म्यूचुअल फंड क्या है और कैसे काम करता है,यह सुविधा प्रदान हे, इन्वेस्टमेंट विशेषज्ञ कई सारि कंपनियों में इन्वेस्ट करता हैे।

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प्रस्तावना  –

म्यूचुअल फंड क्या है और कैसे काम करता है,यह सुविधा प्रदान करता हे, इन्वेस्टमेंट को विशेषज्ञ कई सारि कंपनियों में अलग अलग इन्वेस्ट कर सकता हैे। २०१७ -१८ में भारत का असंगठित क्षेत्र का जीडीपी में हिस्सेदारी ५२ % रही हे जो पिछले महामारी के चलते वह काफी गिर गयी हे तथा ८२ % रोजगार निर्माण करता है। यह जानकारी हम क्यों दे रहे है ? क्यूंकि यह सब कम्पनिया प्रोप्राइटर शिप, फॅमिली बिज़नेस अथवा पार्टनरशिप कम्पनिया हे जो इनमे से कई सारि पब्लिक लिस्टेड कम्पनिया बनेगी।

भारत में सामान्य इन्वेस्टर का निवेश २०१६ तक ३३ % था जो २०२१ में ४५ % हो गया है जिसमे व्यक्तिगत इन्वेस्टमेंट का प्रमाण भी १६ % बढ़ा हे इससे हम अंदाजा लगा सकते हे भविष्य में भारतीय शेयर बाजार से कितनी उम्मीद हे। ज्यादातर लोग म्यूच्यूअल फण्ड के माध्यम से शेयर बाजार में निवेश करते है।

हम यहाँ म्यूच्यूअल फण्ड के बारे में विश्लेषण करके आपको सही जानकारी एक साथ देने की कोशिश करेंगे, जिसे आप अलग अलग ढूंढ़ते है। शेयर बाजार में निवेश करने के लिए भले ही आप विशेषज्ञ नहीं हे मगर मुलभुत जानकारी से हम सही निवेश कैसे करना हे यह सिख जाएंगे।

म्यूचुअल फंड क्या है / What is mutual funds –

म्यूचुअल फंड क्या है और कैसे काम करता है जब अपने पैसे को इन्वेस्ट करते हे और उस पैसे को विशेषज्ञ नियोजन करते हो तो उस इन्वेस्टमेंट की जोखिम कम हो जाती हे और मुनाफा ज्यादा मिलने की संभावनाए बढ़ जाती है। शेयर बाजार में निवेश करने के लिए काफी बड़ी रकम चाहिए जिससे अच्छे इनकम मिले तथा शेयर बाजार का ज्ञान होना जरुरी होता है।

म्यूच्यूअल फंड्स हमें यह सुविधा प्रदान करता हे जिससे हमारी इन्वेस्टमेंट को विशेषज्ञ कई सारि कंपनियों में अलग अलग इन्वेस्ट कर सकता हे और वह यह काफी संशोधन करके करता है। म्यूच्यूअल फण्ड में कई सारे इन्वेस्टर का पैसा एकत्रित करके विशेष अथवा अलग अलग कंपनियों में इन्वेस्टमेंट किया जाता है।

म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने से आपको समय बुद्धि देने की जरुरत नहीं होती यह विशेषज्ञ देते हे और इसके बदले कुछ फीज चार्ज करके आपको इन्वेस्टमेंट से लाभ मिलने की सम्भावनावो को बढ़ाते है। अगर हम बगैर नॉलेज के शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने की कोशिश करेंगे तो ज्यादा संभावना नुकसान होने की होती है। इसलिए म्यूच्यूअल फंड्स यह ऑप्शन शेयर बाजार के इन्वेस्टमेंट से फायदा लेने का बेहतरीन तरीका है।

म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं / Types of Mutual Funds –

बीस तीस साल पहले निवेश करने का तरीका बैंक में फिक्स डिपाजिट करना अथवा सोने में निवेश करना यह होता था। प्रॉपर्टी में निवेश करना सामान्य लोगो को काफी मुश्किल होता था लेकिन आज के ज़माने में शेयर बाजार में बगैर नॉलेज के अच्छे इनकम कमाए जा सकते हे। हम ऐसे निवेश शादी के लिए करते हे , उच्च शिक्षा के लिए करते है तथा ऐसे कई महत्वपूर्ण कारणों के लिए हम इन्वेस्टमेंट करना चाहते।

इसलिए शेयर बाजार में इन्वेस्टमेंट करने के लिए हमें कई हजार म्यूच्यूअल फण्ड मिल जाते हे जिसमे हम हमारे कई सारे उद्देश्य को पूर्ण कर सकते हे तथा उसके लिए ज्यादा समय देने की जरुरत नहीं है। इसलिए हम देखते हे की ऐसे कितने महत्वपूर्ण प्रकार म्यूच्यूअल फण्ड में हमें देखने को मिलते है।

१) इक्विटी एवम ग्रोथ स्कीम म्यूच्यूअल फण्ड

  • सेक्टर स्पेसिफिक फण्ड
  • इंडेक्स फण्ड
  • टॅक्स सेविंग फण्ड

२) मनी मार्किट/लिक्विड फण्ड

३) फिक्स इनकम /डेब्ट मार्किट फण्ड

४) बैलेंस्ड फण्ड

५) हाइब्रिड /मंथली इनकम फण्ड

६) गिल्ट फण्ड ( केवल सरकारी कंपनियों में निवेश )

७) अन्य फण्ड

ऐसे बाजार में कई सारि फण्ड स्किम हमें रोजाना देखने को मिलती हे जो हमें अच्छे इनकम देने के लिए अच्छा निवेश पर्याय है।

म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें / How to Invest in Mutual Funds –

म्यूचुअल फंड क्या है और कैसे काम करता है जब पहली बार कोई म्यूच्यूअल फण्ड प्रतिनिधि आप के पास कोई इन्वेस्टमेंट प्लान लेके आता हे तो हमें समझने में काफी परेशानी होती है। हमें म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने के लिए हमें पहले हमारे मित्र अथवा साथ काम करने वाले लोग सलाह देते हे। यही म्यूच्यूअल फण्ड के बारे में हमारी जानकारी होती हे तथा सोशल मीडिया और टेलीविज़न पर आने वाले इस्तेहार यही हमारा नॉलेज होता है।

हम हमारे काम में इतना व्यस्त होते हे की इंटरनेट पर यूट्यूब और गूगल जैसे प्लेटफार्म का उपयोग हम ऐसी जानकारी लेने के लिए नहीं करते, हमारे काम के व्यस्तता के बाद हम मनोरंजन पर कार्यक्रम देखना पसंद करते है। इसलिए हमें बस निवेश करना होता हे किसी विशेषज्ञ द्वारा जो आपके लिए आपके पैसे को काम पर लगाए।

पहले म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने की प्रक्रिया कागजी होती थी मगर डिजिटल टेक्नोलॉजी आने के बाद अब पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाती हे जिसमे विशेषज्ञ को बिच में रखकर आप अपने निवेश कर सकते अथवा खुद शेयर की ऑनलाइन खरीद की तरह म्यूच्यूअल फण्ड बदल सकते है। आजकल हर कम्पनिया जो म्यूच्यूअल फण्ड चलाती हे वह ऐसी सुविधाए देती है।

म्यूचुअल फंड से कमाई / Earnings from Mutual Funds –

भारत में म्यूच्यूअल फण्ड की निवेश हमें औसतन १० -२० प्रतिशत इनकम देती हे और जितना यह निवेश का समय बढ़ता हे यह औसत बढ़ता है। शेयर बाजार में प्रत्यक्ष रूप से यह निवेश म्यूच्यूअल फण्ड कम्पनिया करती है जिसका फायदा हमें बड़े बड़े शेयर्स और महंगे शेयर्स हम खरीद नहीं सकते मगर म्यूच्यूअल फण्ड ऐसे सभी इन्वेस्टर के पैसे से यह शेयर्स खरीद कर हमें इसका फायदा पहुँचती है।

इसके लिए हमारी विशेषज्ञ को होने वाला खर्चा केवल १-२ प्रतिशत होता है जो हम किसी विशेषज्ञ के पास डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट की सलाह के लिए जायेगे तो वह हजारो रुपये चार्ज कर सकते है। इसलिए हमारी ९९ % राशि पर हमें इनकम मिलता है तथा इसके लिए हमें समय देने की जरुरत नहीं होती और हम कभी भी म्यूच्यूअल फण्ड के स्किम को बदल सकते है।

अगर हम हमारी पूंजी सेविंग अकाउंट में वैसे ही एक साल के लिए रखे तो उसका सात प्रतिशत अवमूल्यन होता हे याने हमारा सौ रूपया एक साल बाद ९३ रूपए हो जाता हे। अगर उसी पैसे को हम फिक्स डिपाजिट करे तो हमें सात प्रतिशत व्याज मिलता हे जो महंगाई के दर के बिलकुल बराबर होता हे।

इसलिए फिक्स डिपाजिट में रखा हुवा पैसा न बढ़ता हे और न कम होता है। म्यूच्यूअल फण्ड में मिलने वाला इनकम बाकि पर्ययो से सबसे बेहतरीन है।

सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला म्यूच्यूअल फण्ड / Best Mutual Funds on Returns basis –

  • SIP म्यूच्यूअल फण्ड
  • इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड
  • स्माल कैप म्यूच्यूअल फण्ड
  • लार्ज कैप म्यूच्यूअल फण्ड
  • मल्टी कैप म्यूच्यूअल फण्ड
  • टैक्स सेविंग म्यूच्यूअल फण्ड
  • मिड कैप म्यूच्यूअल फण्ड
  • लिक्विड फण्ड
  • डेब्ट म्यूच्यूअल फण्ड
  • शॉर्ट टर्म म्यूच्यूअल फण्ड
  • इनकम फण्ड
  • बैलेंस्ड म्यूच्यूअल फण्ड

ज्यादा रिटर्न देने वाली म्यूच्यूअल फण्ड कंपनिया / Best Mutual Funds Companies on Returns basis –

  • एक्सिस ब्लू चिप फण्ड
  • मिराए एसेट लार्ज कैप फण्ड
  • पराग पारेख लॉन्ग टर्म इक्विटी फण्ड
  • कोटक स्टैण्डर्ड मल्टीकैप फण्ड
  • एक्सिस मिडकैप फण्ड
  • डीएसपी मिडकैप फण्ड
  • एक्सिस स्मॉल कैप फण्ड
  • एसबीआय स्मॉल कैप फण्ड
  • एसबीआय इक्विटी हाइब्रिड फण्ड
  • मिराए एसेट हाइब्रिड इक्विटी फण्ड

म्यूच्यूअल फंड्स और शेयर्स इन्वेस्टमेंट/ Mutual Funds & Shares Investment –

शेयर बाजार में सीधे इन्वेस्ट करना भारत में काफी कम हे मगर अप्रत्यक्ष रूप से निवेश करने का प्रमाण काफी बढ़ा है जिसमे म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना यह काफी प्रसिद्द पर्याय माना जाता है। डायरेक्ट शेयर्स में इन्वेस्ट करना काफी अच्छे इनकम का पर्याय हे मगर इसमें सफल होने वाले इन्वेस्टर्स का प्रमाण काफी कम प्रतिशत होता हे तथा इस इन्वेस्टमेंट में जोखिम भी काफी ज्यादा होती है।

इसलिए जिन लोगो को शेयर बाजार के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती वह लोग म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने का पर्याय पसंद करते है। डायरेक्ट शेयर बाजार में निवेश करने से यह इन्वेस्टमेंट काफी कम इनकम देता हे मगर जोखिम के मामले में यह पर्याय डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट से काफी सुरक्षित होता है।

शेयर बाजार में डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट में विशेषज्ञ को कोई फीज देने की जरुरत नहीं होती तथा सीधे आप शेयर्स की खरीद और बिक्री ऑनलाइन प्लेटफार्म पर कर सकते है। वैसे म्यूच्यूअल फण्ड में आप ऑनलाइन किसी भी म्यूच्यूअल फण्ड के पर्याय को ऑनलाइन चुन सकते है जिस कंपनी का आपने म्यूच्यूअल फण्ड प्लेटफार्म ख़रीदा है।

म्यूचुअल फंड के फायदे / Advantages of Mutual Funds –

  • म्यूच्यूअल फण्ड में आप कभी भी बाहर निकल सकते हे, याने म्यूच्यूअल फण्ड को बेच सकते है।
  • एक ही समय पर कई सारे इन्वेस्टर की पूंजी म्यूच्यूअल फण्ड में अलग अलग शेयर्स में इन्वेस्ट की जाती हे जिससे आपकी इन्वेस्टमेंट की जोखिम डायरेक्ट शेयर्स इन्वेस्टमेंट से काफी कम होती है।
  • आपके पैसे के मैनेजमेंट कंपनी द्वारा विशेषज्ञ प्रतिनिधियों द्वारा किया जाता हे इसलिए आपको शेयर बाजार के नॉलेज की जरुरत नहीं होती।
  • शेयर बाजार में डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट करने के लिए बड़ी राशी की जरुरत पड़ती है और कई शेयर्स काफी महंगे होते हे इसलिए
  • म्यूच्यूअल फण्ड यह पर्याय आपको कम इन्वेस्टमेंट में ऐसे महंगे शेयर्स से इनकम निकालकर देता है।
  • म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने की प्रक्रिया काफी सरल होती हे जिससे आप दुनिया के किसी भी कोने से इन्वेस्टमेंट कर सकते है।
  • इन्वेस्टमेंट करने के लिए म्यूच्यूअल फण्ड एक्सपर्ट नियुक्त करते हे जिससे आपको शेयर मार्किट के जानकारी के लिए समय देने की जरुरत नहीं पड़ती।
  • डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट से यह निवेश काफी सुरक्षित और सेबी द्वारा रेगुलेटेड होता है।
  • म्यूच्यूअल फण्ड की निवेश आपको टैक्स तथा महंगाई के दृष्ट चक्र से बचाता है।

म्यूचुअल फंड के नुकसान / Disadvantages of Mutual Funds –

  • म्यूच्यूअल फण्ड में की जाने वाली निवेश के लिए उच्च कोटि के विशेषज्ञ नियुक्त किये जाते हे जिनकी कीमत आपके इन्वेस्टमेंट से काटी जाती है।
  • लंबे समय की डायरेक्ट निवेश पर आपको ट्रांसक्शन टैक्स केवल दो बार देना होता हे मगर म्यूच्यूअल फण्ड में यह खर्चा जीतनी बार म्यूच्यूअल फण्ड एक्सपर्ट व्यवहार करते हे उनती बार यह पैसा कटता है जिससे आपके निवेश का खर्चा बढ़ता है।
  • डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट से काफी कम इनकम आपको म्यूच्यूअल फण्ड से मिलता है।
  • शेयर बाजार के उतर चढाव में म्यूच्यूअल फण्ड खरीदना और बेचना पूर्णतः इन्वेस्टर पर निर्भर होता हे जिससे इन्वेस्टर पैनिक होकर गलत समय पर अपने म्यूच्यूअल फण्ड बेचता है।
  • जैसे की म्यूच्यूअल फण्ड के निवेश कई सारे शेयर्स में इन्वेस्ट किये जाते हे जिसका नुकसान भी होता हे जब कुछ शेयर्स काफी फायदा देते हे मगर कुछ शेयर्स काफी नुकसान भी देते हे जिससे आपके इनकम पर असर पड़ता है।
  • म्यूच्यूअल फण्ड को खरीद ने से पहले उसका लॉक इन समय तय होता हे इसलिए जब आप म्यूच्यूअल फण्ड बेचना चाहते हो उसकी राशि आपको देनी होती है।

म्यूच्यूअल फंड्स की विशेषताए।/ Features of Mutual Funds –

  • म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट आपके निवेश को महंगाई और टॅक्स से बचाने में सक्षम होता है।
  • डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट से म्यूच्यूअल फण्ड में काफी सुरक्षितता होती है।
  • जीवन के कई सारे उद्देश्य के लिए आप अलग अलग म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कर सकते है।
  • छोटी राशि से बगैर नॉलेज के आप शेयर बाजार में म्यूच्यूअल फण्ड के माध्यम से इन्वेस्टमेंट कर सकते है।
  • बड़े बड़े और महंगे शेयर्स के बढ़ने का फायदा आप म्यूच्यूअल फण्ड के निवेश से कर सकते है।
  • फिक्स डिपाजिट तथा सेविंग अकाउंट से ज्यादा अच्छा इनकम आपको म्यूच्यूअल फण्ड से मिल सकता है।
  • म्यूच्यूअल फण्ड के हर एक संख्या को NAV कहा जाता है जो आपकी पूरी इन्वेस्टमेंट तथा हर NAV का भाव क्या होगा यह कंपनी तय करती है।
  • कई सारे इन्वेस्टर म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करते हे जिससे विशेषज्ञों का खर्चा काफी कम हो जाता है।
  • म्यूच्यूअल फण्ड को कानून बनाकर सेबी द्वारा रेगुलेट किया जाता हे इसलिए यह सुरक्षित इन्वेस्टमेंट है।

म्यूच्यूअल कम्पनिया कैसे कमाती है / How Mutual funds Companies Earns –

म्यूच्यूअल फण्ड कम्पनिया अपना प्रॉफिट निवेशकों द्वारा इन्वेस्ट किये गए राशिके संशोधन के बदले फीज चार्ज करता है तथा खुद को पैसे के बगैर कई सारि इन्वेस्टमेंट शेयर बाजार में करता है। यह काफी क्षमता भरा काम होता हे मगर इन्वेस्टर को अच्छा इनकम देना यही कंपनी की सफलता को बढ़ाता है।

इन्वेस्टर को नुकसान होने पर इसकी जिम्मेदारी इन्वेस्टर पर ही होती हे जिसको टर्म्स एंड कंडीशंस में पहले से लिखकर लिया जाता हे जिससे कंपनी को वैसे तो इनकम निकालना जरुरी नहीं होता मगर कंपनी की सफलता के लिए यह जरुरी होता है।

वैसे तो इन्वेस्टर्स के पैसे का कहा निवेश हो रहा हे इसकी पारदर्शकता होती हे मगर कंपनी यह पैसेसे कई ज्यादा इनकम कमाती हे जो डायरेक्ट इन्वेस्टर्स कमाते हे, वह भी बिना जोखिम के। इन्वेस्टमेंट की रकम व्यक्तिगत इन्वेस्टर्स से काफी बड़ी होती हे इसलिए कंपनी इससे काफी इनकम कमा सकती है।

म्यूचुअल फंड सही है या गलत / Mutual Funds Investment good or bad –

वैसे तो कई सारे लोग यह प्रश्न पूछते हे की म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना कितना सही हे और कितना गलत है, यह हर व्यक्ति पर अलग अलग लागु होता है। जैसे जो लोग शेयर बाजार के बारे में ज्यादा जानकारी रखते हे उनके लिए डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट करना सही निर्णय होता है।

जिन लोगो को शेयर बाजार के बारे में कोई जानकारी नहीं हे अथवा थोड़ी बहुत जानकारी हे वह लोग शेयर बाजार में निवेश करते हे तो यह एकदम सही निर्णय है। प्रॉपर्टी बाजार में निवेश करने के लिए काफी इन्वेस्टमेंट की जरुरत पड़ती है वैसे म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने के लिए बड़ी राशी की जरुरत नहीं होती इसलिए जिन लोगो का निवेश का दायरा कम हे उनके लिए यह पर्याय अच्छा है।

जिनका पैसा सेविंग अकाउंट में , घर में अथवा फिक्स डिपाजिट में पड़ा हे उनको अपने पैसे को काम पर लगाना होगा क्यूंकि महंगाई और टेक्स आपके पैसे को हर साल ख़त्म करता हे। इसलिए म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना सही निर्णय हो सकता है। जीवन के किसी महत्वपूर्ण उद्देश्य के लिए म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना सही होगा।

म्यूच्यूअल फण्ड विरुद्ध पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड / Mutual Fund vs PPF –

भारत में म्यूच्यूअल फण्ड आने से पहले पीपीएफ यह फण्ड सामान्य इन्वेस्टर में काफी प्रसिद्द था जो अब अपनी इनकम क्षमता खो रहा है, तथा म्यूच्यूअल फण्ड के रिटर्न्स के मुकाबले काफी कम रिटर्न्स देता है। पीपीएफ इन्वेस्टमेंट का निवेश अवधि काफी लंबा होता हे जिससे बेहतर म्यूच्यूअल फण्ड में हमें कई सारे पर्याय मिल जाते है।

पीपीएफ इन्वेस्टमेंट में डेढ़ लाख तक की सालाना इन्वेस्टमेंट टॅक्स फ्री होती हे जो ८० C के तहत आपको टैक्स बेनिफिट मिलता है। म्यूच्यूअल फण्ड में खास अलग सेगमेंट टॅक्स बेनिफिट के लिए किया गया हे जीके अंतर्गत आप यह बेनिफिट प्राप्त कर सकते है।

इसलिए पीपीएफ और म्यूच्यूअल फण्ड में तुलना करे तो म्यूच्यूअल फण्ड पीपीएफ इन्वेस्टमेंट से आज के दौर में सबसे आसान और बेहतरीन रिटर्न्स देने वाला पर्याय हे जो सेबी द्वारा रेगुलेटेड होने की वजह से शेयर बाजार के विकास का बेनिफिट म्यूच्यूअल फण्ड के इन्वेस्टर बगैर शेयर बाजार के नॉलेज के ले सकते है।

निष्कर्ष / Conclusion –

इसतरह से हमने म्यूचुअल फंड क्या है और कैसे काम करता है के बारे में जानने की कोशिश की जिससे म्यूच्यूअल फण्ड की कई सारी बातो को हमने एकत्रित करके तथा संशोधन करके आपके सामने रखा है। जिससे आपको शेयर बाजार में इन्वेस्टमेंट करने की शुरुवात म्यूच्यूअल फण्ड से करना सही निर्णय होगा जिसमे काफी कम जोखिम होती हे।

हमने देखा की कैसे बैंको के फिक्स डिपाजिट तथा पीपीएफ अकाउंट से म्यूच्यूअल फण्ड के रिटर्न्स कैसे अच्छे हे यह हमने समझा। सेबी द्वारा कानून बनाकर म्यूच्यूअल फण्ड को चलानी वाली कंपनियों पर सरकार नजर रखती हे जिससे बाजार पर लोगो का विश्वास बना रहे।

हमने म्यूच्यूअल फण्ड के नुकसान क्या हो सकते हे तथा फायदे क्या हो सकते हे इसके बारे में जानने की कोशिश की जिससे हमें कितने प्रकार के म्यूच्यूअल फण्ड होते हे तथा कौनसे म्यूच्यूअल फण्ड में हमें निवेश करना चाहिए इसका हमने रेडी मेड डाटा आप के सामने रखने की कोशिश की हे।

इसी तरह हम शेयर बाजार के बारे में छोटी से छोटी इनफार्मेशन संशोधन करके विस्तृत स्वरुप में आपके लिए हिंदी भाषा में उपलब्ध कराने की कोशिश करते हे जो ज्यादातर अंग्रेजी में उपलब्ध है।

इंडेक्स फंड क्या होता है ?

One thought on “म्यूचुअल फंड क्या है और कैसे काम करता है?”
  1. […] म्यूच्यूअल फण्ड यह एक निवेशक होता हे जो एक ही उद्देश्य के निवेशक की निवेश को NAV के माध्यम से रिटर्न्स देता हे , यह निवेशक डायरेक्ट शेयर बाजार में निवेश नहीं करते जैसे इक्विटी बाजार में निवेशक डीमैट अकाउंट के साथ शेयर ब्रोकर हायर करके निवेश करते है। […]

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