दिखता हे जिसका विरोध दुनिया की सभी सार्वभौम देश करना चाहती है मगर खुलकर विरोध भी नहीं कर सकती जिससे पूंजीवादी नाराज हो जाये।

यहाँ हमने क्रिप्टो करंसी के बारे में सभी तरह से जानने की कोशिश की मगर बहुत सारे एक्सपर्ट का मानना हे की निजी क्षेत्र को करंसी सौपना काफी जोखिमभरा काम होगा जिसका दुरूपयोग आंतकवाद जैसे गतिविधियों के लिए किया जा सकता है।

मगर दूसरी तरफ दुनिया के हर देश अपने बजट के डेफिसिट को भरने के लिए जो अतिरिक्त पैसा मार्किट में लाते हे इससे महंगाई बढ़ती हे और अर्थव्यवस्था और संकट में फसती है इसलिए इसका कोई हल तो निकालना होगा नहीं तो हमें इसके काफी बुरे परिणाम देखने को मिल सकते हे।

इसलिए क्रिप्टो करंसी यह भविष्य की करंसी मानी जाती हे यह सत्य हमें स्वीकारना होगा मगर इसके लिए रेगुलेटरी होनी चाहिए जिससे लोगो को सुरक्षितता मिल सके यह भी देखना होगा।

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