मनोविज्ञान कहता हे जितना हम शांत रहते हे हमारे बोलने की उस्तुकता लोगो को रहती है, आप कितने भी बुद्धिमान हो ज्यादा बोलते हे

प्रस्तावना / Introduction –

कहते हे हमारे शब्द किसी नोकीले बान से भी तीक्ष्ण होते हे, जो शब्द बान से भी गहरा घाव हमारे मन में करते है , इतिहास में कई युद्ध इसी कारन हुए है। हमारा जो आज का विषय हे इसमें शांत रहने की शक्ति क्या हे यह हम जानेगे, जिसमे हम मुख्य रूप से कम बोलना और ज्यादा बोलना इस महत्वपूर्ण चीज पर हमारा विषय केंद्रित करेंगे। शांत रहना याने मौन धारण करना नहीं हे मगर क्या बोलना चाहिए और कितना बोलना चाहिए इसपर हम चर्चा करेंगे।

मूल रूप से हमें समाज में दो स्वाभाव के लोग देखने को मिलते हे , एक ज्यादा बात करने वाले और दूसरे बहुत कम बात करने वाले लोग जिसमे हम देखते हे जो लोग ज्यादा बातूनी होते हे इनका मित्र परिवार काफी ज्यादा होता हे और जो लोग बहुत कम बोलते हे उनका मित्र परिवार बहुत कम या न के बराबर होता है। अगर हम सफलता की बात करे तो जो लोग कम बात करते हे वह जीवन में ज्यादा सफल होने की संभावना हे, ज्यादा बातूनी लोगो से तुलनात्मक देखा जाए।

हम इस आर्टिकल में स्वाभाव में कम बोलने की आदत हमें कैसे सफल और सुरक्षित बनाती हे यह हम देखेंगे , क्युकी यह स्वाभाव विकसित करना काफी मुश्किल काम होता है। ऐसा देखा गया हे की ज्यादातर बुद्धिमान लोग स्वाभाव से शांत होते हे और बहुत कम बात करते है , इसलिए हमें हमारे कुदरती स्वाभाव में बदलाव करके यह आदते डालना कितना जरुरी हे यह हम देखेंगे।

शांत रहने की शक्ति क्या है ? / What is The Power of Silence –

जितना हम ज्यादा बोलते हे उतना हमें लोग ज्यादा समझते हे और इससे हमारी खामिया लोगो को समझती है, जितना हम कम उतना हम हमारे शब्दों की कीमत बढ़ाते है। मनोविज्ञान यह कहता हे की जितना हम शांत रहते हे उतना हमारे बोलने की उस्तुकता लोगो को रहती है और आप कितने भी बुद्धिमान हो अगर आप ज्यादा बोलते हे , आप कुछ न कुछ गलत शब्द बोलते है जिससे सामने वाला व्यक्ति आपसे दुःखी अथवा खफा हो जाता है।

शांत रहने की शक्ति समझने के लिए हमें मौन रहने की जरुरत नहीं होती मगर अपने शब्द नाम तोल कर बोलने होते है। जितना आप अपने शब्दों को कीमत देंगे और इसे बड़ी सावधानी से इस्तेमाल करेंगे उसकी अहमियत लोगो के लिए बढ़ जाती है। किसी भी भविष्य के नियोजन को उसके प्रत्यक्ष रूप में उतरने से पहले लोगो को बताना यह आपके बातूनी होने का सबुत होता हे जिससे आप अपने लक्ष की कीमत कम करते है।

ज्यादा ज्ञान होने के बावजूद बुद्धिजीवी लोग बहुत कम बोलते हे मगर ज्यादातर बातूनी लोग बिना ज्ञान के केवल जानकारी पर खुद को होशियार समझते हे। बड़बोले होना यह आदत हमें किसी की बाते सुनने की आदत से दूर रखती हे और केवल अपनी बाते बोलने में ज्यादा महत्त्व रखते है। इससे हमारा ज्ञान बढ़ने की बजाय केवल हम खुद को भ्रमित रखते है , जिससे लोग आप से दूर रहना पसंद करते है , दुखी होते हे, आप की नकारात्मक प्रतिमा बन जाती है।

कम बोलने की आदत स्पर्धा में आगे रखती है / Silence skills Keep you a head of Your Competitors –

अमझोन के जेफ़ बेजोस ने अपने क्लाउड बिज़नेस को कई दिनों तक एक सीक्रेट की तरह रखा था जो उनके शेयर होल्डर्स को भी पता नहीं था , उससे जो प्रॉफिट कंपनी को मिलता था वह सीक्रेट प्रॉफिट की तरह दिखाया जाता था। बाद में जैसे ही क्लाउड कंप्यूटिंग बिज़नेस को जेफ़ बेजोस ने दुनिया के सामने रखा तो सब लोग हैरान रह गए जिसने उनके प्रॉफिट में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी थी।

गूगल माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल जैसे टेक जाएंट इस रणनीति से गहरे सदमे में रहे थे जिससे क्लाउड बिज़नेस में जेफ़ बेजोस ने प्रभुत्व प्रस्तापित किये रखा और ७० % मार्किट शेयर उनकी कंपनी का बना रहा। यह हे शांत रहने की कला जो आपके उद्देश्य को सफल बनाती है, जेफ़ बेजोस को यह बिज़नेस मॉडल ने काफी सफल बनाया मगर इसके लिए उन्होंने इस बिज़नेस मॉडल को कई देने तक लोगो से छुपाकर रखा और खुद को वक्त दिया इसे विकसित करने के लिए।

जैसे ही यह सीक्रेट बेजोस ने दुनिया के सामने रखा , एप्पल , गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कम्पनिया इसमें शामिल हुई मगर वह जेफ़ बेजोस के कंपनी से स्पर्धा करने में असफल रही। किसी भी उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए उसे सीक्रेट रखना काफी जरुरी होता हे मगर हमारा उत्साह हमें यह सीक्रेट नहीं रखने देता और हम इसे दुसरो से शेयर करते है जिसका इस्तेमाल वह लोग खुद के फायदे के लिए करते हे और आपकी मेहनत का फायदा दूसरे उठाते है।

शांत रहकर खुद को पहचाने / Better understand Yourself by Silence –

बुद्ध के मैडिटेशन को हम जानते हे , जिन्होंने बगैर किसी किताब को पढ़े निरिक्षण से दुनिया को और खुद को जानने की कोशिश की है। आज के दौर में हम किताबे पढ़कर , यूनिवर्सिटी में पढ़कर हमारी जानकारी को बढ़ाते हे ने यह जानकारी अपने भीतर खोजने की कोशिश की थी। इंसान दूसरे ग्रहो पर जाकर संशोधन कर रहा हे मगर अपने भीतर क्या हे इसको जानने में अभी तक सफल नहीं हुवा है।

सफल होने के लिए जैसे बाहरी आदते आपको सफल बनाती हे वैसे ही आपके भीतर जो नकारात्मक भाव तथा आत्मविश्वास की कमी होती हे यह कैसे ख़त्म करनी हे इसके लिए शरीर के भीतर झाकना पड़ता हे और इसके लिए शांत रहना तथा अकेले रहकर खुद को जानने की कोशिश करना यह बहुत सारे लोग नहीं करते। कई बार हमारी समस्याओ का करना हमारे भीतर होता हे और हम उसे बाहर खोजते है।

इंसान अकेले रहने से काफी डरता हे मगर अकेले रहकर आप खुद को सही से समझ सकते हे और आपके गुण और आपके दुर्गुण सही मायने में पहचान सकते है। मैडिटेशन से हम हमारी अशांती को दूर कर सकते हे इसलिए दिन कुछ मिनट इसके लिए रखे जिससे आपने उद्देश्य को हासिल करने के लिए जो संयम चाहिए वह आपको इससे मिलेगा। अपने इमोशन आपकी असफलता के लिए कारन बनते हे इसलिए इसको नियंत्रित करने का एक मात्र उपाय हे खुद को जानने की कोशिश करना।

बातूनी होना आपको संकट में डालता है / You Can put Yourself in Danger by talking –

चीन के प्रसिद्द बिजनेसमैन जैक मा ने अमरीका में एक भाषण में चीन की राजनितिक नीतियों के बारे में आलोचना की थी जिसका परिणाम तक वह मीडिया और लोगो के सामने नजर नहीं आए। बाद में देखा गया की वह मीडिया के सामने बोलते समय काफी सावधानी बरतने लगे , जिससे समझमे आता हे की चीन की सरकार ने उनके इस बर्ताव के लिए उन्हें समझ दी होगी। यह हमें बताता हे की अपने काम से काम रखना और कम बोलना कितना जरुरी होता है।

इतिहास में कई सारे लोगो को गलत बयान देने की वजह से अपनी जान गवानी पड़ी है, और जो लोग सही समय पर शांत रहने की अहमियत जानते हे वह समय का सही इस्तेमाल करना जानते है। आप कितने भी होशियार हो मगर ज्यादा बात करना आपसे गलत बयान निकल ही जाता हे जिससे आप संकट में फस जाते है, इसलिए नाप तौल कर बोलना यह सही रणनीति होती है।

हमें शांत रहने का स्वाभाव हर क्षेत्र में बचाता हे, चाहे आप किसी ऑफिस में काम करते हो , राजनीती में हो अथवा अपने पारिवारिक रिश्तो में हो शांत रहने की कला हमेशा आपके लिए कारगर साबित होती है। इंसान कभी भी बोलने पर अहमियत नहीं देते वह दिखने पर विश्वास करते हे इसलिए आपके उद्देश्य कितने भी अच्छे हो मगर वह लोगो को बताओ तो लोग आप पर हसेंगे।  इसलिए अपने उद्देश्य को सीक्रेट रखकर प्रत्यक्ष में उतारने लोग उस पर विश्वास तुरंत रखते हे मगर इससे पहले उसका गलत उपयोग कर सकते है अथवा आप संकट में फस सकते है।

कम बात करने से दूसरे लोगो का इरादा जान सकते है / Less Talking know you other Peoples Intentions –

जब हम किसी व्यक्ति से मिलते हे तो उससे ज्यादा बात हम करते हे, हमारा उद्देश्य होता हे उससे होशियार दिखना। सामान्यतः यही स्वाभाव हमें देखने को मिलता हे और सामने वाले की बाते सुनने से ज्यादा हम उसको क्या जवाब देना हे इसके बारे में ज्यादा सोचते हे और उस व्यक्ति ने क्या कहा हे इसपर ध्यान नहीं देते। इससे आप उस व्यक्ति को जानने में असफल होते हे और वही व्यक्ति आपको परखने में सफल होता है।

इसलिए लोगो को परखने के लिए शांति से दुसरो की बातो को सुनने की आदत डाले जिससे आपको लोगो को समझने में आसानी होगी।   इससे लोग भी ज्यादा जुड़ते है और गलत लोगो से आप दूर रहने का निर्णय ले सकते है।किसी भी बिज़नेस में अथवा वास्तविक जीवन में यह आदत आपको सफल बना सकती है। बिज़नेस में किसी महत्वपूर्ण व्यवहार में सामने वाले व्यक्ति को पूरी तरह समझकर आप उस व्यवहार को सफल कर सकते है।

विक्री की कला में बातूनी होना जरुरी नहीं होता बल्कि लोगो का मनोविज्ञान समझना जरुरी होता है। जो लोग शांति से दुसरो की बात सुनते हे उन लोगो का इस क्षेत्र में सफल होना संभव हे तथा दुनिया में ज्यादातर सफल लोग शांत स्वाभाव के होते है। राजनितिक तौर पर भी जो लोग शांत स्वाभाव के होते हे वही लोग ज्यादातर लीडर होते है, जिससे वह दूसरे लोगो को बेहतर समझते है ।

खुद को और दुसरो को शक्तिशाली बना सकते है / Empower Yourself & Others –

शांत रहने का और कम बोलने का स्वाभाव आपको शक्तिशाली बनाने में कारगर साबित होता हे क्यूंकि जो लोग कम बोलते हे उनके बोलने के अहमियत अपने आप बढ़ती हे और इसमें भी आपके पास काफी ज्ञान हे तो वह आपको दुनिया से अलग बनाता हे और लोग आपके प्रभाव में रहते है। दुनिया में जितने भी सफल लीडर हुए हे उनमे यह क्षमता रही है जिससे वह खुद को भी शक्तिशाली बनाते हे और उनके सहयोगी लोगो को भी शक्तिशाली बनाते है।

हम किसी ऑफिस में काम करते हे अथवा राजनीती में हो तो यह आदत हमें बहुत महत्वपूर्ण सफलता दिलाती है क्यूंकि आप जितने ज्यादा अपने काम से दूसरे लोगो को प्रभावित कर सकते हे उतने जल्दी आप अपनी बातो से नहीं कर सकते इसलिए स्थाई रूप से किसी क्षेत्र में सफल रहना चाहते हे तो शांत स्वाभाव का होना और कम बाते करना यह आदते काफी अहमियत रखती है।

शांत स्वाभाव हमें हमारे भावनाओ पर नियंत्रण रखना सिखाता हे अन्यथा हम ज्यादा बात करने से कोई न कोई गलती करते हे इसलिए शांत रहना हमेशा से हमें शक्तिशाली रहने का एक अच्छा माध्यम है। यह आदत विकसित करना इतना आसान काम नहीं हे क्यूंकि हमें हमारी भावनाए नहीं देती और हम किसी भी महत्वपूर्ण सीक्रेट को लोगो को जाहिर कर देते है।

शांत रहने हमारा ज्ञान बढ़ता है / Less Talking Increase Your Knowledge –

महान दार्शनिक सोक्रेटस हमेशा लोगो को जागृत करने सवालों के माध्यम से जागृत करते हे क्यूंकि उन्हें पता होता था की लोगो का अहंकार उन्हें विवाद में दुसरो की बाते नहीं सुनने देता। इसलिए वह बड़ी शांति से सामने वाले लोगो से ऐसे सवाल पूछते थे की उस सवाल का जवाब देना काफी मुश्किल हो जाता था।

सामान्यतः हम देखते हे की इंसान का ईगो हमेशा से किसी भी विवाद में सामने वाले व्यक्ति के मत से सहमत होने में तैयार नहीं होता , वह पहले से ठान लेता हे की मेरी धारणाए सही हे और मुझे इसे डिफेंड करना है। इसलिए वह दुसरो की बाते कम सुनता हे और खुद की बात मनवाने में ज्यादा समय लगाता है।

बहुत कम लोग यह जानते हे की सामने वाले व्यक्ति को सुनने से हमारा ज्ञान बढ़ता हे और ज्यादा बाते करने से हम हमारा समय दुसरो पर हम बर्बाद करते है। क्यूंकि समाज में ज्यादातर लोग सुनना पसंद नहीं करते और ज्यादा बोलना पसंद करते है। सामने वाले को सुनना याने खुद को कमजोर समझना यह ज्यादातर धारणा हममे निर्माण होती है।

कम बोलने के नुकसान / Damages of Less Talking –

इस आर्टिकल में हम कम बोलने के फायदे क्या होते हे और इसकी आदत को कैसे विकसित करे इसके बारे में हे मगर कई बार सही समय पर सही जगह शांत रहना हानिकारक होता है। इसलिए शांत रहने की आदत अच्छी हे मगर हर नियम के कुछ अपवाद होते है इसी दृष्टिकोण से हमेशा शांत रहने की आदत होनी चाहिए यह भ्रम हमें नहीं पालना है।

कम बोलने की आदत इसका मतलब सही समय पर बोलना नहीं हे ऐसा नहीं माना जाता, इसलिए हमें यह समझना होगा की जब बोलने का सही समय हो और बोलना जरुरी हो उस समय बोलने की क्षमता रखना महत्वपूर्ण है। जहा अन्याय अत्याचार हो रहा हे और आपका बोलना जरुरी हे वह बोलना चाहिए तथा किसी महत्वपूर्ण मुद्दे पर खुद का स्टैंड लेना महत्वपूर्ण होता हे नहीं तो आपकी प्रतिमा का लोगो पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

कम बोलने की आदत और शांत स्वाभाव यह हमें सफलता दिलाता हे मगर कानून के सिद्धांत कहते हे की कोई भी नियम पूर्णतः नहीं होते इसके कुछ अपवाद होते हे जिसमे कुछ करने के लिए बोलना जरुरी होता है। कभी कभी शांत स्वाभाव से निर्णय प्रक्रिया में आपको नहीं पकड़ा जाता और यह आपके प्रभाव पर दुष्परिणाम कह सकते हे इसलिए स्वाभाव में थोड़ी अनिश्चितता रखना जरुरी होता है।

निष्कर्ष / Conclusion –

इसतरह से हमने कुछ अलग विषय पर आपके सामने हमारे विचार रखने की कोशिश यहाँ की है जिससे हमें शांत रहने की और कम बात करने की आदत कितनी महत्वपूर्ण होती हे जो हमें जीवन में सफल बनाती है। जीवन में किसी भी क्षेत्र में काम करते समय हमारा स्वाभाव यह तय करता हे की हम कितने सफल होंगे , शांत रहने का स्वाभाव जिसे अंग्रेजी में इंट्रोवर्ट कहते हे यह ज्यादातर सफल लोगो में पाया जाता है।

कुछ लोगो में यह स्वाभाव जन्म से होता हे मगर ऐसा स्वाभाव हम अपने स्वाभाव में विकसित कर सकते है। सामान्यतः समाज में ऐसे लोगो को नकारात्मक नजरिये से देखा जाता हे जो दुसरो का सम्मान नहीं करते लोगो से बात नहीं करते और बड़े अहंकारी स्वाभाव के होते हे ऐसा मानना होता है। यह धरना गलत हे ऐसे लोग लोगो को बड़ी बारीकी से निरिक्षण करके दोस्ती के लिए चुनते है। ऐसे लोगो के बहुत कम दोस्त होते हे मगर वह अच्छे हो इसपर ज्यादा ध्यान देते है।

आपकी बातो का मूल्य हमें कम बात करके बढ़ाना होता हे जो हमें किसी भी पेशे में बहुत काम आता है , दूसरे लोगो को कई बार ज्यादा बात करने से हम दुःखी करते हे इसलिए हमारे व्यक्तिगत संबंध हम ऐसे स्वाभाव से अच्छा रख सकते है। राजनीती में यह स्वाभाव हमें बड़े मक़ाम पर पंहुचा सकता हे क्यूंकि इस स्वाभाव की अहमियत सबसे ज्यादा हमें राजनीती में देखने को मिलती है। दुनिया में जितने भी बड़े लीडर हुए हे उन्होंने यही स्वाभाव से अपने उद्देश्य को हासिल किया हे और लोगो पर प्रभाव डाला है।

अवचेतन मन की शक्ति को जानिए

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