प्रस्तावना / Introduction –

हमने आज केस स्टडी के माध्यम से हार्वर्ड कारपोरेशन याने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी कि सफलता का राज जानने की कोशिश करेंगे जिसकी शुरुवात १६३६ में एक मिशिनरी कॉलेज के माध्यम से शुरू होकर राजनितिक प्रभाव से लेकर खुद का एक स्वतंत्र अस्तित्व दुनिया भर के एजुकेशन सिस्टम को देने वाले यूनिवर्सिटी के बारे में जानने की कोशिश करेंगे।

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर की सैलरी एवरेज १४ -१५ लाख रुपये महीना दी जाती है। यह एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी हे मगर हार्वर्ड केनेडी स्कूल के माध्यम से फ्री एजुकेशन से समाज से जुड़े हुए है। भारत में प्राइवेट स्कूल का फार्मूला यूरोप और अमरीका के एजुकेशन मॉडल से लिया क्यूंकि हमारी सरकारी शिक्षा व्यवस्था का स्तर एकदम दुय्यम दर्जे का था।

इसलिए हमने धीरे धीरे सरकारी स्कूल बंद करना शुरू किया और प्राइवेट स्कूल को प्रोत्त्साहन देना शुरू किया। इससे हमारी शिक्षण व्यवस्था सुधरने की बजाय उसका बाजारीकरन होना शुरू हुवा और दूसरा महत्वपूर्ण कारन हे हमारा गरीबी का स्तर यूरोप और अमरीका से बहुत ज्यादा होने की वजह से हम प्राइवेट स्कूल एफ्फोर्ड नहीं कर सकते मगर दुर्भाग्य वर्श आज यह सिस्टम चल रहा है। केस स्टडी के लिए हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का विषय लेने का कारन केवल पैसा ज्यादा लेने से दर्जा नहीं सुधरता उसके लिए अच्छा विजन और रिसर्च बेस शिक्षा प्रणाली होना जरुरी इससे ही अच्छा एजुकेशन मॉडल बनता है।

इसलिए २०३६ को हार्वर्ड कारपोरेशन को ४०० साल पुरे होंगे इससे उनके एजुकेशन की अनुभव का अंदाजा हम लगा सकते है। हार्वर्ड स्कूल का अमरीका के राजनीती और अर्थव्यवस्था पर अच्छा खासा प्रभाव रहा है। इसलिए आगे हम विस्तार से हार्वर्ड के सफलता के बारे में जानने की कोशिश करेंगे।

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का इतिहास / History of Harvard University-

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की शुरुवात १६३६ में हार्वर्ड कॉलेज के नाम हुई जिसके फाउंडर THE MASSACHUSETTS GENERAL COURT ने की जो एक ब्रिटिश कॉलनी की स्टेट लेजिस्लेट थी। इसे एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के रूप में कैम्ब्रिज, अमरीका में बोस्टन शहरसे कुछ ही दुरी पर शुरू किया गया । जॉन हार्वर्ड का नाम इस संस्था को दिया गया जिन्होंने अपनी आधी संपत्ती इस संस्था के लिए डोनेट की और अपने ४०० किताबो की लाइब्रेरी संस्था को प्रदान की थी।

उस समय संस्था का उद्देश्य मिशिनरी को तैयार करना था मगर चार सौ सालो के हार्वर्ड के इतिहास में कई बदलाव होते गए। जिस समय संस्था शुरू हुई थी वह दौर ब्रिटिश कॉलनी के प्रभुत्व का रहा जहा हार्वर्ड स्कूल पर ब्रिटिश कल्चर का काफी प्रभाव रहा। जैसे जैसे समय बीतता गया हार्वर्ड ने अपने आप को बदलाव के साथ विकसित किया और मेडिकल , लॉ , ग्रेजुएशन जैसे कई फील्ड में संस्था को प्रस्थापित किया।

यह अमरीका की सबसे पुराणी एजुकेशन संस्था रही जिसके बाद अमरीका में येल , कोलंबिया और MIT जैसे अव्वल दर्जे के यूनिवर्सिटी का निर्माण हुवा जिससे अमेरिका को अमरीका बनाने में काफी महत्वपूर्ण सहभाग रहा। आज भी अमरीका के कई ब्यूरोक्रेट्स और राजनीतिज्ञ हार्वर्ड से निकले है।

बिल गेट्स और मार्क ज़ुकरबर्क जैसे एन्टेर्प्रेनुएर भी यहाँ से पढ़कर निकले है। और आज दुनिया के कई बुद्धिजीवी विद्यार्थियों का सपना होता हे यहाँ सीखने का। यहाँ से सीखे हुए विद्यार्थी एक ब्रांड बनके दुनिया भर में अर्थव्यवस्था पर अपने इंटेलिजेंस का प्रभाव रखते है। संस्था का मुख्य उद्देश्य रिसर्च एंड डेवलपमेंट शुरू से रहा हे जिसके कारन उनका एजुकेशन मार्केट से प्रासंगिक रहता है।

हार्वर्ड कारपोरेशन की शाखाए / Branches of Harvard –

  • HARVARD COLLEGE – UNDER GRADUATE SCHOOL – 1636
  • HARVARD MEDICAL SCHOOL – 1782
  • HARVARD DIVINITY SCHOOL – RELIGIOUS SCHOOL -1816
  • HARVARD LAW SCHOOL – 1817
  • HARVARD SCHOOL OF DENTAL MEDICINE – 1867
  • GRADUATE SCHOOL OF ARTS & SCIENCE -1872
  • HARVARD BUSINESS SCHOOL – 1908
  • HARVARD EXTENSION SCHOOL- LIBERAL ART AND PROFESSIONAL COURSES – 1910
  • HARVARD GRADUATE SCHOOL OF DESIGN -1914
  • HARVARD GRADUATE SCHOOL OF EDUCATION -1920
  • HARVARD T.S. CHAN SCHOOL OF PUBLIC HEALTH – HEALTH OFFICER DEGREE COURSES – 1922
  • HARVARD KENNEDY SCHOOL – GOVERNMENT SCHOOL FOR MASTER DEGREE COURSES -1936
  • HARVARD JOHN A PAULSON SCHOOL OF ENGINEERING AND APPLIED SCIENCES – 2007

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी / Liabrary of Harvard –

यह दुनिया की सबसे बड़ी लाइब्रेरी मानी जाती है जॉन हार्वर्ड ने अपनी चारसो किताबे इसके स्थापना के समय दी थी जो आज के वक्त यह संख्या २० मिलियन वॉल्यूम और ४०० मिलियन MANUSCRIPTS , १० ,मिलियन फोटोग्राफ्स और एक मिलियन मैप्स इतना संग्रह लगबघ उपलब्ध है। आज के डिजिटल दौर में लाइब्रेरी को आधुनिक स्वरुप दिया गया है।

दुनिया के ज्यादातर यूनिवर्सिटी से बहुत ही अधिक है, यही कारन हे यह यूनिवर्सिटी दुनिया की सबसे बेहतरीन यूनिवर्सिटी मानी जाती हे शिक्षा के लिए। हार्वड की रिसर्च और डेवलपमेंट के उद्देश्य में इस लाइब्रेरी का महत्वपूर्ण रोल रहा है , इसका कुछ हिस्सा पब्लिक के लिए खुला रखा गया है जिससे लोग इन किताबो का और अन्य साधनो का फायदा ले सके।

THE HARVARD CRIMSON –

यह एक न्यूज़ पेपर हे जिसकी स्थापना १८७३ में थी जिसको पूरी तरह से हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के अंतर्गत चलाया जाता है। यह एक डेली न्यूज़ पेपर हे जो प्रकाशित है। यह न्यूज़ पेपर अपने स्थापना से कई दौर से गुजरा है जिसमे हिटलर की नाझी यूनिवर्सिटी में आने का न्योता हो या विश्व युद्ध में हुए कुछ आर्थिक समस्या से झुझते हुए इस न्यूज़ पेपर ने अपनी स्थापना से कई बदलाव किये।

जिसमे वीकली मैगज़ीन से डेली न्यूज़ पेपर तक और उसके लोगो में कम्युनिज्म के दौर में किये हुए बदलाव यह महत्वपूर्ण घटनाए थी। अमरीका के कई नामी यूनिवर्सिटी की परंपरा रही हे की उनका खुदका अख़बार आज भी वह चलाते है, चाहे वह येल यूनिवर्सिटी हो चाहे कोलंबिया यूनिवर्सिटी हो ।

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का व्यवस्थापन / Management of Harvard –

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को चलाने के लिए १६००० का स्टाफ और २४०० प्रोफेसर काम करते हे जिसके लिए यूनिवर्सिटी का २०० एकर का एरिया हे जिसमे कई सारे डिपार्टमेंट के माध्यम से काम चलाया जाता है। क्यूंकि यह प्राइवेट संस्था होने की वजह से इसका मैनेजमेंट बहुत ही प्रोफेशनल तरीके से चलाया जाता है तभी यह सभी स्टाफ और प्रोफेसर को दुनिया की सबसे बेहतरीन सैलरी दे सकता हे।

जिससे हार्वर्ड का सीखने का दर्जा एकदम बेहतरीन बन जाता है। जिस प्रोफेसर को नियुक्त किया जाता है उसको बेहतरीन सैलरी पे लिया जाता हे जिससे वह एक बेहतरीन रिजल्ट देने में कामयाब बन सके इसका ध्यान रखा जाता है। यही कारन हे हार्वर्ड की वैल्यू २०२० में 41 . 9 बिलियन डॉलर थी जो उसकी मैनेजमेंट की सफलता बयान करती है।

एसोसिएशन ऑफ़ अमरीकन यूनिवर्सिटी/ Association of american University –

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी इस संघटन का फॉउन्डिंग मेंबर हे जिसका मेम्बरशिप प्राप्त करने के लिए कई यूनिवर्सिटी सपना देखती हे मगर इसका मेम्बरशिप पाना बहुत मुश्किल काम होता है। इस संस्था की स्थापना २८ फेब्रुवरी १९०० में १४ यूनिवर्सिटी ने मिल कर की थी जो उच्च शिक्षा में काम कर रही थी। यह एक इलीट ग्रुप माना जाता था जिसने शिक्षा का स्टैण्डर्ड निर्धारित करके रखा है।

इसकी साल दो बार मीटिंग होती हे जिसमे शिक्षा और संशोधन पर गहरी चर्चा से शिक्षा पॉलिसी में क्या बदलाव होने चाहिए इस पर चर्चा होती है। इससे पहले जर्मनी और यूरोप की शिक्षा प्रणाली दुनिया की सबसे बेहतरीन शिक्षा प्रणाली मानी जाती थी और अमरीका के कई स्टूडेंट अमरीका में पढ़ने से अच्छा जर्मनी और यूरोप में पढ़ना पसंद करते थे।

इस स्थिति को सुधारने के लिए इस संस्था की स्थापना की गयी जिसमे संशोधन पर ज्यादा ध्यान दिया गया और प्रैक्टिकल प्रोफेशनल कोर्सेज को ज्यादा महत्त्व देना शुरू किया। इस संस्था में सभी मेंबर इलीट क्लास के होने की वजह से वह संस्था एक ब्रांड बन गयी जिससे अमरीका की हर यूनिवर्सिटी इसका मेंबर बनना चाहती है।

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के अड्मिशन्स / Admission in Harvard –

जैसे की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए दुनिया भर से स्टूडेंट्स आते हे , यूनिवर्सिटी के नियमो में ऐसा कोई प्रावधान नहीं हे जिससे स्टूडेंट अमरीका का हे या विदेश से हे केवल विदेशी स्टूडेंट्स के पिछले डॉक्यूमेंट चेक करने के लिए स्पेशल स्टाफ नियुक्त किया जाता है।

जिससे डॉक्यूमेंट की सही जाँच हो सके। फाइनेंस की मदत के कुछ प्रावधान स्टूडेंट के लिए उपलब्ध होते हे जैसे की अमरीका की गवर्नमेंट पालिसी के नुसार फ्री स्कूल हार्वर्ड चलाता हे वैसे ही जो स्टूडेंट यूनिवर्सिटी की फी एफ्फोर्ड नहीं कर पाता इनके लिए प्रावधान बनाए गए है।

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी कि विशेषताए / Features of Harvard –

  • यूनिवर्सिटी ने मिशिनरी कॉलेज से शुरुवात करके, राजनितिक प्रभाव से और कॅपिटलिस्ट प्रभाव से अलग होकर खुदका एक अलग मक़ाम निर्माण किया।
  • इंग्लैंड की कैंब्रिज और ऑक्सफ़ोर्ड के बाद हार्वर्ड यह दुनिया की सबसे पुराणी यूनिवर्सिटी है जिसको २०२४ में ४०० साल पुरे होंगे।
    हार्वर्ड की सफलता उनके उद्देश्य के कारन हे जो रिसर्च और डेवलपमेंट पे केंद्रित होती है।
  • हार्वर्ड यूनिवर्सिटी यह हार्वर्ड कारपोरेशन के अंतर्गत चलाई जाती है।
  • अकैडमिक रैंकिंग ऑफ़ वर्ल्ड यूनिवर्सिटी में हमेशा से हार्वर्ड दुनिया के सबसे अव्वल यूनिवर्सिटी रहा है।
  • दुनिया भर से स्टूडेंट हार्वर्ड में पढ़ने को आते है जिनके लिए २०९ एकर का कॉलेज कैंपस और हॉस्टल उपलब्ध है।
  • दी हार्वड क्रिमसन नाम का डेली न्यूज़ पेपर यूनिवर्सिटी के अंतर्गत चलाया जाता हे जिसमे स्टूडेंट्स और हार्वर्ड के लोग जुड़े होते है।
  • हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की स्थापना में जॉन हार्वड का योगदान रहा हे जिन्होंने ७७९ पौंड और उनकी ४०० किताबो की लाइब्रेरी दी जिसकारण संस्था को उनका नाम दिया गया।
  • हार्वर्ड के विद्यार्थी रहे कई बड़ी हस्तिया हे जिनमे अमरीका के राष्ट्रपती रहे बराक ओबामा, जॉर्ज बुश, केनेडी ।
  • बिल गेटस और मार्क ज़ुकरबर्क जैसे बिज़नेस मन हार्वर्ड से पढ़े है।
  • रिसर्च और यूनिवर्सिटी का स्टाफ और प्रोफेसर यह उनकी सफलता में महत्वपूर्ण कारन है।
  • डिक्लेरेशन ऑफ़ इंडिपेंडन्स पर हार्वर्ड के कई सदस्य के सिग्नेचर हे जिनका अमरीका के स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण सहभाग रहा था।

भारत के प्रसिद्ध व्यक्ती जो हार्वर्ड से पढ़े है –

  • रतन टाटा – हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल
  • राहुल बजाज – हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल
  • कपिल सिब्बल -हार्वड लॉ स्कूल

निष्कर्ष / Conclusion –

इसतरह से हमने यहाँ देखा की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को ४०० साल की परम्परा रही है और संशोधन बेस शिक्षा प्रणाली यह उनके सफलता का कारन है। जिस संस्था का शुरुवाती उद्देश्य मिशिनरी शिक्षा के माध्यम से समाज पर प्रभाव रहे इसके लिए धर्म के प्रचारक निर्माण हो सके। इसको बदलते हुए १७७६ में अमरीका की ब्रिटिश कॉलोनी से स्वतंत्रता के बाद अपने उद्देश्य में बदलाव किये।

जिसमे राजनितिक और पूंजीवादी प्रभाव से अपने आप को अलग रखते हुए हार्वर्ड कारपोरेशन के माध्यम से प्राइवेट यूनिवर्सिटी के माध्यम से शिक्षा के हर क्षेत्र में यूनिवर्सिटी ने अपने आप को प्रस्थापित किया। अमरीका का यह मॉडल जैसा का वैसा भारत में इस्तेमाल करना गलत रहेगा।

क्यूंकि अमरीका यह एक विकसित देश हे और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का निर्माण इंग्लैंड और अमरीका के इलीट क्लास ने किया था इसलिए वहा पढ़ने वाले ज्यादा तर विद्यार्थी उच्च इनकम स्तर से आते हे जो उनकी फीज एफ्फोर्ड कर सकते है। इसलिए उनका रिसर्च बेस अभ्यासक्रम और सरकार और समाज से फंडिंग यह मॉडल भारत में शिक्षा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

दुनिया की दस बेहतरीन शिक्षा व्यवस्था

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