प्रस्तावना / Introduction –

जॉन डी रॉकफेलर यह एक सही मायने में एन्ट्रप्रेनुएर थे जिन्होंने आर्थिक अपना साम्राज्य खुद के बुद्धिक्षमता से बढ़ाया है। १९ वी सदी के वह दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति जाने जाते है। आज फोर्बे के अनुसार उनकी परिवार की संपत्ति ज्यादा नहीं दिखाई गयी है। मगर ऐसा माना जाता हे की उनकी परिवार ने अपनी वास्तविक संपत्ति दुनिया के सामने कभी आने नहीं दी वह ४०० बिलियन अमरीकी डॉलर मानी जाती हे, यह अकड़ा अधिकृत नहीं हे।

जॉन डी रॉकफेलर के दैनदिन जीवनक्रम का अध्ययन कई यूनिवर्सिटी द्वारा किया जाता हे और खुद स्टीव जॉब यह उनकी काम करने का तरीका अनुकरण करते थे ऐसा कहा जाता है। रॉकफेलर के सफलता के नियमो के अनुसार वह मानते थे की सफल लोगो की जीवनी पढ़ना यह सफलता का रास्ता दिखाने का सबसे प्रभावशाली रास्ता है। इसलिए हम उनकी जीवनी अध्ययन करने की कोशिश करेंगे और उनका बिज़नेस मॉडल कैसे इतना सफल हुवा यह देखेंगे।

जॉन डी रॉकफेलर के समय की स्थिति कैसी थी इसका अध्ययन करेंगे जिसमे औद्योगिक क्रांति अपने शुरुवाती पड़ाव पर थी और ऑटोसेक्टर हेनरी फोर्ड के माध्यम से बढ़ाना शुरू हो रहा था। रॉकफेलर का शुरुवाती बिज़नेस यह दिये को जलाने के लिए लगाने वाले तेल के लिए बेहतर पर्याय के रूप में उपलब्ध हुवा था। अमरीकी समाज में रॉकफेलर की इस तेजी से हो रही विकास ने काफी गलत धारणा निर्माण होने लगी थी जिसको संतुलित करने के लिए उन्होंने समाज के लिए सेवा करने का कार्य शुरू किया।

जॉन डी रॉकफेलर (१८३९ -१९३७) / Early Life of John D. Rockefeller –

विलियम एवेरी रॉकफेलर जो एक प्रवासी चिकिस्तक थे और निरंतर एक जगह से दूसरे जगह प्रवास करते थे जीन्होने दूसरी शादी की थी जिसकी वजह से जॉन डी रॉकफेलर पर काफी काम उम्र में घर की जिम्मेदारी आ पड़ी थी। रॉकफेलर यह अपने माता पिता के छह संतानो में दूसरे नंबर के बड़े बेटे थे इसलिए घर की जिम्मेदारी उनपर आन पड़ी। उनका पहल जॉब यह बुककीपर के तौर पर था मगर उन्होंने यह काम ज्यादा दिनों तक नहीं किया और खुद की कमिशन कंपनी स्थापित की जो कमोडिटी मार्किट में काम करती थी।

१८६० में अमरीका पेनीसिल्विया में ऑइल के भंडार मिले थे जिसका भविष्य देखते हुए इस बिज़नेस में उन्होंने हात आजमाने के निर्णय लिया मगर ऑइल निकालने का और इसका शुद्धिकरण करने का यह दो प्रमुख बिज़नेस इस क्षेत्र थे जिसमे ऑइल निकालने का काम काफी जोखिम भरा होने के कारन उन्होंने ऑइल शुद्धिकरण का बिज़नेस शुरू करने का निर्णय लिया। १८६३ में उन्होंने अपनी रिफायनरी की शुरुवात की।

जो अगले दो साल में क्लेवलैंड क्षेत्र की सबसे बड़ी ऑइल शुद्धिकरण की कंपनी बन गयी जिसकी सफलता को देखते हुए रॉकफेलर ने ऑइल बिज़नेस में पूरा ध्यान देना शुरू किया। स्टैण्डर्ड आयल कंपनी यह उनके जीवन का सबसे महत्वकांक्षी बिज़नेस था जिसमे काम करते हुए पचास की उम्र में उन्होंने कंपनी की बागडौर अपने बेटे जूनियर रॉकफेलर के हातो में दे दी जो सभी के लिए एक आश्चर्यकारक निर्णय था। जीवन के ९८ साल के जीवन में अपना आखरी समय उन्होंने समाज के लिए काम करना पसंद किया।

रॉकेरेफेलर की सफलता का सूत्र / Success Formula of Rockefeller –

  • दुसरो काम करना बंद करे
  • पैसे की बचत करना सीखे
  • अगर आप गरीब हे तो बिज़नेस को प्राथमिकता दे
  • पैसिव इनकम के मार्ग तैयार करे
  • हर महीने ५०००० $ इनकम का लक्ष निर्धारित करे
  • अपना सामाजिक नेटवर्क बढ़ाने का हुनर सीखे
  • हमेशा सफल और सकारात्मक लोगो के संपर्क में रहे
  • बहाने बनाना बंद करे
  • सफल लोगो की जीवनी पढ़े
  • बड़े सपने देखना शुरू करे
  • आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करे और लोगो की सहायता करे
  • जो पैसा कमाया हे उसका आनंद लेना सीखे

यह सब गुणों का अध्ययन कई यूनिवर्सिटी द्वारा किया गया हे और कुछ उन्होंने जो सार्वजनिक तौर पर जो भाषण दिए हे उसके अनुसार यह सूत्र बनाए गए है। इसमें बहुत सारे गुण उन्होंने अपने बिज़नेस को चलते वक्त कैसे निर्णय लिए थे इससे हम अध्ययन कर सकते है। बिज़नेस की रणनीति क्या होनी चाहिए यह कोई बिजनेसमैन खुले तौर पर ज्यादातर नहीं बताता है। इसलिए ऐसे गुणों को निरिक्षण के माध्यम से अध्ययन करना पड़ता है।

अमरीकी सरकार द्वारा उनपर टैक्स चोरी के कई आरोप होते रहे हे और वास्तविक संपत्ति से कई ज्यादा संपत्ति उनके पास हे ऐसे आरोप उनपर होते रहे है। उन्होंने स्टैण्डर्ड ऑइल की अध्यक्षता से काफी कम उम्र में रिटायरमेंट ली थी जिससे कई कांस्पीरेसी थेओरी ने जन्म लिया। आज की तरह टेक्नोलॉजी नहीं होने के कारन बहुत सारा बिज़नेस वह बगैर रिकॉर्ड के कर सकते थे। इसमें कितनी वास्तविकता हे यह कोई नहीं बता सकता। अमरीकी मीडिया द्वारा हजारो लेख उनपर लिखे गए जिससे यह धारणाए निर्माण हुई हे ऐसा उनका खुद का मानना था।

स्टैण्डर्ड ऑइल कंपनी की स्थापना / Formation of Standard Oil Company –

१८७० में ऑहियो में कई वित्तीय पार्टनर्स के साथ मिलकर जॉन डी रॉकफेलर ने स्टैण्डर्ड आयल कंपनी की स्थापना की थी जिसमे प्रमुख निवेशक रहे थे हेनरी फ्लेग्लेर। स्टैण्डर्ड आयल कम्पनी यह दुनिया की सबसे पहली अंतराष्ट्रीय कंपनी बानी जिसने न केवल अमरीकी मार्किट में अपना प्रभुत्व प्रस्तापित किया बल्कि बाकि देशो में अपने बिज़नेस को बढ़ाया। इसके लिए उनपर मार्किट में छोटे बिज़नेस पर कब्ज़ा करने के आरोप लगते रहे हे।

क्लेवलैंड राज्य की लगबघ सारी शुद्धिकरण प्लांट पर स्टैण्डर्ड ऑइल कंपनी का कब्ज़ा था जिससे ऑइल के सप्लाई तथा कीमत को नियंत्रित करने का अधिकार अलिखित रूप से कंपनी के पास था। इसी प्रभुत्व की शक्ति से उन्होंने अमरीका की रेलरोड तथा पाइपलाइन पर कम दामों पर परिवहन करने का काम किया जिससे कंपनी को प्रॉफिट बढ़ने में सहायता मिल गयी। कंपनी की ब्रांडिंग तथा विक्री पर काफी पैसा खर्च किया जिससे मार्किट में प्रभुत्व निर्माण हो सके।

१८८१ में रॉकफेलर और उनके सहयोगियों ने मिलकर स्टॉक ऑफ़ स्टैण्डर्ड ऑहियो की स्थापना की जिसमे ९ ट्रस्टी बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स के माध्यम से अमरीका के बाकि राज्यों की आयल इंडस्ट्री को सदस्य बनाया और खुद को इसका अध्यक्ष बनाया। इससे अपने आप के आयल बिज़नेस पर प्रभुत्व निर्माण करने का अधिकार उन्हें मिला। इससे कई राज्यों में इस एकाधिकार को नष्ट करने के लिए कानून बनाए गए जिसमे शर्मन एंटी ट्रस्ट कानून यह सबसे महत्वपूर्ण कानून था जो १८९० में बनाया गया।

बिज़नेस मॉडल ऑफ़ रॉकफेलर कंपनी / Business Model of Rockefeller Company –

सफल एन्ट्रप्रेनुएर की बहुत सारी गतिविधिया वह खुद सही तरीके से विश्लेषण नहीं कर पाते वह एक इंस्टिक्ट के माध्यम से हो जाती हे। ऐसी कई सारी गतिविधिया जॉन डी रॉकफेलर के अपने जीवन में जीतनी संपत्ति अर्जित की सरकार को हमेशा यह महसूस होता था की हम कुछ गतिविधिया खुली नजरो से नहीं देख रहे है। कई सारे केसेस रॉकफेलर परिवार पर किए गए मगर बहुत सारे केसेस में उनके बिज़नेस मॉडल को कोई समझ नहीं सका।

इसका मतलब हे की स्टैण्डर्ड ऑइल के माध्यम से जो बिज़नेस मॉडल रॉकफेलर ने बनाया था वह बहुत कम लोगो को पता होता था। कानूनी भाषा में इसे कार्टेल कहते हे जिसके माध्यम से बड़ी कम्पनिया अपना वर्चस्व बाजार पर रखने की कोशिश करती है। मोनोपोली यह रॉकफेलर की सफलता की सबसे महत्वपूर्ण रणनीति थी जिसमे वह छोटी प्रतिस्पर्धी कंपनियों को बिज़नेस बेचने के लिए मजबूर करते थे और भी अपने हिसाब से खरीदते थे ऐसे आरोप उनपर होते थे।

ऑइल शुद्धिकरण की फैक्टरी से लेकर रेलरोड और ऑइल स्थानांतरित करने के लिए पाइपलाइन यह पूरा सिस्टम पूरी अमरीका में उन्होंने बनाकर रखा था। जिसकी वजह से ऑइल उत्पादन से लेकर बाजार में बेचने तक जितना कम खर्च कर सकते हे यह सब प्रक्रिया का एक सिस्टम बनाया गया था। इसके लिए सरकारी व्यवस्था में रिटायर्ड हुए अनुभवी अधिकारियो का इसके लिए उन्होंने इस्तेमाल किया था। १९ वी सदी में आधुनिक मार्केटिंग स्टैण्डर्ड ऑइल के लिए की जाती थी जिसका कंपनी के ब्रांड बनने में महत्वपूर्ण भूमिका रही थी।

रॉकफेलर परिवार के व्यवसाय क्षेत्र / Rockefeller Families Businesses –

  • रॉकफेलर एंड कंपनी – यह कंपनी वित्तीय नियोजन का काम करती है
  • वेनरॉक एसोसिएट्स = वेंचर कैपिटल जिसने एप्पल कंपनी जैसे बड़े कंपनी में निवेश किए हुए है।
  • रॉकफेलर ट्रस्ट कंपनी – सभी प्रकारके परिवार के ट्रस्ट को यह कंपनी चलाती है।
  • रॉकफेलर इन्शुरन्स कंपनी – परिवार के सदस्यों के लिए लायबिलिटी इन्शुरन्स का प्रबंधन करने का काम यह कंपनी करती है।
  • असिडिया रिस्क मैनेजमेंट – परिवार के आर्ट कलेक्शन के लिए नियोजन करने का काम यह कंपनी करती है।

रॉकफेलर कंपनी ने रियल एस्टेट क्षेत्र में कई बड़े कंस्ट्रक्शंस अमरीका में किए जिसमे रॉकफेलर सेंटर और इंटरनेशनल हाउस ऑफ़ न्यूयोर्क जैसे प्रोजेक्ट देखने को मिलते हे। रॉकफेलर परिवार ऑइल क्षेत्र और बैंकिंग क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण इन्वेस्टमेंट करती रही हे जिसमे सबसे महत्वपूर्ण चेस मेनहट्टेन बैंक में परिवार का नियंत्रण था। रॉकफेलर फाइनेंस सर्विसेज यह कंपनी परिवार की सभी महत्वपूर्ण निवेश को नियंत्रित करती है।

परिवार के सभी महत्वपूर्ण बिज़नेस से जो भी प्रॉफिट होता हे इसका ज्यादा तर हिस्सा परिवार द्वारा बनाए गए सेकड़ो ट्रस्ट के माध्यम से इस्तेमाल किए जाते हे जिसकी वजह से उनकी वास्तविक संपत्ति कितनी हे यह हमें देखने को नहीं मिलती। इसलिए परिवार की ज्यादातर संपत्ति यह ट्रस्ट के माध्यम से ऑपरेट होती हे और यह सभी गतिविधिया चेस मेनहटन बैंक के माध्यम से किए जाते है।

जॉन डी रॉकफेलर और विवाद / Controversies & John D. Rockefeller –

जॉन डी रॉकफेलर यह अपने बिज़नेस को चलाने के लिए काफी आक्रामक तरीके इस्तेमाल करते थे जिसमे रेलरोड के ऑइल ट्रांसपोर्टेशन के लिए अपने स्पर्धक से कम कीमत पर ख़ुफ़िया तरीके से सौदा करने के आरोप उनपर लगते रहे है। सभी स्पर्धक कंपनियों को अपनी कंपनी बेचने के लिए मजबूर करना और मनचाहे कीमत पर वह कंपनी खरीद लेना यह उनका बिज़नेस पर मोनोपोली निर्माण करने का तरीका था। १९०० में पूरी अमरीका में ऑइल शुद्धिकरण के क्षेत्र में उनका ९० प्रतिशत हिस्सा था इससे हम अंदाजा लगा सकते हे की वह कितना प्रभाव इस क्षेत्र में रखते थे।

उनके पिताजी विल्लियम रॉकफेलर यह एक मेडिकल थेरोपी का इलाज करते थे जो ऐसा कहा जाता हे की वह लोगो को ठगने का काम करते थे इसलिए वह कभी भी एक जगह स्थायिक नहीं हुए। उनके जॉन डी रॉकफेलर की माताजी के आलावा दूसरी स्त्री से संबंध रहे जिसके कारन उन्होंने रॉकफेलर और उनके परिवार को छोड़कर उस महिला के साथ दूसरी जगह अपना परिवार चलाया। जिससे बड़ी छोटी उम्र में जॉन डी रॉकफेलर को अपनी शिक्षा छोड़कर परिवार के लिए बुककीपिंग का काम करना पड़ा।

रॉकफेलर अपने समय के सबसे आमिर व्यक्ति रहे थे मगर काफी कम उम्र में उन्होंने रॉकफेलर बिज़नेस से अपने को अलग कर लिया था। ऐसे कहा जाता हे की वह काफी तेजी से अपने बिज़नेस को बढ़ाते रहे थे इसलिए उन्होंने गैरकानूनी तरीके से टैक्स चोरी करके उन्होंने अपनी संपत्ति अर्जित की थी और इस संपत्ति को बचाने के लिए उन्होंने अपने आप को स्टैण्डर्ड आयल कंपनी से अलग कर लिया। रॉकफेलर परिवार के ज्यादातर बिज़नेस में कमाया गया पैसा ट्रस्ट के माध्यम से डाइवर्ट किया जाता हे इसकी वजह से उनकी संपत्ति लोगो को दिखती नहीं मगर ऐसा माना जाता हे की वह ४०० अमरीकी बिलियन डॉलर हो सकती है।

निष्कर्ष /Conclusion –

जॉन डी रॉकफेलर अपनी सदी के दुनिया के सबसे आमिर व्यक्ति रहे हे जिन्होंने उम्र के १६ वे साल से बुककीपिंग से अपने जीवन की कमाई की शुरुवात करते हुए कमोडिटी मार्किट में एजेंट के तौर पर सही मायने में अपने एन्ट्रप्रेनुएर होने की झलक दुनिया को दिखाई। केरोसिन को पिछली पीढ़िया अच्छी तरह जानती हे जिन्होंने इसका इस्तेमाल किया हे। सामान्य लोगो के जीवन का यह काफी रहा हे जो रसोई सेलेकर दिया जलाने के लिए इस्तेमाल होता था।

ऑटोसेक्टर का उस समय इतना विकास नहीं हुवा था उस समय पेनिसिल्विया में इस ऑइल के भंडार सरकार को मिले जिसको शुद्धिकरण के माध्यम से एक अच्छा बिज़नेस खड़ा किया जा सकता हे यह निर्णय रॉकफेलर ने लिया। इस व्यवसाय को विकसित करते हुई अमरीका की पूरी मार्किट पर स्टैण्डर्ड ऑइल कंपनी के माध्यम से अपना वर्चस्व प्रस्थापित किया और दुनिया की सबसे बड़ी ऑइल कंपनी स्थापित की।

एक समय ऐसा आया था की वह अमरीका की अर्थव्यवस्स्था को टक्कर दे रहे थे और वह दौर एंड्रू कार्नेगी और हेनरी फोर्ड का उदय हुवा नहीं था जो एक स्टील व्यवसाय में अमरीका का किंग बन गया और दूसरा ऑटो क्षेत्र में किंग बन चूका था। इससे पहले जॉन डी रॉकफेलर ने ऑइल बिज़नेस में खुद को प्रस्थापित किया था और केरोसिन के सभी महत्वपूर्ण संस्थाओ को रस्ते पर लगाए जाने वाले लैंप को तेल के तौर पर वह संस्ता पर्याय दे रहे थे इसलिए उनका व्यवसाय बड़ी तेजी से बढ़ने लगा था।

इसतरह से उनके जीवन का सफर किसी व्यक्ति को प्रेरणा का काम करता हे तो यह जीवनी काफी महत्वपूर्ण साबित होगी। काफी यूनिवर्सिटी द्वारा उनके बिज़नेस रणनीति का अध्ययन किया गया है। इसलिए हमने उनकी जीवनी आपके लिए प्रस्तुत की है।

एडम स्मिथ और पूंजीवाद – वेल्थ ऑफ़ नेशन 

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