प्रस्तावना / Introduction –

दुनिया का सबसे बड़ा सोशल मीडिया प्लेटफार्म जिसपर 2.5 बिलियन महीने के एक्टिव यूजर है और गूगल और यूट्यूब के बाद तीसरी वेबसाइट हे जो सबसे ज्यादा देखी जाती है। हमारा इस आर्टिकल के लिए फेसबुक केस स्टडी लेने के कारन यह सोशल मीडिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनी हे और दुनिया की सबसे बड़ी टॉप दस कंपनीयो में आज के तारीख में शुमार है।
सफल कंपनी का केस स्टडी हमें बहुत कुछ सिखाता हे इसलिए हम अलग अलग सफल कंपनी यो के केस स्टडी पर आर्टिकल लाते है। फेसबुक के संस्थापक और अध्यक्ष मार्क ज़ुकरबर्ग हार्वर्ड स्कूल में पढ़ते थे और इस प्रोजेक्ट की सफलता को देखते हुए उन्होंने अपनी शिक्षा अधूरी छोड़कर इस प्रोजेक्ट को सफल बनाया। इस प्रोजेक्ट को न केवल सफल बनाया बल्की दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बनाया।

आज हम फेसबुक का सफर कैसा रहा यह देखेंगे और उनकी सफलता में बिज़नेस रणनिती का अध्ययन करने की कोशिश करेंगे। कंपनी अभी दुनिया की पांचवी ट्रिलियन डॉलर कंपनी बनने जा रही हे जो उनके लिए महत्वपूर्ण पड़ाव है। इसलिए हम यहाँ विस्तार से जानने की कोशिश करेंगे की फेसबुक की सफलता का राज क्या है।

मार्क ज़ुकरबर्ग / Mark Zuckerberg –

मार्क अपने उम्र के ३७ वे साल में १२२ बिलियन डॉलर संपत्ती के साथ दुनिया के पाचवे सबसे आमिर व्यक्ती बन गए है। अपने उम्र के केवल २३ वे साल में वह बिलियनीयर बने थे जो उनकी क्षमता के बारे दर्शाता हे जहा बच्चे कॉलेज और अपने परिवार के छत्र छाया में रहते हे उस समय उन्होंने यह मक़ाम हासिल किया है।

२५ मई २०१७ को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने उनको सम्मानपूर्वक डिग्री प्रदान कि जिस कॉलेज को उन्होंने अपने प्रोजेक्ट के लिए छोड़ा था और इसी कॉलेज ने उनको हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की साइट को हैक करने के लिए कॉलेज से निकाला था।

उनके माता पिता डॉक्टर थे और पिताजी का डेंटिस्ट क्लिनिक घरसे ही चलता था तभी उन्होंने अपना पहला इन्वेंशन किया जो घर के सभी कंप्यूटर को मेसेज भेज सकते थे जिसको “झुकनेट” नाम दिया गया। उनके स्कूल के दिनों में पिताजी ने कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के लिए शिक्षक नियुक्त किया था इसकारण उनका कंप्यूटर के प्रती काफी इंटरेस्ट बढ़ा था।

फेसबुक कंपनी की स्थापना / Formation of Facebook –

हार्वर्ड में पढ़ते समय ही शुरुवाती कुछ सॉफ्टवेयर बनाने के बाद उन्होंने ” “The Facebook” प्रोजेक्ट के लिए कोडिंग करना शुरू किया जो फेब्रुवारी २००४ को शुरू किया जो बाद में २००५ को इस नाम के डोमेन के लिए अच्छी कीमत देकर ख़रीदा और इसतरह से फेसबुक डॉट कॉम को बनाया गया।

जिसका शुरुवात उद्देश्य केवल हार्वर्ड के विद्यार्थियों को इंटरनेट पर एक प्लेटफार्म पर लाना था। इसकी सफलता को देखते हुए यह दूसरे कॉलेज में इस्तेमाल होने लगा तभी इसकी सफलता को देखते हुए इसको सबके लिए बनाने का निर्णय लिया गया।

शुरुवाती दिनों में फेसबुक का बढ़ता हुवा ग्राफ देखते हुए कई सारी कंपनीयो ने उनको खरीद ने के ऑफर दिए जिसमे उस समय की टॉप कंपनी याहू डॉट कॉम ने एक बिलियन डॉलर का ऑफर मार्क को दिया था जो उन्होंने ठुकरा दिया। माइक्रो सॉफ्ट ने फेसबुक में २४० मिलियन डॉलर का निवेश किया जो १.६% हिस्सेदारी थी ऐसे कई सारे महत्वपूर्ण निवेश फेसबुक को मिले।

इंस्टाग्राम का अधिग्रहण/ Acquisition of Instagram –

इंस्टाग्राम २०१० में शुरू हुवा था और सोशल मीडिया में कुछ ही दिनों में इसने काफी सफलता हासिल कर ली थी , सोशल मीडिया में फेसबुक सबसे बड़ी कंपनी मानी जाती है इसलिए इंस्टाग्राम यह फोटोज के लिए काफी प्रसिद्द था और वीडियो ज के लिए जो उनको भविष्य में स्पर्धक था।

इंस्टाग्राम को फेसबुक ने पहले भी कई बार प्रस्ताव रखे थे मगर उसने ठुकरा दिए थे। ट्वीटर ने इंस्टाग्राम को अपने अधिपत्य में लेने के लिए ऑफर दिए मगर वह भी उन्होंने ठुकरा दिए थे। मार्क ज़ुकेरबर्ग ने इंस्टाग्राम को एक बिलियन अमरीकी डॉलर में ख़रीदा जो उस समय किसी भी आप्लिकेशन को इतनी बड़ी रकम में किसी ने नहीं ख़रीदा था।

यह एक ऐतिहासिक डील थी इसे बताते बुए ज़ुकेरबर्ग कहते है ” यह डील करते समय मुझे याहू का प्रस्ताव याद था जिसे मैने ठुकरा दिया था क्यूंकि फेसबुक का भविष्य क्या होगा यह मैंने निर्धारित किया था, इसलिए मैंने किसी की नहीं सुनी और वह प्रस्ताव को ठुकरा दिया था “इंस्टाग्राम को खरीदते समय उन्होंने किसी की नहीं सुनी और केवल उनके दृढ़ निश्चय से उन्होंने इंस्टाग्राम को इतनी कीमत देकर खरीदा क्यूंकि वह भविष्य का स्पर्धक ख़तम करना चाहते थे।

व्हाट्सप का अधिग्रहण / Acquisition of Whats-up –

फेब्रुवरी २०१४ को फेसबुक के इतिहास में व्हाट्सप का अधिग्रहण यह दूसरा महत्वपूर्ण अधिग्रहण था जिसके लिए फेसबुक ने १९ बिलियन अमरीकी डॉलर कीमत चुकाई थी। व्हाट्सप को इतनी बड़ी कीमत देकर खरीद ने का कारन था सोशल मीडिया में यह दूसरा सबसे बड़ा स्पर्धक रहा था।

जिसके मेसेज फेसबुक से कई गुना ज्यादा हो गए थे जो एक दिन का डाटा कहता था, इससे इस स्पर्धक को ख़त्म करना फेसबुक के लिए जरुरी था । फेसबुक की खुद की एक मोबाइल सर्वे कंपनी हे जिसके जरिये वह किसी कंपनी का भविष्य कैसा होगा इसके बारे में अध्ययन करती इसके अनुसार व्हाट्सप के लिए फेसबुक ने इतनी कीमत चुकाई थी।

फेसबुक मेटा प्लेटफार्म प्रोजेक्ट / मेटा Platform Project of Facebook –

यह मार्क ज़ुकरबर्ग का एक महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है जो इंटरनेट की दुनिया के दूसरे स्तर पर लेके जाने वाला है। यह सकल्पना हमने कई हॉलीवुड फिल्मो में देखी हे जो एक आभासी दुनिया होती है , जो व्यक्ती वास्तविक जीवन में नहीं कर सकता वह इस आभासी दुनिया में कर सकता है। ऐसा नहीं की यह सकल्पना फेसबुक ने लाई है, टेक्नोलॉजी क्षेत्र में कई सारी बड़ी कम्पनिया इसपर काम कर रही है खास करके यह सकल्पना विडिओ जगत में काफी प्रचलित है जिसको फेसबुक प्रत्यक्ष में एक प्रोजेक्ट के माध्यम से उतरना चाहते हे और इस के लिए कई हजार टेक एक्सपर्ट इस प्रोजेक्ट के लिए फेसबुक ले रहा है।

इससे पहले फेसबुक यह पैरेंट कंपनी के तौर जनि जाती थी जिससे बदलकर मेटा प्लेटफार्म रखा गया हैं, इससे पहले गूगल ने भी अपने मुख्य कंपनी का नाम बदलकर अल्फाबेट रखा था जिसका ब्रांडिंग अलग से करना यह एक बिज़नेस स्ट्रेटेजी थी  । मेटा प्लेटफार्म के अंतरगत फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सप जैसे कंपनियों को चलाया जाएगा । भविष्य में इंटरनेट जगत के बदलाव को देखते हुए ब्रांडिंग के लिए तथा रिस्क फैक्टर को अलग करते हुए मेटा प्लेटफार्म को बनाया गया हैं ।

फेसबुक के अन्य अधिग्रहण / Other Acquisitions of Facebook –

फेसबुक ने अक्टूबर २०२१ तक कुल ८३ अधिग्रहण और विलय किये है Connect-u कंपनी का अधिग्रहण कोर्ट सेटलमेंट के माध्यम से किया गया, और Friendster कंपनी के इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी का अधिग्रहण भी किया गया । फेसबुक ने अधिग्रहण की हुई ज्यादा तर कंपनी या अमरीका की है जिसे वह अधिग्रहित करने में सफल रही है।

अधिग्रहण के बारे में मार्क ज़ुकेरबर्ग को २०१० में एक इंटरव्यू में पूछे गए सवाल पर उन्होंने जवाब दिया था ” हम किसी कंपनी का अधिग्रहण हमारे कंपनी के लिए नहीं करते बल्कि हम उस कंपनी के उत्कृष्ट लोगो को हमारे टीम में शामिल करते हे जिसका फायदा हमारे कंपनी के विकास के लिए होता है ”

इसके साथ हमें कंपनी के अच्छे संस्थापक मिलते हे जिनके ज्ञान का फायदा हमें होता है। यह जवाब एक रणनिती का हिस्सा हे या और कुछ ? मगर ऑक्युलस , इंस्टाग्राम और व्हाट्सप के अधिग्रहण में यह बात नहीं दिखाई देती क्यूंकि यह अधिग्रहण केवल और केवल स्पर्धा को ख़त्म करने के लिए हुवा था ऐसा क्रिटिक्स का मानना है।

फेसबुक का कार्य कैसे चलता है / How Facebook Functions –

फेसबुक यह फ्री रजिस्ट्रेशन साइट हे जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ती अपना प्रोफाइल बनाकर मेसेज , इनफार्मेशन ,फोटोज और वीडियोज अपने मित्र , परिवार , सहकर्मचारी , अथवा कई सारे अलग अलग माध्यम के लोगो को जुड़ने का माध्यम हे जिसे फेसबुक उपलब्ध करवाता है।फेसबुक के डाटा सर्वर अमरीका के वर्जीनिया और सान फ्रांसिस्को में है जो थ्री टियर ८६ सर्वर के माध्यम से वेबसाइट पर जमा होने वाला डाटा सुरक्षित रखा जाता है। फेसबुक इतने बड़े इनफार्मेशन के बावजूद ग्राहक को कम इंटरनेट स्पीड पर इसका इस्तेमाल अच्छे से कर सके ऐसी टेक्नोलॉजी से करता है।

फेसबुक के स्पर्धक को ध्यान में रखते हुए नए नए अपडेट आते रहते हे जिसके कारन इसके ग्राहक निरंतर फेसबुक प् ठीके रहे। इससे कई सारे ग्रुप बनाकर , पेजेज बनाकर, वीडियो अपलोड करना , मेसेज करना ,प्रमोशन करना , ग्राहक इसका इस्तेमाल कर सकते है। फेसबुक आज के दौर में लगबघ सभी देशो में उपलब्ध हे परन्तु वह चीन का मार्केट हासिल करने में असफल रहा है क्यूंकि उनकी सुरक्षितता पॉलिसी तथा कड़े नियम इसकी वजह से चीन में बहुत बड़ा मार्केट गवाया है। नार्थ कोरिया और ईरान में भी फेसबुक पर पाबन्दी लगाई गई है।

फेसबुक में ६०६५४ कर्मचारी काम करते है लगबघ सभी देशो में फेसबुक की शाखाए स्थापित की गयी है। क्यूंकि यह इंटरनेट और टेक्नोलॉजी बेस कंपनी होने के कारन जीतनी बड़ी कंपनी है उतना स्टाफ बड़ा के जरुरत नहीं है। ज्यादातर कार्य कंप्यूटर के माध्यम से किये जाते है।

फेसबुक कैसे कमाता है / How Facebook Earn –

फेसबुक के पुरे दुनिया में ३०० करोड़ यूजर हे जिसमे व्हाट्सप और इंस्टाग्राम में यूजर भी शामिल है इतना बड़ा मार्केट फेसबुक कंपनी यो के लिए उपलब्ध करवाता है। इससे आप अंदाजा लगा सकते है की इस्तेहार/advertisement यह फेसबुक का पैसा कमाने का सबसे बड़ा साधन है। फेसबुक अकाउंट कंपनी फ्री में मुहैया कराती है मगर इसका अल्गोरिदम इतना प्रभावशाली है की इन यूजर की इनफार्मेशन को अलग अलग तरीके से मार्केट रिसर्च के लिए एनालिसिस करता है और प्रमोशन और इस्तेहार देने वाले यूजर को अपने प्रोडक्ट के लिए डाटा उपलब्ध करवाता है जो उसका प्रोडक्ट खरीद सके।

२०२० के डाटा के अनुसार कंपनी का ९८ % इनकम advertisement के माध्यम से आया था और २% इनकम डेवलपर से पेमेंट फीज,ओक्युलस -पोर्टल डिवाइस बेचकर आया था। फेसबुक पर इस्तेहार यह ऑक्शन पर निर्धारित किया जाता है जिसमे आपूर्ती और मांग को ध्यान में रखा जाता है। २०२० में फेसबुक का नेट इनकम $29 बिलियन था और प्रॉफिट मार्जिन ३८ % था, कोरोना समय में हुवा इनकम है, जो पिछले साल से २२ % बढ़ा था ।

फेसबुक विरुद्ध यूट्यूब / Facebook vs Youtube –

आज के तारीख में सोशल मीडिया क्षेत्र में यूट्यूब यह फेसबुक का सबसे बड़ा स्पर्धक है जिसे फेसबुक खरीद भी नहीं सकता क्यूंकि वह दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी की सहायक कंपनी है। इंटरनेट पर पहले दो नम्बर पर इस्तेमाल होने वाली वेबसाइट गूगल और यूट्यूब है, फेसबुक तीसरे नम्बर पर यूजर की पसंद है।

यूट्यूब को देखने वाले यूजर कितने समय वीडियो देखते है इसपर तुलना करे तो फेसबुक पर लोग औसतम २० -४० सेकंड वीडियो देखना पसंद करते है वही यूट्यूब पर यह समय ३ मिनट हे। इसलिए यूट्यूब से स्पर्धा करने के लिए काफी इम्प्रूव होना है।

फेसबुक और रिलायंस जिओ डील / Facebook & Reliance Jio Deal –

हाल ही में भारत सरकार की मार्केट में स्पर्धा को नियंत्रित करने वाली कॉम्पिटिशन कमिशन ऑफ़ इंडिया यह रेगुलेटरी अथॉरिटी ने फेसबुक और रिलायंस जिओ के इस डील को संमती प्रदान की है। जिससे फेसबुक ने रिलायंस जिओ में ९. ९९ % निवेश किया है।

फेसबुक डिजिटल बिज़नेस के अन्य क्षेत्र में प्रवेश करना चाहती है और भारत जैसे बड़े मार्किट को सामने रखते हुए कंपनी ने जिओ में निवेश किया है। जिससे प्रस्थापित भारत की कंपनी का प्रत्यक्ष नेटवर्क इस्तेमाल करना चाहती है।

ऐसा कहा जाता है की फेसबुक अमझोन बनाना चाहती है जो इ कॉमर्स में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है। वैसे भी फेसबुक कंपनी का व्हाट्सप पेमेंट फीचर कई दिनों से सरकारी दफ़्तरों में लटका था जो इस डील के साथ फेसबुक को भारत के बाजार में रिटेल क्षेत्र में प्रवेश करने का मौका है।

फेसबुक कि बिज़नेस स्ट्रेटेजीज / Business Strategies of Facebook –

  • फेसबुक पर आने वाले यूजर के लिए फ्री सेवाए उपलब्ध करना
  • निरंतर फेसबुक सेवाओं में यूजर के सुविधा अनुसार सेवाए विकसित करना।
  • प्रतिस्पर्धी कंपनी को अपने कॅपिटल से अधिग्रहण करना जिससे भविष्य में होने वाली स्पर्धा को ख़तम किया जा सके और कंपनी का वर्चस्व मार्किट पर प्रस्थापित करना।
  • कॉम्पिटिटर कंपनी का विश्लेषण करने के लिए निरंतर सर्वे करके डाटा जमा करना जिससे कंपनी के लिए क्या रणनीति बनानी हे यह तय करना, इन सर्वे के मदत से फेसबुक ने कई सारे अधिग्रहण किये है।
  • फेसबुक लगबघ सभी देशो में सेवाए दे रहा है इसलिए उन देशो से राजनितिक और सामाजिक अच्छे संबंध रखना, चैरिटी करना।
  • चीन जैसे ज्यादा ग्राहक वाले देश में फेसबुक को सुरक्षा कारणों से पबन्दी लगाई गयी है, इसलिए भारत फेसबुक के लिए सबसे बड़ा ग्राहक है इसलिए रिलायंस जिओ से बनाई गई डील यह अन्य क्षेत्रो में फेसबुक के बिज़नेस को बढ़ने का निर्णय लिया गया है।
  • फेसबुक की स्पर्धा ट्वीटर और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया से हे इसलिए वह सभी फीचर जो यह कंपनी दे रही हे इसके दो कदम आगे फेसबुक सोचने की कोशिश करता है।
  • फेसबुक ,व्हाट्सप और इंस्टाग्राम में द्वारा सोशल मीडिया की एक इको सिस्टम बनाई गई है जो प्रतिस्पर्धी कंपनी को एंट्री बैरियर का काम करेगी।
  • ९५ % फेसबुक का इनकम इस्तेहार से आता हे और इसके लिए यूजर का डाटा यह उनकी सबसे बड़ी एसेट हे इसलिए इसमें जितने भी अच्छे सर्विसेस वह अपने ग्राहक के लिए दे सकते हे वह प्रयास कंपनी द्वारा किया जाता है।
  • फेसबुक भविष्य में डिजिटल क्षेत्र में अपने बिज़नेस को बढ़ाने की रणनिती बना रहा जिसके तहत रिलायंस जिओ का निवेश और व्हाट्सप पेमेंट यह फीचर महत्वपूर्ण है।

५ अक्टूबर २०२१ फेसबुक बंद होना/Facebook services down crisis –

इस दिन फेसबुक ,इंस्टाग्राम और व्हाट्सप की सर्विसेज पुरे छह घंटे के बंद हो गयी थी, जिससे कंपनी को काफी नुकसान झेलना पड़ा । फेसबुक ने बाद में इसके बारे में टेक्निकल समस्या के कारन यह हुवा था और कोई साइबर अटैक नहीं था. सभी यूजर का डाटा सुरक्षित है ऐसा कहा गया।

कई मीडिया द्वारा अलग अलग कयास लगाए गए मगर फेसबुक ने इन सारी बातो का खंडन किया है। मीडिया द्वारा ऐसा कहा गया की फेसबुक कंपनी की अंतर्गत व्यवस्था भी ठप्प हुई थी। ऐसा माना जाता है कंपनी को $ 6 बिलियन डॉलर नुकसान हुवा है।

निष्कर्ष / Conclusion –

फेसबुक का सतरा साल का यह सफर रहा है जिसमे उसपर कई सारे आरोप हुए केसेस दाखिल किये गए मगर कंपनी ने मार्क ज़ुकेरबर्ग के नेतृत्व में अपने सफलता का सफर जारी रखा है, आज मार्क केवल ३७ साल के है मगर दुनिया की टॉप दस कंपनी में वह शुमार है और मार्क खुद दुनिया के सबसे आमिर व्यक्तियों में शुमार है।

इसतरह से हमने इस केस स्टडी में फेसबुक के सफर को जानने की कोशिश की। इससे कई सारे बिज़नेस मन एवम जो बिज़नेस करना चाहते है उनके लिए प्रेरणा है।

रिलायंस जिओ प्लेटफार्म

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