प्रस्तावना /Introduction –

इस आर्टिकल के माध्यम से हम अमरीकी कंपनी नेटफ्लिक्स के बिज़नेस मॉडल को जानने की कोशिश करेंगे। जिसमे यह कंपनी की स्थापना से लेकर अबतक का कंपनी का सफर कैसा रहा यह जानगे। भारत में नेटफ्लिक्स ने २०१६ को प्रवेश किया हे जिससे पहले भारत में इंटरनेट स्पीड की समस्या के कारन यह कंपनी अपना बिज़नेस मॉडल भारत में इस्तेमाल नहीं कर सकती थी।

रिलायंस जियो के फ्री इंटरनेट प्लान के माध्यम से भारत में २०१७ के बाद इंटरनेट पुरे भारत में पंहुचा है। जो नेटफ्लिक्स जैसे अमरीकी कंपनी के लिए काफी महत्वपूर्ण था, टेक्नोलॉजी के माध्यम से चलने वाले साधन जैसे एनरोइड मोबाइल और अन्य टेक्निकल साधनो के लिए इंटरनेट की सुविधाए भारत में मिलना काफी जरुरी था यह काम जियो के माध्यम से हमने देखा। पहले इंटरनेट का इस्तेमाल केवल शहरो तक सिमित था जो आज गांव तक पहुंचने लगा हे और यह बढ़ने के लिए अभी काफी जगह बाकि है।

मनोरंजन क्षेत्र में पारम्परिक सिनेमा हॉल में जाकर सिनेमा देखना हमने पिछली पीढ़ी ने देखा हे, मगर आज का जमाना यह ओटीटी प्लेटफार्म का हे जो ग्राहक मार्किट के राजा हे यह सिद्ध करता है। नेटफ्लिक्स कंपनी भारत में आने से उसके प्रमुख प्रतिस्पर्धी हे अमरीका की अमेझोन कंपनी और भारत की प्रस्थपित कम्पनिया जो ओटीटी प्लेटफार्म पर इन अमरीकी कंपनियों से मुकाबला करेगी। आने वाले भविष्य में सिनेमा हॉल से ज्यादा यह क्षेत्र पैसे कमाने का दम रखता हे इसलिए हम इसका नेटफ्लिक्स कंपनी के माध्यम से केस स्टडी देखेंगे।

ओटीटी प्लेटफार्म क्या है ? / What is OTT Platform –

Over the top यह स्ट्रीमिंग सेवाए इंटरनेट के माध्यम से लोगो को देखने को मिलती हे जिसमे लिए हमें इंटरनेट सेवाए होना जरुरी होता है। एनरोइड मोबाइल के माध्यम से भारत में लोग ज्यादा यह सेवाए देखते है। इसलिए Covid-19 के समय में लॉक डाउन के माध्यम से हमने इस सेवा को सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया और मल्टीप्लेक्स सिनेमा का मनोरंजन का माध्यम अचानक से प्राथमिकता में ओटीटी प्लेटफार्म से दुय्यम लगाने लगा और भारत की सभी फिल्मे पहले सिनेमा घरो में प्रदर्शित करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती थी।

छोटे बजट की फिल्मो को बड़े बजट की फिल्मो से स्पर्धा करना काफी मुश्किल होता था, मगर ओटीटी प्लेटफार्म के माध्यम से ऐसी फिल्मो को दुनिया का बड़ा ग्राहक वर्ग उपलब्ध होता है। इसलिए मल्टीप्लेक्स सिनेमा हाउस की भारतीय मार्किट में जो मोनोपोली थी उसको ओटीटी प्लेटफार्म आने से एक नया पर्याय सिनेमा, शार्ट फिल्मे तथा डाक्यूमेंट्री जैसी चीजों के लिए एक अच्छा पर्याय उपलब्ध हो गया है। इस आर्टिकल के माध्यम से हम नेटफ्लिक्स इस कंपनी के केस स्टडी देखेंगे जिसमे कंपनी की पूरी जानकारी जानने की कोशिश करेंगे।

ओटीटी प्लेटफार्म के माध्यम से हमें नेटफ्लिक्स ,अमेझोन और वर्ल्ड डिजनी जैसी अमरीकी कंपनियों से भारतीय कंपनियों का स्पर्धा करनी होगी जिससे दर्शको को अच्छा कंटेंट देखने को मिलेगा। पारम्परिक टेलीविज़न चॅनेल्स यह सेवा को यह काफी प्रभावशाली पर्याय है जिसमे दर्शक खुद तय करेंगे की उन्हें क्या देखना है। केबल टीवी के माध्यम से इससे पहले टीवी चॅनेल्स जो दिखाना चाहते थे वही देखना पड़ता था मगर ओटीटी प्लेटफार्म ने मनोरंजन मार्किट का पूरा चेहरा ही बदल दिया है।

नेटफ्लिक्स कंपनी का इतिहास / History of Netflix company –

नेटफ्लिक्स की स्थापना २९ अगस्त १९९७ को अमरीका के केलिफोर्निया शहर में हुई थी जिसके संस्थापक थे मार्क रेनडोल्फ और रिड हेस्टिंग्स जिसका प्रमुख उद्देश्य रेंटल सेवा के माध्यम से फिल्मे लोगो को देना यह रहा था। नेटफ्लिक्स की शुरुवात ३० कर्मचारियों के साथ और ९२५ फिल्मो के टाइटल के साथ कैटलॉग बनाकर यह सेवा लोगो के लिए उपलब्ध की गयी थी। इसके बाद अमझोन कंपनी के डॉट कॉम के युग में सफलता को देखते हुए डीवीडी के बिज़नेस को बदलकर सब्सक्रिप्शन के माध्यम से बिज़नेस करने का मॉडल तैयार किया गया।

मार्च २०२२ तक नेटफ्लिक्स के २२ करोड़ ६० लाख सब्सक्राइबर हे और इसमें से ५० प्रतिशत केवल अमरीका से है। इससे हम अंदाजा लगा सकते हे की नेटफ्लिक्स कंपनी ने अपना बिज़नेस कैसे सफल किया है। पिछले कुछ दिनों से अमरीका में इसके ग्राहक काफी कम होने लगे थे मगर फिर भी वह अमरीका की सबसे बड़ी ओटीटी प्लेटफार्म कंपनी मानी जाती है। इनके संस्थापक ने समय का बदलाव देखते हुए इंटरनेट पर शिफ्ट होने का निर्णय लिया यह काफी महत्वपूर्ण निर्णय था।

नेटफ्लिक्स का बिज़नेस आज ऑस्ट्रेलिया से लेकर एशिया यूरोप , अफ्रीका में नेटफ्लिक्स ने अपना बिज़नेस पिछले दस सालो से फैलाया है। २०१९ के लॉक डाउन ने इंटरनेट क्षेत्र को एक नयी दिशा दिखाई हे और कई सारे इंटरनेट से जुड़े बिज़नेस हम देखते हे की बड़ी तेजी से पिछले दो सालो से बढे है। जिसका फायदा नेटफ्लिक्स कंपनी को भी हुवा हे , मुख्य रूप से भारत में नेटफ्लिक्स को काफी बड़ा मार्किट मिला हे जिससे बाकि कई सारे देशो से एक भारत जैसे देश में अपना बिज़नेस बढ़ाना फ़ायदेमंद हुवा है।

नेटफ्लिक्स कंपनी की जानकारी / Portfolio of Netflix –

  • कंपनी का नाम – नेटफ्लिक्स
  • बिज़नेस का प्रकार – ओटीटी स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म
  • कंपनी का प्रकार – पब्लिक कंपनी
  • कंपनी की स्थापना – २९ अगस्त १९९७
  • कंपनी का मुख्य ऑफिस – केलिफोर्निया, अमरीका
  • बिज़नेस क्षेत्र – पूरी दुनिया सिवाय चीन ,रशिया ,नार्थ कोरिया , सीरिया
  • संस्थापक – रिड हेस्टिंग्स और मार्क रैंडोल्फ
  • सेवाए – फिल्म प्रोडक्शन , वितरण , टेलीविज़न प्रोडक्शन और वितरण
  • कंपनी का उत्पन्न – २९. ७ बिलियन अमरीकी डॉलर (२०२१)
  • कंपनी की कुल संपत्ति – ४४.५ बिलियन अमरीकी डॉलर (२०२१)
  • कंपनी के कर्मचारी – १२१३५ (२०२१)
  • सब्सक्राइबर – २२ करोड़ ६० लाख

बिज़नेस मॉडल ऑफ़ नेटफ्लिक्स कंपनी / Business Model of Netflix Company –

ओटीटी प्लेटफार्म पर कंपनी का बिज़नेस मॉडल यह ग्राहकों के सब्सक्रिप्शन पर आधारित होता हे जिससे हर रजिस्ट्रेशन पर रकम निर्धारित करके यह सदस्यता कंपनी प्लान हे हिसाब से बेचती है। जब हम इस प्लेटफार्म पर कोई भी सिनेमा अथवा सीरीज देखते हे तो वह कोई इस्तेहार देखने को नहीं मिलती। युटुब यह प्लेटफार्म फ्री सेवाए देता हे जहा कोई भी आकर अपने वीडियो अपलोड कर सकता हे अथवा अपना अकाउंट बना सकता है।

यह यूट्यूब यह कंपनी अपना इनकम इस्तेहार के माध्यम से पैसा कमाती है वही नेटफ्लिक्स यह बाकि ओटीटी प्लेटफार्म से थोड़ा महंगा होता हे मगर यह इस्तेहार फ्री होता हे जिससे बिना रूकावट के आप कोई भी मनोरंजन कार्यक्रम देख सकते है। इससे पहले भारत में सिनेमा यह सिनेमा घरो के माध्यम से हम देखते थे मगर ओटीटी प्लेटफार्म के माध्यम से भी सिनेमा प्रदर्शित कर सकते है।

नेटफ्लिक्स यह अमरीका में सबसे ज्यादा सफल हे और ज्यादा ग्राहक उन्हें अमरीका से ही मिलते हे भले कुछ दिनों से सदस्यता कुछ कम हो रही हे जिसका प्रमुख कारन हे बाकि ऑप्शन द्वारा कम कीमत पर पर्याय लोगो को उपलब्ध होने लगे है। २०१६ से कंपनी को भारत जैसे बड़ा ग्राहक वर्क मिला हे जिससे वह अमरीका में हुवा नुकसान यहाँ भर सकते हे और लोगो का इंटरेस्ट भी नेटफ्लिक्स के लिए काफी ज्यादा देखने को मिलता है।

मार्किट स्ट्रेटेजीज ऑफ़ नेटफ्लिक्स कंपनी / Market Strategies of Netflix Company –

ओटीटी प्लेटफार्म पर बगैर इस्तेहार के कस्टमर को अपने मूवीज और सीरीज देखने को मिले यह विशेषता नेटफ्लिक्स की सफलता का सबसे महत्वपूर्ण कारन है। ओटीटी प्लेटफार्म यह टेक्नोलॉजी क्षेत्र का एक हिस्सा होने की वजह से यहाँ प्रॉफिट ऑफ़ मार्जिन की कोई ज्यादा समस्या नहीं होती हे। जिससे वह सदस्य्ता के लिए चार्जेज यह कम या ज्यादा बढ़ाने का स्वातंत्र्य कंपनी के पास होता है। जिसका फायदा कंपनी ने अमरीका में शुरुवाती दिनों में उठाया है।

अमरीका में बाकि कंपनियों के टेरिफ काफी सस्ते होने पर नेटफ्लिक्स के सदस्यता में थोड़ी कटौती देखने को मिली है। भारत में नेटफ्लिक्स की एंट्री यह २०१६ में कंपनी के लिए अमरीका की बिज़नेस पर पड़े प्रभाव को कम करने के लिए अच्छा निर्णय रहा है। फिर भी कंपनी का इनकम ५० प्रतिशत से ज्यादा अमरीका से होता हे और भारत में यह प्रमाण भविष्य में काफी बढ़ने की आशा कंपनी को है।

कंपनी ने अपने डीवीडी रेंटल बिज़नेस से शिफ्ट होने का समय काफी महत्वपूर्ण था जो इंटरनेट प्लेटफार्म पर अमझोन जैसी कंपनियों की सफलता को देखते हुए कंपनी ने निर्णय लिया था। सबसे महत्वपूर्ण कारन कंपनी की सफलता में रहा हे वह कोरोना समय में दुनिया भर में जो लॉक डाउन किया गया था जिसका परिणाम इंटरनेट बिज़नेस पर अच्छा रहा हे और जिससे कंपनी के सब्सक्रिप्शन काफी तेजी है। बिज़नेस का लाइट मॉडल होने की वजह से कंपनी को प्रॉफिट ऑफ़ मार्जिन के लिए ज्यादा संघर्ष करने के जरुरत नहीं होती है।

नेटफ्लिक्स कंपनी के स्पर्धक / Competitors of Netflix Company –

अमरीका में स्पर्धक

  • अमझोन प्राइम
  • एप्पल टीवी
  • HBO
  • यूट्यूब टीवी
  • डिजनी प्लस
  • भारत में नेटफ्लिक्स के स्पर्धक
  • अमझोन प्राइम
  • डिजनी हॉटस्टार
  • सोनी लिव
  • जिओ सिनेमा
  • इरोस नाउ

अमरीका में नेटफ्लिक्स ने पिछले दस सालो से काफी अच्छा प्रस्थापित किया है जिसका प्रमुख कारन हे बिना इस्तेहार के लोगो मनोरंजन करना यह रणनीति काफी महत्वपूर्ण थी। कंपनी ने नेटफ्लिक्स का ब्रांड यह अपने पिछले डीवीडी बिज़नेस से सफलता पूर्ण प्रस्थापित किया था। इसलिए अंतराष्ट्रीय कंपनी होने के बावजूद कंपनी का ५० प्रतिशत इनकम अमरीका से आता है। कंपनी यह निर्भरता बदलने के लिए अपने बिज़नेस को बाहरी देशो में अच्छी तरह प्रस्थापित करने के लिए रणनीति बना रहे है।

भारत में नेटफ्लिक्स ने २०१६ से आजतक अच्छा परफॉरमेंस किया हे और खुद को ओटीटी प्लेटफार्म पर प्रस्थपित किया है। नेटफ्लिक्स का भारत में सबसे महत्वपूर्ण प्रतिस्पर्धी यह अमझोन प्राइम यह हे क्यूंकि यह दुनिया की सबसे शक्तिशाली कंपनी हे और टेक्नोलॉजी के मामले में वह काफी इनोवेटिव मानी जाती है। बाकि भारतीय ब्रांड से स्पर्धा करने कंपनी को ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी क्यूंकि वह सिनेमा तथा टीवी शोज निर्माण में खुद का पैसा लगाकर कंपनी के लिए अच्छे उत्पादन निर्माण करने में सफल हुए है।

भारत में नेटफ्लिक्स कंपनी की शुरुवात / Netflix Company in India –

भारत में नेटफ्लिक्स का आगमन २०१६ में हुवा था मगर सबसे महत्वपूर्ण कारन बना इसकी सफलता में वह जिओ की फ्री इंटरनेट इस्तेमाल की सेवा का कारन जो रिलायंस कंपनी ने इसी दौरान प्रसारित की गयी थी। इससे पहले कंपनी भारत में प्रवेश करना चाहती थी मगर इंटरनेट की सेवाए भारत में कुछ प्रमुख शहरों तक सिमित होने के कारन वह २०१६ में भारत में आने का निर्णय लिया जिसमे अमरीका में कंपनी को कुछ स्पर्धा से सामना करना पड़ रहा था, क्यूंकि उसके सब्सक्रिप्शन के रेट दूसरे कंपनियों ज्यादा थे ।

भारत में कंपनी ने प्रवेश करने का बाद सबसे पहले २०१७ में LLP रजिस्ट्रेशन के माध्यम से कंपनी ने मुंबई में अपना मुख्य ऑफिस स्थापित किया जिसमे ४० कर्मचारियों के साथ कंपनी ने काम करना शुरू किया। नेटफ्लिक्स कंपनी के बिना इस्तेहार के फीचर ने भारत के प्रमुख शहरों के एलिट वर्ग को सबसे पहले आकर्षित किया क्यूंकि इसके रेट शुरुवात से काफी ज्यादा थे मगर डिश टीवी की मुकाबले यह कम होने की वजह से यह कंपनी के लिए फायदेमंद रहा और कंपनी को काफी अच्छा रिस्पांस मिला।

दूसरे अनेक देश को ग्राहक ढूंढना और भारत में ग्राहक ढूंढना इसमें प्रमुख फर्क यह होता हे की भारत में काफी कम खर्च में ज्यादा ग्राहक मिल जाते हे और कंपनी के बाकि खर्चे बच जाते है। २०२० के बाद भारत में नेटफ्लिक्स के सब्स्किप्शन काफी तेजी से बढे हे जिसका फायदा कंपनी को हुवा हे और भारत के प्रमुख शहरों में बढ़ने वाली सदस्य्ता धीरे धीरे उपनगरों तक बढ़ने लगी। कंपनी ने भारत में निर्मिति क्षेत्र में टीवी सीरीज और फिल्मो को प्रदर्शित करना शुरू किया जिसका परिणाम कंपनी को और अच्छा परिणाम देखने को मिला है।

मनोरंजन क्षेत्र पर ओटीटी प्लेफॉर्म का प्रभाव /Impact of OTT Market on Entertainment Market –

पारम्परिक डिश टीवी और मल्टीप्लेक्स सिनेमा यह संकल्पना एक तरह से ग्राहकों पर नियंत्रण रखे हुए थी जो खुद निर्णय लेती थी की ग्राहकों को क्या दिखाना है। ओटीटी प्लेटफार्म ने ग्राहक हमेशा मार्किट का राजा होता हे इस संकल्पना का इस्तेमाल करते हुए उसे मोबाइल ,लैपटॉप तथा टीवी पर ओटीटी प्लेटफार्म के माध्यम से मनोरंजन अपने हिसाब से कम कीमत पर देखने की सहूलियत उपलब्ध करके दी जिससे डिश टीवी का बिज़नेस तथा मल्टीप्लेक्स कल्चर को काफी ज्यादा धक्का लगा है।

इससे पहले छोटी फिल्मो को तथा डाक्यूमेंट्री को कोई नहीं पूछता था और बड़े बड़े प्रोडक्शन हाउस मल्टीप्लेक्स थिएटर पर अपना प्रभुत्व रखती थी जिसको ओटीटी प्लेटफार्म के माध्यम से सही स्पर्धा के देखने की उम्मीद हमें है। क्यूंकि जो अच्छा हे उसे श्रेय खिलाना चाहिए इस हिसाब से छोटी और कम बजट की फिल्मे और वेब सीरीज का कंटेंट अगर अच्छा हे तो लोग जरूर उसको सफल बनाते हे यह ओटीटी प्लेटफार्म ने सिद्ध करके दिखाया है।

बहुत सारि फिल्मे अब सीधे ओटीटी प्लेटफार्म पर प्रदर्शित होने लगी हे जिससे मल्टीप्लेक्स सिनेमा घरो का प्रभुत्व बहुत कम हुवा हे और स्पर्धा का फायदा ग्राहकों को अच्छा कंटेंट देखने को मिलेगा। ओटीटी प्लेटफार्म पर कोई भी सिनेमा अथवा वेब सीरीज देखने के लिए समय सिमा नहीं हे जब चाहे तब मोबाइल , लैपटॉप अथवा टीवी पर वह ग्राहक देख सकता है। सिनेमा घरो में जाकर सिनेमा देखना काफी महंगा हुवा हे जिसका परिणाम हमें देखने को मिलता है।

सबसे महत्वपूर्ण बात लोगो की ज्यादा देर तक कोई धारावायिक अथवा फिल्म देखने की क्षमता कम हुई हे और वह शार्ट फिल्म तथा कम समय के मनोरंजन पर कंटेंट को प्राथमिकता देने लगा हे जिसका सबसे महत्वपूर्ण उदहारण हे टिकटॉप और इंस्टाग्राम जैसे साधनो का सफल होना है।

यूट्यूब विरुद्ध नेटफ्लिक्स / Youtube Vs Netflix –

यूट्यूब यह गूगल की सब्सिडरी कंपनी हे तथा जो गूगल की पैसे कमानी की रणनीति हे वही रणनीति गूगल यूट्यूब के लिए इस्तेमाल करता हे। यूट्यूब यह वीडियो प्लेटफार्म हे जैसे नेटफ्लिक्स कपनी का बिज़नेस मॉडल हे परन्तु पैसे कमाने की दोनों की रणनीति अलग अलग है। यूट्यूब पर हमें फ्री सब्सक्रिप्शन मिलता हे और जो यूट्यूब चॅनेल ज्यादा ट्रैफिक निर्माण करने में सफल होता हे उसको यूट्यूब इस्तेहार के माध्यम से हिस्सेदारी लेता हे और यूट्यूब का कमाई का प्रमुख इनकम का मार्ग है।

नेटफ्लिक्स यह सब्सक्रिप्शन बेस ओटीटी प्लेटफार्म हे परन्तु इसका प्रमुख इनकम का मार्ग यह हर सब्सक्रिप्शन के लिए ग्राहक को कंपनी को पैसे खर्च करने पड़ते है। बिना इस्तेहार के सिनेमा और वेब सीरीज ग्राहकों को दिखाना यह नेटफ्लिक्स की सफलता का सबसे महत्वपूर्ण कारन है। इसका मतलब हे यूट्यूब और नेटफ्लिक्स का बिज़नेस मॉडल यह एक ही क्षेत्र बावजूद इनकम प्राप्त करने का मार्ग बिलकुल अलग है।

ऐसा नहीं हे की यूट्यूब की पेड सर्विसेज भारत में उपलब्ध नहीं हे अथवा बाकि देशो में उपलब्ध नहीं है। मगर फ्री प्लेटफार्म उपलब्ध होने की वजह से इसका पेड यूट्यूब ज्यादा सफल नहीं हो रहा हे मगर यूट्यूब कंपनी का फ्री मॉडल काफी सफल होने के कारन कंपनी को भी पेड मॉडल की असफलता से कोई फर्क नहीं पड़ता है। वीडियो देखने के मामले में यूट्यूब दुनिया में सबसे सफल सोशल मीडिया माध्यम देखने को मिलता हे तथा वह ओटीटी माध्यम के तौर पर साधारण फिल्म और डाक्यूमेंट्री निर्माता को आकर्षित करता है।

नेटफ्लिक्स कंपनी के बिज़नेस मॉडल की विशेषताए / Features of Netflix Business Model –

  • नेटफ्लिक्स कंपनीने अपने बिज़नेस की शुरुवात रेंटल डीवीडी सर्विसेज देने से अमरीका में १९९७ से शुरू की थी जिसके संस्थापक मार्क रेनडोल्फ और रिड हेस्टिंग्स है।
  • नेटफ्लिक्स कंपनी ने अमझोन जैसी इंटरनेट बेस कंपनी की सफलता को देखते हुए ओटीटी प्लेटफार्म के माध्यम से बिज़नेस को बदलने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया।
  • नेटफ्लिक्स की सफलता का प्रमुख कारन था बगैर इस्तेहार के सिनेमा और वेब सीरीज उपलब्ध करना यह रहा है।
  • भारत में नेटफ्लिक्स कंपनीने अपने बिज़नेस की शुरुवात २०१६ में और २०१७ में LLP के माध्यम से रजिस्ट्रेशन किया।
  • नेटफ्लिक्स कंपनी के अंतराष्ट्रीय मार्किट में प्रमुख स्पर्धक अमझोन प्राइम , डिजनी प्लस हे तथा भारत में सोनी लिव और ZEE 5 जैसे भारतीय प्लेटफार्म है।
  • नेटफ्लिक्स तथा यूट्यूब यह परस्पर विरुद्ध पैसे कमाने के बिज़नेस मॉडल है जिसमे ओटीटी प्लेटफार्म के सफल कम्पनिया है।
  • नेटफ्लिक्स कंपनी अपना डाटा अमझोन क्लाउड कंप्यूटिंग के माध्यम से स्टोर्ड रखती हे इसकी खुद की स्टोरेज कंपनी नहीं हे और सबसे महत्वपूर्ण बात यह हे की दोनों कम्पनिया ओटीटी प्लेटफार्म क्षेत्र की स्पर्धक कम्पनिया है।

निष्कर्ष / Conclusion –

इस तरह से हमने देखा की कैसे नेटफ्लिक्स ने भारत में अपना बिज़नेस प्रस्थापित किया और भारत में भविष्य में कंपनी को और सफल होने की लिए और कितनी क्षमता हे इसका अध्ययन किया। यह मूलतः एक अमरीकी कंपनी हे जिसने अपने बिज़नेस की शुरुवात डीवीडी बिज़नेस से की जो अमरीका में काफी सफल रही थी मगर इसको शुरुवाती छह सालो तक कोई प्रॉफिट देखने को नहीं मिला था।

नेटफ्लिक्स ने अपने बिज़नेस मॉडल को सफल बनाने के लिए अमझोन जैसी कंपनी की सफलता से प्रेरणा ली हे और डीवीडी बिज़नेस से सही समय पर खुद को ओटीटी प्लेटफार्म सर्विसेज क्षेत्र में लाया है। अमरीका ने पिछले २५ साल में काफी उतर चढाव देखे हे मगर समय पर सही निर्णय लेकर कंपनीने खुद को सफलता की राह पर देखा है। भारत में कंपनी ने सही समय पर एंट्री ली हे जिस समय जियो के माध्यम से इंटरनेट भारत के सभी क्षेत्र में पंहुचा था।

कंपनी का बिज़नेस मॉडल यूट्यूब बिज़नेस मॉडल से काफी अलग हे क्यूंकि युटुब का प्रमुख इनकम का मार्ग यह इस्तेहार से आता हे वही नेटफ्लिक्स का प्रमुख इनकम का मार्ग यह ग्राहकों का रजिस्ट्रेशन फ्रीस पर आधारित हे जिसमे महीने का तथा साल का सब्सक्रिप्शन यह प्लान ग्राहकों के लिए उपलब्ध होता है। प्रस्थापित डिश टीवी तथा मल्टीप्लेक्स सिनेमाघरों के बिज़नेस पर ओटीटी प्लेटफार्म से सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा हे और इसका फायदा कंपनी को हुवा है।

फेसबुक और मेटा प्लेटफार्म 

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