प्रस्तावना / Introduction –

इस आर्टिकल के माध्यम से हम देखेंगे की US स्टॉक मार्किट कैसा हे और क्यों अमरीका दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश माना जाता है। अमरीका के दो महत्वपूर्ण हे जिसमें NYSE और NASDAQ इन दोनों का कॅपिटल मार्किट २५ ट्रिलियन और २० ट्रिलियन अमरीकी डॉलर हे जो दुनिया के सभी शेयर बाजार से काफी बड़ा है।

एप्पल जैसी एक कंपनी का मार्किट कैपिटल ३ ट्रिलियन अमरीकी डॉलर हे जो किसी भी देश की अर्थव्यवस्था से काफी बड़ा है। अगर हम सोचते हे की क्या हम अमरीकी स्टॉक मार्किट में पैसे कमा सकते है ? तो इसकी सुविधाए पहले से कभी विकसित हुई जो अतिरिक्त टैक्स हमें पहले देना पड़ता था वह अब न के बराबर हुवा हे इसलिए हम भारत में बैठकर अमरीका के शेयर बाजार में अपने पैसे इन्वेस्ट कर सकते है।

अमरीका की कंपनी में पैसा इन्वेस्ट करने से हमें कौनसे अतिरिक्त फायदे हो सकते हे यह हम जानने की कोशिश करेंगे। सुनाने को यह काफी आसान लगता हे मगर भारत में बैठकर अमरीका की कंपनियों का अध्ययन करना और पैसा इन्वेस्ट करना काफी मुश्किल और स्किलफुल काम हे इसके लिए काफी मेहनत जरुरी हे मगर यह मौका हमें आज हे की हम अमीरीकी स्टॉक मार्किट में इन्वेस्ट कर सकते है।

अमरीका का शेयर बाजार / US Share Market –

  • NYSE
  • NASDAQ
  • AMEX

9.30am to 4 . 00 pm i.e. 7 . 30 pm to 1 . 30 pm (इंडियन टाइम)
NYSE यह स्टॉक मार्किट दुनिया का सबसे बड़ा स्टॉक मार्किट हे जो मार्किट कैपिटल के हिसाब से देखे तो और दूसरा NASDAQ यह स्टॉक मार्किट हे इससे हम अंदाजा लगा सकते हे की दुनिया के शेयर बाजार पर अमरीका के स्टॉक मार्किट का कितना प्रभाव है। NYSE पर लिस्टेड कम्पनिया यह ज्यादातर अमरीका की टेक्नोलॉजी के व्यतिरिक्त सभी कम्पनिया यहाँ लिस्टेड हे जिसे ब्लू चिप कंपनी कहा जाता है।

NASDAQ पर हमें सभी टेक कम्पनिया लिस्टेड देखने को मिलती है, और एक खासियत अमरीकी शेयर बाजार की देखने को मिलती हे व यह की भारत में जो कम्पनिया NSE पर लिस्टेड हे वही BSE पर लिस्टेड हे मगर अमरीका में ऐसा नहीं है। जो कम्पनिया NASDAQ पर लिस्टेड हे वह NYSE पर लिस्टेड नहीं है जिसकी वजह से दोनों स्टॉक एक्सचेंज का मार्किट कॅपिटल अलग अलग है।

अमरीका की कम्पनिया ज्यादातर अपना व्यापार अंतर राष्ट्रिय स्थर पर करती हे इसलिए इसलिए हमें कई सारी अमरीकी कम्पनिया अमरीकन स्टॉक मार्किट में देखने को मिलते हे खासकर NYSE और NASDAQ पर मगर भारत में हमें सिर्फ भारत में रजिस्टर्ड कम्पनिया शेयर बाजार में देखने को मिलती है।

अमरीका के शेयर बाजार का इतिहास / History of America Stock Market –

वैसे तो दुनिया के बाकि देशो की तरह अमरीका की खोज काफी नयी हे मगर सबसे ज्यादा विकसित देश के रूप में आज इसे हम जानते है। अमरीका का पहला शेयर बाजार १७९० में फ़िलाडैल्फ़िया हमें देखने को मिलता है। NYSE यह स्टॉक मार्किट हमें १७९२ में स्थापना हुई जो अमरीका के मुख्य शहर न्युयोर्क शहर में है।

पारपरिक शेयर बाजार से लेकर आज के डिजिटल शेयर बाजार तक का यह सफर अमरीका के शेयर बाजार ने देखा हे और आज भी NYSE ने कुछ ट्रेडिंग पारम्परिक तरीके से रखी हे जो इतिहास की एक धरोहर के रूप में है। दुनिया का अमरीका यह पहला देश बना जिसने सभी देशो की कंपनियों को नैस्डेक के माध्यम से पैसा खड़ा करने का प्लेटफार्म दिया है।

दुनिया के किसे भी कोने में बैठकर हम डिजिटल टेक्नोलॉजी के माध्यम से अमरीका की शेयर बाजार में पैसा इन्वेस्ट कर सकते है। टेक्नोलॉजी क्षेत्र में अमरीका ने काफी विकास किया हे जिसका परिणाम गूगल एप्पल जैसी टेक कम्पनिया पूरी दुनिया भर में अपना प्रभाव रखे हुए हे और इसके कारन अमरीका का शेयर बाजार लगबघ ४५ ट्रिलियन अमरीकी डॉलर हे जो पूरी दुनिया के सभी शेयर बाजार को मिलकर भी इतना नहीं हो सकता है।

अमरीका शेयर बाजार की संरचना / Structure of US Share Market –

NYSE यह स्टॉक एक्सचेंज अमरीका का सबसे पुराना और सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज माना जाता हे जिसमे अमरीका की ब्लूचीप कम्पनिया लिस्टेड होती हे। नैस्डेक में हमें ज्यादातर टेक कम्पनिया रजिस्टर्ड की हुई देखती है जिसमे २५०० से ज्यादा कम्पनिया लिस्टेड है और दुनिया की किसी भी देश की कम्पनिया इस स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर्ड हो सकती हे , एक तरह से देखा जाए तो अंतरराष्ट्रीय कम्पनिया यहाँ लिस्टेड होती है।

NYSE स्टॉक एक्सचेंज में अमरीका की ३३०० कम्पनिया लिस्टेड हे और वह अमरीका की दूसरे सेक्टर की कम्पनिया मानी जाती हे जिसके कारन इस स्टॉक एक्सचेंज का मार्किट कॅपिटल २५ ट्रिलियन डॉलर हे दुनिया का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज माना जाता है। नैस्डेक का मार्किट कैपिटल २० ट्रिलियन डॉलर हे और यह दोनों स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कम्पनिया केवल उसी स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर्ड हे। भारत में हम देखते हे की BSE और NSE में वही कम्पनिया लिस्टेड होती है।

S & P 500 स्टॉक एक्सचेंज यह अमरीका के बड़े टेक कंपनियों तथा बाकि क्षेत्र की कंपनियों के लिए बनाया गया इंडेक्स हे। हमें यहाँ स्टॉक मार्किट, स्टॉक एक्सचेंज और इन्डेक्सेस इसका फर्क ध्यान में रखना होगा। नैस्डेक स्टॉक एक्सचेंज भी हे और इंडेक्स भी इसलिए हमें यह संरंचना हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए।

अमरीका के मुख्य स्टॉक एक्सचैंजेस

  • NYSE
  • NASDAQ 100
  • AMEX

अमरीका के मुख्य इन्डेक्सेस

  • DOW JONES
  • NASDAQ
  • S & P 500
  • RUSSELL 2000

अमरीका के स्टॉक मार्किट की रेगुलेटरी / Regulatory of US Stock Market –

सिक्योरिटीज -एक्सचेंज कमीशन (SEC) यह अमरीका की स्टॉक मार्किट को रेगुलेट वाली संस्था है जो सभी गैर कानूनी गतिविधियों पर नजर रखता है। The Securities Exchange Act 1934 इस कानून के अंतर्गत SEC की स्थापना की गयी है, और यह स्वतंत्र संस्था है। अमरीका की शेयर बाजार में होने वाली सभी गतिविधियों पर नियम बनाना और उसे अमल में लाना यह काम यह संस्था करती है।

दुनिया भर में वित्तीय सलाहगार के रूप में यह संस्था दुनिया भर के स्टॉक एक्सचेंज तथा वित्तीय संस्था को आर्थिक सलाह का काम करती है। भारत में हम देखते हे की सेबी यह रेगुलेटरी अथॉरिटी पुरे शेयर बाजार को नियमित करती है। भारत और अमरीका के शेयर बाजार में जो मुलभुत फर्क हे वह हे अंतराष्ट्रीय कम्पनिया अमरीकी शेयर बाजार में लिस्ट होती है।

भारत में केवल कंपनी कानून के तहत रजिस्टर्ड कम्पनिया भारत के शेयर बाजार में लिस्ट की जाती है, किसी भी विदेशी कंपनी को भारत में लिस्ट होने के लिए भारत में रजिस्टर्ड होना अनिवार्य है। अमरीका में यह प्रावधान नहीं हे NASDAQ इंडेक्स में दुनिया की किसी भी कंपनी को रजिस्टर्ड किया जाता है।

इसलिए SEC का काम भारत की सेबी से थोड़ा बढ़ जाता है और अंतराष्ट्रीय ट्रेडिंग की वजह से हमें अमरीकी शेयर बाजार को नियंत्रित करने के लिए SEC को हमेशा कुछ अलग नियम बनाने पड़ते है।

अमरीका के शेयर बाजार की विशेषताए / Features of US Share Market-

  • अगर मार्किट गिर जाता हे तो सर्किट फ़िल्टर ७ -१३ -२० प्रतिशत यह संरचना होती हे और आखिर उस दिन के लिए मार्किट को बंद किया जाता है।
  • भारत में हम शेयर के हिसाब से खरीद करते हे मगर अमरीकी स्टॉक मार्किट में हम किसी भी स्टॉक का छोटा हिस्सा खरीद सकते है।
    सिक्योरिटीज एक्सचेंज कमीशन यह अमरीकी शेयर बाजार को नियंत्रित करने वाली स्वतंत्र संस्था है।
  • नैस्डेक में ३३०० कम्पनिया लिस्टेड हे जिसमे दुनिया भर की अंतरराष्ट्रीय कम्पनिया लिस्ट है और मुख्य रूप से टेक कम्पनिया नैस्डेक इंडेक्स पर लिस्ट होती है।
  • नैस्डेक यह स्टॉक मार्किट भी हे और नैस्डेक १०० यह इस स्टॉक एक्सचेंज का महत्वपूर्ण इंडेक्स भी है।
  • NYSE में मुख्य रूप से २८०० कम्पनिया लिस्टेड हे जो अमरीका की ब्लूचीप कम्पनिया लिस्टेड है।
  • NYSE में लिस्टेड कम्पनिया और नैस्डेक लिस्टेड कम्पनिया अलग अलग होती हे भारत में BSE और NSE दोनों स्टॉक मार्किट पर सभी कम्पनिया समान रूप से लिस्टेड होती है।
  • DOW JONES यह अमरीकी शेयर बाजार का सबसे महत्वपूर्ण इंडेक्स नैस्डेक की टॉप ३० और NYSE का टॉप ३० कम्पनिया बनके यह इंडेक्स बनाया गया है।
  • S & P 500 यह इंडेक्स में केवल अमरीका में रजिस्टर्ड कम्पनिया मिलकर यह इंडेक्स बनाया जाता है।

NASDAQ की विशेषताए / Features of NASDAQ –

  • नैस्डेक यह अमरीका का स्टॉक एक्सचेंज भी हे और महत्वपूर्ण इंडेक्स भी है।
  • नैस्डेक इंडेक्स में दुनिया भर की कंपनियों के मार्किट कैपिटल के हिसाब से २५०० कंपनियों को शामिल किया जाता हे।
  • नैस्डेक स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना १९७१ में की गयी जिसमे मुख्य रूप से टेक कम्पनिया लिस्टेड होती है।
    नैस्डेक स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट कम्पनिया NYSE स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट नहीं की जाती है।
  • नैस्डेक स्टॉक एक्सचेंज यह दुनिया का सबसे पहला एक्सलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में कंप्यूटर से लेस स्टॉक एक्सचेंज बना।
  • नैस्डेक कम्पोजिट यह टेक क्षेत्र की सबसे बड़ी कम्पनिया जो ज्यादा मार्किट कैपिटल होता हे वह होती है।
  • नैस्डेक स्टॉक एक्सचेंज का मार्किट कैपिटल २० ट्रिलियन अमरीकी डॉलर हे और इसपर ३३०० कम्पनिया लिस्टेड है।

NYSE की विशेषताए /Features of NYSE –

  • यह दुनिया का सबसे पुराण और मार्किट कॅपिटल के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा स्टॉक मार्किट कहा जाता हे जिसका मार्किट कॅपिटल ३० ट्रिलियन अमरीकी डॉलर है।
  • अमरीका की ब्लू चिप कम्पनिया इस स्टॉक मार्किट पर लिस्ट होती है हे जिसमे सभी इंडस्ट्रियल सेक्टर्स के शेयर्स होते है।
  • NYSE लिस्टेड कम्पनिया नैस्डेक पर लिस्ट नहीं होती वह केवल NYSE में रजिस्टर्ड कम्पनिया ही लिस्टेड होती है।
  • NYSE में पहली बार २००७ में एलेक्ट्रॉनिकाल फॉर्म में ट्रेडिंग को शुरुवात हुवी हे मगर आज भी पारपरिक ट्रेडिंग कुछ जगह रखी गई हे, जहा वास्तविक तौर पर ट्रेडिंग की जाती है।
  • DOWJONE, नैस्डेक , स & P 500 और RUSSELL 2000 जैसे इंडेक्स दोनों महत्वपूर्ण स्टॉक मार्किट पर लिस्टेड होते है।

अमरीका के शेयर बाजार और भारत का शेयर बाजार / US Share Market & Indian Share Market –

  • अमरीका में मुख्य रूप से दो स्टॉक मार्किट पर शेयर्स की खरीद और विक्री होती हे जिसमे प्रमुख हे NYSE और नैस्डेक वैसे ही भारत में हम देखते हे की BSE और NSE पर सभी व्यवहार किये जाते है।
  • अमरीका में NYSE और नैस्डेक पर लिस्ट होने वाले शेयर्स या कम्पनिया अलग अलग होती हे वही भारत में दोनों स्टॉक एक्सचेंज पर एक ही कम्पनिया होती है।
  • भारत की शेयर बाजार में कम से कम एक शेयर हम ले सकते हे वही अमरीकी शेयर बाजार में किसी भी शेयर का छोटा हिस्सा हम ले सकते है।
  • भारत में निवेश करने पर हमें लाभांश और शेयर्स के बढे हुए भाव यह हमारा प्रॉफिट होता हे मगर अमरीका में हम इन्वेस्ट करते हे तो अतिरिक्त डॉलर के बढे दाम यह हमारा प्रॉफिट होता है।
  • भारत के मुकाबले अमीरिका का शेयर बाजार काफी बड़ा हे तथा उन कंपनियों की विकसित होने की क्षमता भी काफी ज्यादा होती है क्यूंकि वह अंतरराष्ट्रीय कम्पनिया होती है।
  • एप्पल जैसे एक टेक्नोलॉजी बेस कम्पनिया का कॅपिटल वैल्यू भारत की पूर्ण अर्थव्यवस्था के बराबर हे इससे आप अमरीकी स्टॉक मार्किट का अंदाजा लगा सकते है।
  • NYSE स्टॉक एक्सचेंज का २०१८ के अनुसार २५ ट्रिलियन अमरीकी डॉलर मार्किट वैल्यू हे वही भारत का शेयर बाजार ३ ट्रिलियन अमरीकी डॉलर है ।
  • नैस्डेक का मार्किट वैल्यू यह २० ट्रिलियन अमरीकी डॉलर इतना आका गया है वही BSE और NSE यह एक ही कम्पनियो के द्वारा लिस्टेड होती है ।
  • अमरीका के नैस्डेक इंडेक्स में विदेशी कम्पनिया लिस्ट हो सकती हे जो अंतराष्ट्रीय कम्पनिया है, भारत में यह सुविधा अबतक नहीं दी हे अथवा दुनिया के अन्य किसी भी बाजार में यह सुविधा नहीं है ।
  • भारत में बैठकर हम अमरीका के स्टॉक मार्किट में पैसा निवेश कर सकते हे ऐसा प्रावधान भारत की शेयर बाजार में विदेशी इन्वेस्टर को सीधा निवेश करना प्रतिबंधित है।

अमरीका के शेयर बाजार में कैसे निवेश करे / How to Invest in US Share Market –

१९९० से पहले अमरीका के स्टॉक मार्किट में इन्वेस्ट करना काफी जटिल अथवा असंभव काम होता था मगर जागतिकी कारन और अंतराष्ट्रीय ट्रीटीज के माध्यम से काफी सारी सुविधाए निर्माण की गयी है। डबल टैक्स के प्रावधान हटाए गए हे तथा ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से सीधा आप अमरीका के स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग कर सकते है बस कुछ फीज का खर्चा करना पड़ता हे जो पहले काफी महंगा होता था।

भारत से अमरीका के स्टॉक बाजार में निवेश करने के लिए कुछ एजेंसी को नियुक्त किया गया हे जो हमें अमरीका के ब्रोकर कंपनी से मिलाता हे और कुछ फीज के बदले हमें वह सुविधा पप्रदान करता है। इसके लिए कुछ खास बैंको द्वारा आप यह प्रक्रिया ऑनलाइन कर सकते हे जिसमे कोटक बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे बैंको के अकाउंट आपको सुविधा प्रदान की जाती है।

डीमेट और बैंक अकाउंट यह सुविधा फ्री ऑफ़ कॉस्ट अथवा कुछ फीस के हिसाब से अलग अलग एजेंसी द्वारा देखने को मिलती हे उसकी अच्छी तरह से जाँच करके हम अपना अकाउंट खोल सकते हे और रूपए के भाव को डॉलर में रूपांतरित करके शुरुवाती डिपाजिट लिया जाता हे जिससे हम अपना ट्रेडिंग शुरू कर सकते है। IND MONEY और कैपिटल डॉट कॉम जैसी कई सारी कम्पनिया ऐसी सेवाए उपलब्ध कराती है।

अमरीका के शेयर बाजार की आलोचनात्मक विश्लेषण / Critical Analysis of US Share Market –

अमरीकी शेयर बाजार में निवेश करना काफी जोखिक भरा हो सकता हे क्यूंकि आर्थिक मामले में कुछ समस्या होने पर अंतराष्ट्रीय कानून की ऐसी कोई ठोस व्यवस्था नहीं होती जो किसी देश की होती हे इसलिए न्याय मिलने की संभावना काफी मुश्किल होती है। हम देखते हे की भारत के शेयर बाजार में निवेश करने के लिए हमें नॉलेज काफी कम होता है।

इस पर अमरीका जैसे काफी बड़े स्टॉक मार्किट में शेयर्स का अध्ययन करना काफी मुश्किल काम हो सकता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह हे की अमरीकी शेयर बाजार पहले से ही काफी महंगा हे और उसमे सामान्यतः निवेश करना मतलब भारत में जितना हमारा पूरा पोर्टफोलियो होता हे उतना पैसा हमें अमरीका के शेयर बाजार में एक शेयर को खरीद ने के लिए काफी नहीं होता है।

लम्बे समय के निवेश करने के लिए कंपनी के फ़ण्डामेंट्स जानकारी जरुरी होती हे वह भारत में हम बड़ी आसानी से ले सकते हे मगर किसी अंतराष्ट्रीय कंपनी में निवेश करते समय उस कंपनी की सही जानकारी निकलना काफी मुश्किल होता है। भारत में आर्थिक विषमता हमें बड़े स्थर पर देखने को मिलती हे जिनका रोज के जीवन का संघर्ष करने में पूरा जीवन चला जाता है, निवेश करना बहुत दूर की बात हे इसलिए ज्यादा तर भारत से अमरीका में निवेश वही लोग करते हे जो पहले से काफी सधन होते है।

निष्कर्ष /Conclusion –

इसतरह से हमने अमरीका के स्टॉक मार्किट का अध्ययन करने की कोशिश की हे जिसमे हमने देखा की अमरीकी स्टॉक मार्किट कैसे चलता हे और उसकी तुलना हमने भारत के शेयर बाजार से करने की कोशिश की है। अमरीकी कंपनी सफल होती हे उसका मूल कारन हे वह शिक्षा और संशोधन पर काफी पैसा खर्च किया जाता है।

हमारी बात करे तो हम शिक्षा और संशोधन पर उतना पैसा इन्वेस्ट नहीं करते जिससे हमारी कम्पनिया अंतराष्ट्रीय बाजार में दूसरी कंपनियों से स्पर्धा कर सके। एप्पल गूगल जैसी कम्पनिया भारत में निर्माण होने के लिए शिक्षा का स्तर जरुरी हे वही आर्थिक स्तर पर भारत को अमरीका से ज्यादा विकसित होने के लिए हमारे मुलभुत ढांचे को बदलना होगा।

अमरीका का शेयर बाजार इतना बड़ा हे की दुनिया के बाकि शेयर बाजार उसके सामने काफी छोटे लगते हे, टेक्नोलॉजी में अमरीका की कई सारी कम्पनिया हम देखते हे की दुनिया पर राज करती है। राजनितिक दृष्टी से देखे तो वह प्राइवेट बिज़नेस को काफी प्रोमोट किया जाता हे और दिवालिया होना कोई अपराध नहीं होता इसके लिए वह सुरक्षा देने वाले कानून बनाए जाते है।

इसतरह हमने अमरीकी शेयर बाजार के सन्दर्भ में जानकारी देने की कोशिश की हे और अगर आप हमें कुछ सुझाव देना चाहते हो तो जरूर हमें लिखे …

शेयर मार्किट क्या हैं ?

 

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