प्रस्तावना / Introduction –

हम हर दिन कई सारे छोटे बड़े निर्णय लेते रहते हे, कोई महत्वपूर्ण होते और कुछ साधारण होते है मगर हमारा माइंड हमारी बुद्धि के विकास के माध्यम से निर्णय लेते रहता है। हमारे जीवन हम सुखी हे अथवा दुखी हे यह ज्यादातर हमारे लिए हुए निर्णयों पर आधारित होता है। अगर हमारे सामने निर्णय प्रक्रिया में ज्यादा पर्याय होते हे तो हमें निर्णय करने में कठिनाई निर्माण होती है।

निर्णय प्रक्रिया कैसे कार्य करती हे इसके बारे में हम सामान्यतः कभी सोचते नहीं हे और निर्णय हमारी भावनिक आधारपर ज्यादा लिए जाते और तार्किक आधारपर बहुत कम लिए जाते है। हमारी आर्थिक और भावनिक परिस्थिति हमारे जीवन में लिए हुए निर्णय पर आधारित होती है इसलिए निर्णय क्षमता हमारे जीवन में काफी महत्वपूर्ण होती है।

इससे पहले हमने मुश्किल समय में निर्णय कैसे लिए जाते हे इसपर आर्टिकल आपके लिए लिखा है। आज हम निर्णय प्रक्रिया कैसे कार्य करती हे और यह निर्णय साधारण परिस्थिति के हो सकते हे और महत्वपूर्ण निर्णयों के लिए भी हो सकते हे। यह सब निर्णय प्रक्रिया कैसे कार्य करती हे इसपर हम विस्तृत जानकारी देने की कोशिश करेंगे।

निर्णय प्रक्रिया क्या होती है ? / What is Decision Making –

निर्णय प्रक्रिया व्यक्तिगत स्तर पर हो सकती हे और सामूहिक स्तर पर हो सकती है, जिसमे हम हमारे दैनंदिन जीवन में जितने भी कार्य करने के लिए निर्णय लेते हे जो अपने जीवन पर परिणाम करते हे उसे निर्णय प्रक्रिया कहते है। हमारे निर्णय हमारे बुद्धि के विकास पर निर्भर होते हे वह तार्किक और भावनिक आधारपर काम करते है। हमारे निर्णय समाज के वैचारिक प्रभाव पर आधारित होते हे अथवा तार्किक होते है।

हमें कैसे स्कूल में शिक्षा लेनी हे, हमें कौनसे जगह रहना हे, हमें किससे शादी करनी हे अथवा कौनसी नौकरी करनी हे यह हमारे जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय होते है। महत्वपूर्ण निर्णय गलत होने पर हमें उसके परिणाम भुगतने पड़ते है। हमारी दिन भर की प्रक्रिया में छोटे निर्णय हमें लेने पड़ते हे जिसके परिणाम इतने ज्यादा नहीं होते मगर हमें वह लेने पड़ते हे जिससे हमारा जीवन चलता हे।

हमारे पिछले विचार हमारी निर्णय क्षमता निर्धारित करते हे और किसी भी निर्णय की सफलता उस निर्णय के लिए हमारे पास उपलब्ध जानकारी पर आधारित होते है। मनोवैज्ञानिक तथा एक्सपर्ट लोगो के हिसाब से किसी भी निर्णय को सफल बनाने के लिए हमारे पास उस के सन्दर्भ में ८० % जानकारी उपलब्ध होना पर्याप्त है। यह प्रक्रिया जो लोग काफी बुद्धिमान होते हे इसके लिए हम कह सकते हे मगर साधारण लोगो के निर्णय गट फीलिंग पर आधारित होते हे जो हमारे पूर्व निर्धारित इनफार्मेशन पर आधारित होते है।

आदर्श निर्णय प्रक्रिया / Ideal Decision Process –

  • निर्णय किस कार्य के लिए लेना हे वह प्रथम तय करना
  • निर्णय प्रक्रिया के लिए सम्बंधित जानकारी इखट्टा करना
  • निर्णय लेते समय पर्यायी समाधान निश्चित करना
  • जानकारी की सत्यता को खोजना
  • सभी पर्याय से सही पर्याय निर्णय के लिए चुनना
  • सही निर्णय लेना
  • अपने निर्णय और उसके प्रभाव की समीक्षा समय समय पर करना

आज के इनफार्मेशन और टेक्नोलॉजी के युग में हम इंसान हमारी कई पीढ़ियों से काफी भाग्यशाली हे जो हमें कोई भी जानकारी इखट्टा करने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती। हमारी बस यह समस्या हे की गलत जानकारी इतनी इंटरनेट पर उपलब्ध हे की कौनसी सही जानकारी हे यह पहचानना काफी मुश्किल काम होता है।

हमारे जीवन में हमारे महत्वपूर्ण पड़ाव पर लिए गए निर्णय हमारी दिशा तय करते हे, हमारी जीवन की समस्या यह हे की जीवन के अंतिम पड़ाव पर हमारे पास काफी अनुभव होता हे निर्णय लेने के लिए मगर समय नहीं होता। हमारे जीवन की सफलता हमारे शुरुवाती उम्र में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय तय करते हे की हमारी सफलता कैसी होती तब हमें जीवन का अनुभव काफी कम होता है।

प्रभावशाली निर्णय प्रक्रिया / Effective Decision Making –

  • प्रभावशाली निर्णय प्रक्रिया के मुख्य रूप से तीन प्रकार देखने को मिलते है
  • तार्किक निर्णय प्रक्रिया / Decisions on Rational Thinking
  • भावनिक निर्णय प्रक्रिया / Decisions Emotional Thinking
  • तार्किक और भावनिक निर्णय प्रक्रिया / Decisions on Logical & Emotional thinking

प्रभावशाली निर्णय प्रक्रिया वह होती हे जिसके लिए हम आदर्श निर्णय प्रक्रिया के बजाय हमारे पूर्व अनुभवों पर निर्णय लेते हे और सफलता हासिल करते है। वैसे तो तार्किक निर्णय प्रक्रिया यह मुख्य रूप से वैज्ञानिक निर्णय प्रक्रिया मानी जाती हे मगर सामान्यतः समाज का ज्यादातर हिस्सा यह समाज की मान्यताए और आस्था पर निर्भर होते है वह सत्य और असत्य के कसौटी पर सही हे या नहीं यह देखा नहीं जाता।

समाज में ज्यादातर लोग अपने निर्णय प्रक्रिया को किसी आदर्श व्यक्ति के अनुकरण से निर्धारित किया जाता हे वह सही हे या गलत यह देखने की बजाए आदर्श व्यक्ति की सफलता पर यह आधारित होता है। व्यक्तिगत स्तर पर और सामूहिक रूप से लिए गए निर्णय यह दो प्रकार के निर्णय प्रक्रिया हमें देखने को मिलती है।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता और निर्णय प्रक्रिया / Artificial Intelligence & Decision Making –

हमने हॉलीवुड की टर्मिनेटर मूवी के पार्ट्स देखे होंगे जिसमे रोबोट्स मानव सभ्यता पर आक्रमण करके खुद का वर्चस्व प्रस्तापित करना चाहते है। ऐसा कहा जाता हे की टेक्नोलॉजी इंसान से सटीक और सही परिणाम देती हे मगर ऐसा नहीं है, इंसान द्वारा जीतनी जानकारी टेक्नोलॉजी को दी जाती हे उसके हिसाब से वह परिणाम देती है।

किसी हवाई जहाज में कोई तकनीकी खराबी होने पर जो काम टेक्नोलॉजी नहीं कर सकती वह काम इंसान कर सकता हे, जिसको हम क्रिटिकल थिंकिंग कहते है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता और इंसान में मुख्य रूप से जो फर्क हे वह हे इमोशंस जिसके साथ इंसान निर्णय लेते हे और रोबोट्स अथवा मशीन्स बिना इमोशंस के निर्णय लेती है। इंसान के निर्णय तनाव और संकट में और सामान्य जीवन में वही बुद्धिमत्ता के साथ अलग अलग निर्णय देते है।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता याने टेक्नोलॉजी को जीतनी जानकारी दी जाती हे वह उसके हसाब से निर्णय लेने में सक्षम होती हे और इंसान अपने पूर्व अनुभव और भावनाओ के साथ निर्णय प्रक्रिया को विकसित करता है। इसलिए सफल निर्णय प्रक्रिया कैसी होनी चाहिए यह इंसान से बेहतर कोई नहीं समझ सकता है। निर्णय प्रक्रिया बेहतर कैसे होनी चाहिए इसके लिए बिज़नेस क्षेत्र तथा व्यक्तिगत स्तर पर कई संशोधन किया जाता है।

निर्णय प्रक्रिया के मुलभुत सिद्धांत / Fundamentals of Decision Making –

हमारे निर्णय भविष्य में सही होंगे या गलत यह कैसे अनुमान लगाए इसके लिए निर्णय प्रक्रिया के मुलभुत सिद्धांत देखना जरुरी होता हे अगर यह सही हे तो हमारे निर्णय जरूर लेने चाहिए। कई मनोवैज्ञानिक तथा संशोधन संस्था द्वारा निर्णय प्रक्रिया के मुलभुत सिद्धांत क्या होंगे इसका संशोधन किया हे जिसके अनुसार यह आगे दिए गए है।

निर्णय प्रक्रिया में तार्किक प्रक्रिया द्वारा सही और अलग जानकारी को अलग करके सही जानकारी इखट्टा करना।
किसी भी निर्णय प्रक्रिया के लिए ८० % सही जानकारी निर्णय को सफल बनाने के लिए पर्याप्त होती है।
किसी भी निर्णय की सफलता केवल तार्किक आधारपर नहीं की जा सकती कई निर्णय इंट्यूशन के आधारपर याने गट फीलिंग पर भी लिए जाते है।
किसी भी निर्णय प्रक्रिया में परफेक्शन आपके कृति को नहीं करने देते इसलिए किसी निर्णय की सफलता परफेक्शन पर आधारित नहीं होनी चाहिए।
निर्णय प्रक्रिया में जितने पर्याय उपलब्ध होते हे हमारे निर्णय उतने जटिल बन जाते है

निर्णय प्रक्रिया पर विपरीत प्रभाव डालने वाले तत्व / Elements affects the effective Decisions –

निर्णय प्रक्रिया के लिए हमें महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध होना जरुरी होता हे मगर हर बार यह जानकारी हमें उपलब्ध होगी यह कह नहीं सकते इसलिए हमारे निर्णय हमेशा सही होंगे यह संभव नहीं है। कई बार जानकारी इतनी ज्यादा होती हे की सही जानकारी पहचानना काफी मुश्किल होता हे और गलत जानकारी के आधारपर निर्णय लिए गए तो उसके परिणाम हमें भुगतने पड़ते है।

इसलिए बहुत सारी जानकारी में सही जानकारी पहचानना यह बहुत मुश्किल काम होता है। कई निर्णय प्रक्रिया में कई सारे लोग शामिल होते है जिससे अलग अलग राय रखने वाले लोगो में एक निर्णय के लिए सहमति होना काफी मुश्किल होता हे इसलिए ऐसे परिस्थिति में किसी एक व्यक्ति को निर्णय की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

निर्णय प्रक्रिया में कई बार लोगो का व्यक्तीगत हित शामिल होता हे जिससे निर्णय प्रक्रिया के मुलभुत सिद्धांत इस्तेमाल नहीं होते है। हमारे निर्णय प्रक्रिया में समाज की प्रस्थापित मान्यताओं पर आधारित होते है जिमे तर्कशास्त्र के बजाए भावनिक आधारपर मान्यताए होती हे। ऐसे मानसिकता के कारन निर्णय भावनिक लिए जाते हे जिससे निर्णय प्रक्रिया के सिद्धांत इस्तेमाल नहीं होते।

निर्णय प्रक्रिया और अनिश्चितता / Decision Making & Uncertainty –

निर्णय प्रक्रिया यह मुख्य रूप से दो प्रकारकी होती हे जिसमे अनिश्चितता और दूसरा जोखिम पर आधारित होती है। अनिश्चितता में लिए गए निर्णय क्या होते हे यह देखने के लिए हमें निर्णय प्रक्रिया में अनिश्चितता को पहचानना होगा। जानकारी का भाव हमारी अनिश्चितता को बढ़ाता हे और हर समय हम सभी जानकारी को हासिल नहीं कर सकते इसलिए हमें किसी पेशेवर लोगो का आधार लेना पड़ता है।

अनिश्चितता में लिए गए निर्णयों का परिणाम ज्यादा नहीं होता मगर जानकारी का आभाव यह एक मात्र कारन होता हे, इसलिए हम ऐसे निर्णय नहीं लेते मगर कई बार वह महत्वपूर्ण होते है। जीवन में हमें कई सारे छोटे छोटे अथवा कम महत्वपूर्ण निर्णय लेने होते हे जिसमे अनिश्चितता भरी होती है। जानकारी का आभाव हमारे निर्णयों को अनिश्चित करते हे याने उसके परिणाम क्या होंगे इसपर निर्भर होते है।

निर्णय प्रक्रिया और जोखिम / Decision Making & Risk –

सफलता हासिल करने के लिए हमें जिस काम में जोखिम ज्यादा होता हे ऐसे काम करना पसंद नहीं होता इसलिए दुनिया में केवल २ % लोग आर्थिक रूप से सफल होते है। समाज में ज्यादातर लोग सुरक्षित और आरामदायक जिंदगी जीने का सपना देखते हे और इसी उद्देश्य के लिए जीते है। सफल लोग जीवन में जोखिम लेते हे और सफलता हासिल करते है, उनके लिए असफलता एक संघर्ष का हिस्सा होता हे कोई अपराध नहीं होता ।

साधारण सुरक्षित जीवन का सपना देखने वाले लोगो के लिए असफल होना किसी बड़े अपराध से छोटा नहीं होता इसलिए समाज की धारणा होती हे उसी नियम से हमें चलना होता है। अगर हम इस समाज के यह नियम नहीं मानते तो यह समाज हमें अलग नजरिये से देखता है और निर्णय प्रक्रिया के मुलभुत नियम अमल में लाना काफी मुश्किल होता है। जिस निर्णय को सफल करने के लिए जोखिम होती हे ऐसे निर्णय लेना एक स्किल होता है, जिसे कोई भी साधारण इंसान नहीं कर सकता ।

सही निर्णय लेने की आदत / Habits of Right Decision Making –

हमारे पुर्वा अनुभव हमारे निर्णय प्रक्रिया पर प्रभाव रखते हे चाहे वह तार्किक हो या भावनिक हो। दुनिया में कोई इंसान नहीं हे जो केवल तार्किक निर्णय लेता हो, अन्यथा उसे हम आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस से तुलना कर सकते हे जिसमे कोई इमोशंस नहीं होते। इंसान की पहचान हे हमारे इमोशंस जिसके साथ हम निर्णय लेना सिखते है।

तनाव में और संकट के समय जो लोग निर्णय लेना जानते हे वह लोग ऐसे परिस्थिति के लिए खुद को तैयार करते हे जिसे हम आदत कहते हे जो प्रैक्टिस के बाद आदत बनती है। हमारी निर्णय लेने के अच्छी आदते हमारी निर्णय प्रक्रिया को विकसित करने में मदद करती हे और जानकारी की अपडेट निर्णय प्रक्रिया को सटीक बनाने के लिए महत्वपूर्ण होती है।

जिन लोगो को यह आदत नहीं होती वह लोग सुरक्षित जीवन जीना पसंद करते हे और महत्वपूर्ण समय पर निर्णय लेने से डरते है। साधारण लोग अपने जीवन के उद्देश्य निश्चित करते हे और वही उनकी सफलता की व्याख्या होती है। सफल लोगो की आदत होती हे कंफर्ट झोन से बाहर निकलकर निर्णय ले जिसके लिए जो भी जानकारी चाहिए वह हासिल करे। ऐसे लोग लेकर खुद को विपरीत परिस्थिति के लिए तैयार करते है।

निष्कर्ष / Conclusion –

हमारे जीवन की सफलता हमारे महत्वपूर्ण निर्णयों पर आधारित होती हे, जो लोग जीवन में सही समय पर सही निर्णय लेने के लिए खुद को तैयार करते हे ऐसे लोग जीवन में सफल होते है। जो लोग महत्वपूर्ण निर्णय के समय पर डर अथवा जानकारी के आभाव में पीछे हट जाते है वह लोग असफल रह जाते है। हमारे जीवन में हमें कई सारे छोटे बड़े निर्णय हमें लेने होते है जहा ज्यादा पर्याय हमारे निर्णय प्रक्रिया में भ्रम निर्माण करते है।

निर्णय प्रक्रिया हमारे जीवन के लिए काफी महत्वपूर्ण होती हे जिसमे हमारे स्वाभाव को दर्शाती है, जिसमे सुरक्षित जीवन जीने वाले लोग और सफल बनने के लिए जोखिम लेने वाले लोग यह विभाजन हमें देखने को मिलता है। हमारे समाज में ज्यादातर लोग जीवन भर समस्याओ से लड़ते रहते हे मगर सफल नहीं होते इसका कारन हे वह एक परंपरागत समाज के बनाए नियमो के आधारपर जीवन जीते है।

लोगो का यह सामूहिक रूप से सोचने की प्रक्रिया को सामूहिक निर्णय प्रक्रिया पर अपने जीवन को निर्धारित करना कहते है। ऐसे लोग निर्णय प्रक्रिया के लिए जो चीजे चाहिए होती हे उस पर अपने निर्णय नहीं लेते वह समाज की धारणाओं पर अपने निर्णय निश्चित करते है। इसलिए हमने यहाँ निर्णय प्रक्रिया हमारे लिए कितनी महत्वपूर्ण हे यह विस्तृत रूप से समझने की कोशिश इस आर्टिकल के माध्यम से की है।

समय प्रबंधन क्या है ?

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