प्रस्तावना / Introduction –

भारत में कई प्रकार के सर्वे किये जाते है जिससे लोगो की राय ली जाती हे जिससे किसी विशेष विषय पर अभ्यास संशोधन कर सके, इसके लिए समाज के सभी लोगो की राय लेने की जरुरत नहीं होती केवल एक दो परसेंट लोगो के सुझाव से यह अंदाजा लगाया जाता है।
यह सर्वे आर्थिक प्रकार के होते है , राजनितिक प्रकार के होते है वैज्ञानिक प्रकार के भी होते हे. ऐसे ही शेयर मार्केट कैसे चल रहा हे इसका अंदाजा लोगो को हो सके इसलिए शेयर मार्केट इंडेक्स करके ग्रुप बनाकर शेयर मार्केट की कुछ कंपनियों का परफॉरमेंस बाजार के इलेक्ट्रॉनिक बोर्ड पर दिखाता है।

आज यहाँ हम उसी के बारे में जानने की कोशिश करेंगे की भारत की शेयर बाजार में कितने प्रकार के इंडेक्स होते है और उसमे कोनसी कम्पनिया शामिल की जाती है इसके क्या नियम होते है। ऐसे कई सारे प्रश्न के उत्तर ढूंढ़ने की कोशिश यहाँ हम करने वाले है।

भारत के शेयर मार्केट में मुख्य रूप से सेन्सेक्स और निफ़्टी यह इंडेक्स प्रमुख माने जाते हे जिसमे शामिल की गयी कंपनी के शेयर के भाव दिखाए जाते है। यहाँ हम अन्य सभी इंडेक्स जानने की कोशिश करेंगे ताकि हमें शेयर मार्केट के बारे जीतनी जानकारी हो सके उतना हम शेयर मार्केट को अच्छी तरह समझेंगे।

शेयर मार्केट क्या होता है ? / What is Share Market –

स्टॉक इंडेक्स जानने से पहले हमें जानना होगा की शेयर मार्केट असल में क्या होता है क्यूंकि सामान्य आदमी को इतना पता हे की शेयर मार्केट में शेयर बेचे और ख़रीदे जाते है। शेयर मार्केट की बस इतनी व्याख्या नहीं है इसमें बॉन्ड , कमोडिटीज , डेरिवेटिव्ज जैसी कई सारे कामकाज चलते है। जो सेबी के नियंत्रण से चलाए जाते है।

इसका मतलब भारत की NSE और BSE में रजिस्टर कम्पनिया बाजार से कर्ज के माध्यम से अथवा कंपनी की हिस्सेदारी बेचके पैसा खड़ा करती है इसके लिए जो भी कागजी कार्यवाही होती है वह इस स्टॉक एक्सचेंज में की जाती है। इसमें मुख्यतः दो प्रकार से शेयर्स बेचे या ख़रीदे जाते है एक प्राइमरी मार्केट के माध्यम से और दूसरा सेकंडरी मार्केट के माध्यम से इसतरह से शेयर मार्केट काम करता है।

शेयर मार्केट इंडेक्स क्या होता है ? / What is Share Market Index –

शेयर मार्केट इंडेक्स याने किसी मुख्य प्रकार की कंपनियों का ग्रुप जिससे उस क्षेत्र में कैसी स्थिति हे यह दर्शाना याने शेयर मार्केट इंडेक्स होता है। शेयर बाजार में ज्यादा खरीदी जाने वाली और ज्यादा बेचने वाली कम्पनिया इस इंडेक्स में शामिल की जाती है।

शेयर मार्केट में हजारो कम्पनिया रजिस्टर हे उन सबको एक साथ इन्वेस्टर को दिखाना संभव नहीं होता इसलिए कुछ खास अच्छा परफॉर्म करने वाली कंपनियों को इस इंडेक्स में शामिल किया जाता है। यह इंडेक्स हमेशा एक जैसा नहीं रहता वह समय समय पर बदलता रहता है।

स्टॉक मार्केट इंडेक्स कैसे बनाए जाते है / How Share Market Indexes Created –

भारत में NSE की स्थापना के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में कंप्यूटर बेस स्टॉक मार्किट की शुरुवात हुवी, जिससे शेयर मार्केट का टेक्निकल विश्लेषण करना बड़ा आसान हुवा और एकदम सटीक आकड़े मिलने शुरू हुवे, तब से अलग अलग इंडेक्स शुरू हुवे जिससे इन्वेस्टमेंट करने में निवेशक के लिए स्टॉक मार्किट जितना आसान हो सके उतना आसान किया गया।

पूरी दुनिया के महत्वपूर्ण स्टॉक मार्केट में ऐसे कई सारे इंडेक्स प्रसिद्द हुवे है। मार्किट कॅपिटल के हिसाब से इंडेक्स , सेक्टर के हिसाब से इंडेक्स , और बेंच मार्क इंडेक्स इस तरह से इंडेक्स कंप्यूटर बेस बनाए गए। कंप्यूटर ऑटो मायसेशन से और सेट क्राइटेरिया से इन इंडेक्स की कंपनीया बदलती रहती है।

BSE इंडेक्स ३० (सेंसेक्स) –

BSE स्टॉक मार्केट का यह सबसे महत्वपूर्ण इंडेक्स माना जाता हे और इसे शुरू करने में स्टॉक विश्लेषक दीपक मोहनी का बहुत बड़ा सहभाग रहा है। सेंसेक्स की बेस वैल्यू १ अप्रैल १९७९ से 100 तय कर दी है और इस इंडेक्स में BSE की ३० ऐसी कम्पनिया होती हे जिसको कुछ मापदंड पुरे करने होते है।

  • कंपनी BSE पर लिस्ट होना जरुरी है
  • कंपनी का मार्केट कॅपिटल दूसरे कंपनियों से ज्यादा होना चाहिए
  • स्टॉक में लिक्विडिटी अच्छी होनी चाहिए याने कॅश फ्लो अच्छा होना चाहिए
  • कंपनी अपने मुख्य व्यवसाय में अच्छा परफॉर्म करना चाहिए
  • कंपनी के निवेश अलग अलग क्षेत्र में और स्थिर होने चाहिए
  • इसतरह से सेंसेक्स पर लिस्ट होने वाली कम्पनिया सेंसेक्स पर ५४०० कंपनियों का प्रतिनिधित्व करती है। जिससे इंडेक्स पर एक पॉजिटिव प्रभाव रहता है।

NSE इंडेक्स (निफ़्टी ५०) –

२२ अप्रैल १९९६ को शुरू किया गया जिसका बेस वैल्यू 1000 यह मापदंड रखकर शुरू किया गया और मार्किट कॅपिटल २ ट्रिलियन रखा गया था। निफ़्टी ५० में अप्रैल २०२१ तक कुल १३ सेक्टर शामिल थे जिसको मिला के बनाया गया है। २००८ से २०१२ तक इस इंडेक्स को कम करके अलग से दूसरे इंडेक्स बनाये गए है।
जिसकी वजह से इस इंडेक्स का मार्केट कॅपिटल पहले से कम हुवा है। इस इंडेक्स को शुरू किया गया था जिसमे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सबसे ज्यादा बड़े शेयर्स शामिल किये जाते इसमें चुनने के लिए NSE के कुछ नियम होते है इस के तहत यह कम्पनिया चुनी जाती हे जो इस इंडेक्स के माध्यम से बाकि कंपनियों का प्रतिनिधित्व करती है।

इसमें प्रोमोटर्स और सरकार के हिस्से को शामिल नहीं किया जाता। जो मार्केट शेयर बाजार में खरीद और विक्री के लिए उपलब्ध होता हे उसे मार्केट कॅपिटल समझा जाता है। यह इंडेक्स बाजार के उतार चढाव के माध्यम से इस इंडेक्स के बाकि शेयर्स पर परिणाम हमें देखने को मिलता है।

इससे जो कम्पनिया अच्छा परफॉर्म नहीं करती उनको भी फायदा होता है इसलिए मार्केट की सबसे बेहतरीन कम्पनिया इस इंडेक्स का नेतृत्व करती है। इसमें साधारणता मार्केट कॅपिटल, कंपनी की रोज की खरीद और विक्री की संख्या और कंपनी का हर साल का परफॉरमेंस ऐसे कुछ मानदंड के आधार पर शेयर्स कंपनी बदलती रहती है।

S & P BSE 100 इंडेक्स –

S & P याने स्टॅंडर्ड एंड पूअर्स यह एक अंतराष्ट्रीय मानक कंपनी है जो यह कंपनी इंडेक्स के मानक तय करती हे जो इस मानक के अनुसार इंडेक्स बनाए जाते हे उसे लायसेंस प्रदान करने का काम करती है। BSE याने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और 100 याने उतनी कम्पनिया बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के इस इंडेक्स का प्रतिनिधित्व करती है।

BSE में लगबघ ५४०० कम्पनिया लिस्टेड हे मगर केवल १०० कम्पनिया इस इंडेक्स में शामिल की जाती है। इससे निवेशक अच्छे स्टॉक और उसका परफॉरमेंस इंडेक्स के माध्यम से देख सकते है। हर दिन बाजार का रुख कैसा होगा यह इन शेयर के उतर चढाव रहता है।

मार्केट कॅपिटल के हिसाब से इंडेक्स / Indexes By Market Capital –

  • लार्ज कॅप इंडेक्स – ७००० करोड़ से २०००० करोड़ तक की कंपनीया
  • मिड कॅप इंडेक्स – ५०० करोड़ से ७००० करोड़ तक की कंपनीया
  • स्माल कॅप इंडेक्स – ५०० करोड़ तक की कंपनीया

यह इंडेक्स जिनके पास इन्वेस्टमेंट छोटी होती है और वह सीधा शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना चाहते है उनके लिए यह इंडेक्स काफी महत्वपूर्ण है जिससे स्टॉक मार्केट की कंपनी या कॅपिटल के हिसाब से कौनसी अच्छी है इसलिए मार्गदर्शन का काम करती है। बड़े निवेशक और फाइनेंस संस्थाए भी इसपर बड़े स्तर पर इन्वेस्टमेंट करती है।

यह इंडेक्स पूरी दुनिया के महत्वपूर्ण स्टॉक मार्केट में चलाए जाते है। भारत की बात करे तो भारत में यह इन्वेस्टर में सबसे प्रसिद्द स्टॉक इंडेक्स माना जाता है। इस इंडेक्स को ब्लू चिप कंपनी के नाम से भी जाना जाता है जो स्टॉक मार्केट के बड़ी कंपनियों से काफी सस्ती मिलती है और इसके लिए कंपनी के फंडामेंटल्स चेक करना सबसे जरुरी चीज होती है।

सेक्टर बेस इंडेक्स / Sector base Index –

सेक्टर बेस इंडेक्स यह सकल्पना निवेशक को अपनी इन्वेस्टमेंट सेक्टर के हिसाब से कैसे निवेश का पोर्ट फोलियो बनाये इसके लिए मार्गदर्शक का काम करता है। यह भारत के NSE और BSE दोनों महत्वपूर्ण स्टॉक मार्केट में चलाया जाता है।

  • ऑटो इंडेक्स
  • बैंक इंडेक्स
  • कंस्यूमर डूरेबल इंडेक्स
  • फाइनेंसियल इंडेक्स
  • FMCG इंडेक्स
  • आईटी इंडेक्स
  • मीडिया इंडेक्स
  • मेटल इंडेक्स
  • आयल एंड गॅस इंडेक्स
  • फार्मा इंडेक्स
  • प्राइवेट बँक इंडेक्स
  • PSU बँक इंडेक्स
  • रियलिटी इंडेक्स

अन्य इंडेक्स / Other Indexes –

यहाँ हमने मुख्य रूप से जो लोग शुरुवात दिनों में शेयर मार्केट के बारे में जानना चाहते है उनके लिए ऊपर दिए गए इंडेक्स काफी महत्वपूर्ण है। जैसे जैसे निवेश का अनुभव बढ़ता है वैसे वैसे स्टॉक मार्किट के अन्य इंडेक्स आप अनुभव से जान जाते है।

यह जो इंडेक्स हमने बताए है ज्यादातर स्टॉक मार्केट के व्यवहार इन्ही इंडेक्स के आकड़ो पर निर्भर होते है। जो स्टॉक मार्केट के विशेषज्ञ होते है वह स्टॉक मार्केट का इससे भी गहराई से अध्ययन करते है। सामान्य निवेशक के लिए इतने इंडेक्स जानकर और उसका विश्लेषण करके निवेश करना आसान हो जाता है।

भारत की शेयर मार्केट के लिए इंडेक्स की विशेषताए / Features of Share Market –

  • सेंसेक्स और निफ़्टी यह भारत के शेयर मार्केट के सब से महत्पूर्ण इंडेक्स माने जाते है।
  • सेंसेक्स और निफ़्टी यह दुनिया के कई महत्वपूर्ण स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हुए है।
  • सेंसेक्स यह BSE तथा भारत का सबसे पुराना इंडेक्स है।
  • निफ़्टी ५० और BSE सेंसेक्स -३० यह सबसे ज्यादा मार्केट कॅपिटल वाले इंडेक्स माने जाते है।
  • मार्किट कॅपिटल में कंपनी के प्रोमोटर्स और सरकारी निवेश नहीं पकड़ा जाता।
  • शेयर मार्केट इंडेक्स निवेशक के लिए बाजार की तस्वीर एकदम स्पष्ट कराती है।
  • इंडेक्स पर बाजार में जो प्रभाव होता है उससे सभी शेयर्स प्रभावित होते है चाहे तेजी हो चाहे मंदी हो।
  • शेयर मार्केट इंडेक्स मुख्य रूप से स्टॉक एक्सचेंज बनाता है मगर कई फाइनेंस संस्थाए और म्यूच्यूअल फंड्स स्पेशल इंडेक्स बनाकर
  • निवेशक को आकर्षित करने की कोशिश करते हे और मीडिया के माध्यम से भी इंडेक्स बनाए जाते है।

निष्कर्ष / Conclusion –

इसतरह से हमने यहाँ स्टॉक मार्केट के इंडेक्स क्या होता हे और उसका महत्त्व निवेशक लिए कैसा होता हे यह जानने की कोशिश की। इसमें कई सारे इंडेक्स अपने आप में एक कंपनी है और भारत में ही नहीं दुनिया के कई सारे महत्वपूर्ण स्टॉक मार्केट में लिस्ट हो चुके है।

स्टॉक मार्केट में अलग अलग इंडेक्स लाने का मकसद सभी कंपनी के बारे में जानकारी देना स्टॉक मार्केट के लिए संभव नहीं होता इसलिए जितना शेयर बाजार में विश्लेषणात्मक इंडेक्स बड़े और छोटे निवेशक जानेगे उतना निवेश की पद्धती सिंपल होगी।

हम देखते है NSE और BSE की सभी कंपनी मिलाके यह अकड़ा ७००० के ऊपर जाता है। इसलिए केवल सेंसेक्स और निफ़्टी पर स्टॉक मार्केट कैसे परफॉर्म कर रहा है यह कहना काफी मुश्किल काम है। इसलिए अलग अलग इंडेक्स स्टॉक मार्केट की सही स्थिति के बारे में बताने में सटीक काम करता है।

हमें आशा है शेयर मार्केट के इंडेक्स के बारे में जीतनी महत्वपूर्ण जानकारी हमने प्रस्तुत की उससे आप को शेयर मार्केट में रणनिती बनाने में फायदा होगा ऐसी आशा करते है।

अमरीका का शेयर बाजार और इन्वेस्टमेंट

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