प्रस्तावना / Introduction –

सभी को पता होता हे बिज़नेस करने से हमारी लाइफ आर्थिक रूप से विकसित होती हे और दुनिया के सभी आमिर व्यक्ति यह यह बिज़नेसमन होते है मगर फिर भी ज्यादातर लोग ९-५ नौकरी करते हे। ऐसा क्यों होता है ? इसका कारन हे हमारी पिछली पीढ़ी को बिज़नेस क्षेत्र में अनुभव नहीं होता वह नौकरी करते थे और आज हम भी नौकरी करते है।

केवल अच्छे मोटिवेशनल वीडियोस देखगे तो आप बिज़नेसमन नहीं बन सकते इसके लिए कई साल संशोधन करना पड़ता है क्युकी बिज़नेस की सफलता का फार्मूला आपको कोई बताने वाला नहीं है। इंटरनेटपर बहुत सारी इनफार्मेशन उपलब्ध हे मगर उसमे सही इनफार्मेशन पहचानना यह हमारी सबसे बड़ी समस्या होती है और ज्यादातर हमें गलत इनफार्मेशन ही मिल जाती हे।

बिज़नेस करने का ज्ञान न होने की वजह से हम बिज़नेस शुरू करने से डरते हे और हमें बताया जाता हे की बिज़नेस करने के लिए बहुत सारा पैसा लगता है। बिज़नेस करना बहुत जोखिम भरा होता है ऐसे समाज में बहुत सारी गलत धारणाए होने की वजह से कोई बिज़नेस करना चाहता हे मगर शुरू नहीं करता।

आप बिज़नेस के बारे में किसी को भी सलाह पूछने जाओ तो वह निराशाजनक इनफार्मेशन देता हे, जिससे आप नौकरी करना ही अच्छा ऑप्शन हे यह समझ कर अपना जीवन जैसा चल रहा हे वैसे ही गुजारते है। इसलिए यहाँ हम शुरुवात से बिज़नेस का सेटअप कैसे करना हे यह देखेंगे तथा कौनसे क्षेत्र में बिज़नेस करना हे यह कैसे तय कर सकते हे ।

बिज़नेस शुरू करने का निर्णय सबसे कठिन होता है / Starting is difficult –

हमारे समाज में बिज़नेस कल्चर का आभाव होता हे इसलिए जब हम कोई बिज़नेस की शुरुवात करना चाहते हे तो पहले सभी लोग विरोध करते है। किसी प्रस्थापित बिज़नेस मन को अगर आप सलाह मांगने जाते हे तो वह पहले ही बता देता हे की इस बिज़नेस में पहले जैसा मजा नहीं रहा हम ही दूसरा बिज़नेस शुरू करना चाहते है।

यह हमारे बिज़नेस शुरुवात करने की समस्या होती हे इसलिए बिज़नेस शुरू करने के लिए दृढ़ विश्वास होना चाहिए और बिज़नेस जितना जल्दी शुरू कर सकते हे उतना जल्दी शुरू करे जिससे जब आगे जाके जिम्मेदारियां बढ़ती हे वैसे ही बिज़नेस करना मुश्किल हो जाता है।

बिज़नेस सरकारी रजिस्ट्रेशन और पॉलिसीज / Government Registrations & Policies –

बिज़नेस करने का निर्णय लेने के बाद कई सारे लोगो को बिज़नेस रजिस्टर क्यों करना चाहिए यह पता नहीं होता इसलिए सालो साल ऐसे ही बिज़नेस बगैर रेगिस्ट्रशन के करते हे। इसमें भी कितने प्रकार के बिज़नेस रजिस्ट्रेशन होते हे और इसमें कोनसा रजिस्ट्रेशन मेरे लिए फायदे मंद होगा यह पता नहीं होता इसलिए ज्यादातर बिज़नेस प्रोप्रइटरशिप में किये जाते हे जो भविष्य में बढ़ते नहीं।

पार्टनरशिप बिज़नेस के लिए समाज में गलत धारणाये फैली हुई हे इसलिए पार्टनरशिप में कोई बिज़नेस करना नहीं चाहता मगर जिनके पास कैपिटल नहीं होता मगर आइडियाज हे उनके लिए और जिनके पास कैपिटल हे मगर आइडियाज नहीं हे उनके लिए यह ऑप्शन बहुत सही है। सरकार की पालिसी कोनसे बिज़नेस के लिए क्या हे यह जानकारी नहीं होने की वजह से अच्छे अवसर हम गवा देते है।

कोनसा बिज़नेस शुरू करे ? / Business Selection –

एक बार बिज़नेस करना ही हे यह निश्चित होने के बात कोनसा बिज़नेस शुरू करे यह सबसे महत्वपूर्ण निर्णय होता है। अच्छा प्रॉफिट मार्जिन, कम इन्वेस्टमेंट , अच्छा नॉलेज , जो बिज़नेस करने का सोचा हे उसका भविष्य कैसा रहेगा यह भी देखना जरुरी होता है। ज्यादातर लोगो की समस्या बिज़नेस शुरू करने के लिए पैसा नहीं होना होता हे इसलिए ऐसा बिज़नेस चुने जिसके लिए इन्वेस्टमेंट कम हो और स्किल की जरुरत ज्यादा हो।

बिज़नेस करने के मुख्य चार प्रकार :

  • उत्पादन पर आधारित बिज़नेस
  • सेवा पर आधारित क्षेत्र
  • ट्रेडिंग /व्यापार पर आधारित बिज़नेस
  • मिश्र बिज़नेस (हाइब्रिड बिज़नेस )

उत्पादन पर आधारित बिज़नेस शुरू करना इसके लिए काफी अनुभव और पैसे की जरुरत होती हे इसलिए यह बिज़नेस करना काफी मुश्किल काम होता है। सेवा क्षेत्र में बिज़नेस शुरू करने के लिए कॅपिटल उत्पादन क्षेत्र से काफी कम लगता हे मगर इसके लिए उस क्षेत्र का ज्ञान होना तथा एक्सपर्ट होना जरुरी होता है जिसके लिए प्रोफेशन तथा अच्छी शिक्षा इसके लिए पैसे इन्वेस्ट करने होते है।

ट्रेडिंग क्षेत्र में बिज़नेस करने के लिए मार्किट का ज्ञान तथा विक्री की कला होना जरुरी हे तथा उत्पादन क्षेत्र से कम कॅपिटल पर इस व्यवसाय में काम चल जाता है। जो बड़े बड़े बिज़नेस कम्पनिया होती हे उनको इन किसी भी क्षेत्र में बिज़नेस करने के लिए कोई समस्या नहीं होती क्यूंकि उनके पास कॅपिटल तथा एक्सपेर्टीस बड़े स्तर पर उपलब्ध होते है।

प्रॉफिट ऑफ़ मार्जिन और स्पर्धा / Profit of Margin & Competition –

अपनी कॅपिटल क्षमता के लिए हमने देखा की कौनसा बिज़नेस करना चाहिए जिसके लिए हमने चार क्षेत्र बताए। इसके बाद हमें सबसे महत्वपूर्ण हे प्रॉफिट ऑफ़ मार्जिन क्या हे यह देखना जरुरी है क्यूंकि बिज़नेस में २०० % प्रॉफिट देने वाले बिज़नेस भी देखने को मिलेंगे और २ % प्रॉफिट देने वाले बिज़नेस भी देखने को मिलेंगे इसलिए इस पर संशोधन करना जरुरी है। जीतनी बड़ी कंपनी होगी उतना प्रॉफिट ज्यादा होगा और जितना बिज़नेस छोटा होगा उतना प्रॉफिट का प्रतिशत कम होगा यह वास्तविकता भी हमें समझनी होगी।

बाजार में कौनसे बिज़नेस में ज्यादा स्पर्धा हे यह हमें देखना होगा क्यूंकि उसपर प्रॉफिट ऑफ़ मार्जिन निर्भर होता है , जीतनी ज्यादा स्पर्धा उस बिज़नेस के लिए होगी उतनी प्रॉफिट कम होगी। इसलिए प्रॉफिट ऑफ़ मार्जिन और बाजार में स्पर्धा यह दोनों चीजे एक दूसरे पर निर्भर होती है। जीतनी स्पर्धा कम होगी वह बिज़नेस करना आपके लिए सुरक्षित रहेगा मगर उसके लिए हमें अच्छा स्किल्स तथा नॉलेज होता जरुरी होता है।

आज के टेक्नोलॉजी के युग में हम देखते हे की गूगल , अमझोन और टेस्ला के मालिक काफी पढ़े लिखे और बुद्धिमान हे इसलिए भविष्य में हम यह चलन देखेंगे की जितना आप बुद्धिमान हे उतना आपको बिज़नेस के लिए फायदा होगा। भारत में इससे पहले परिवार में पहले बिज़नेस करते हे तो वह बिज़नेस सीक्रेट अगले पीढ़ी के लिए वरदान होता था मगर आज परिस्थिति बदल चुकी हे हर वक्त बाजार बदल रहा हे और इसके साथ आप बुद्धिमान होना और अपडेट होना जरुरी है।

बिज़नेस के बारे इनफार्मेशन कैसे जुटाए / Information collection for business –

आज कल कोई भी इनफार्मेशन इंटरनेट के माध्यम से जुटाना आसान हुवा हे पहले बिज़नेस करना यह बहुत मुश्किल काम होता था और वह जिस परिवार का बिज़नेस होता था वह बिज़नेस सीक्रेट की तरह उसका फार्मूला अपने अगले पीढ़ी को देते थे आज परिस्थिति बदल गयी है। आज के जैसे मौके हजारो सालो में किसी भी मानव समाज को नहीं मिले हे , इससे पहले अगर किसी विषय पर संशोधन करना हो तो पूरी जिंदगी दाव पर लगानी पड़ती थी इनफार्मेशन जमा करने के लिए वह आज बड़ी आसानी से उपलब्ध होती है।

इंटरनेट की क्रांती की वजह से इनफार्मेशन इतनी उपलब्ध हे की कोनसी इनफार्मेशन सही हे और कोनसी गलत यह पहचानना मुश्किल हो गया है परन्तु इनफार्मेशन उपलब्ध है यह सबसे बड़ी बात है। यूट्यूब वीडियोस के माध्यम से और कई सारी बिज़नेस वेब साइट इंटरनेट पर उपलब्ध होती हे इससे आप अपने बिज़नेस के स्ट्रेटेजी बना सकते है। क्लाउड कंप्यूटिंग , डिजिटल मार्केटिंग , ब्लॉग्गिंग, AI जैसे कई सारे प्लेटफार्म हमें देखने को मिलते है जिसे हमें समझना होगा।

अगर परिस्थिति से हिसाब से हम खुद को नहीं बदल सकते तो हम इस नयी पीढ़ी का बिज़नेस नहीं कर सकते इसलिए इंटरनेट और टेक्नोलॉजी में अपडेट रहना तथा ऐसे बाजार पर अध्ययन करना जरुरी है। एलोन मस्क ने स्पेसेक्स यह कंपनी कोई भी नॉलेज न होने के बावजूद इंटरनेट की मदद से इसपर अध्ययन किया और दुनिया को सबसे महत्वपूर्ण संशोधन दिया जिसे पुनर निर्माण करके रॉकेट बनाए जा सकते हे यह दिखाया तथा स्पेस यात्रा सामान्य करने के लिए काम शुरू किया यह टेक्नोलॉजी की ताकद है।

बिज़नेस के लिए इन्वेस्टमेंट कैसे जुटाए / How to Prepare finance for Business –

भारत में बहुत सारे बिज़नेस बगैर सरकारी रजिस्टर किये हुवे चलाए जाते हे जिसकी कागजी वैल्यू शून्य होती है और जो लोग रजिस्टर बिज़नेस करते हे वह ज्यादातर प्रोप्राइटरशीप में रजिस्टर किये जाते है। जिसके पास कैपिटल होता हे वह बिज़नेस शुरू करता हे और दूसरे लोगो को बगैर कैपिटल के कारन नौकरी करनी पड़ती है।

बिज़नेस के लिए कैपिटल कैसे जुटाया जाता हे इसकी जानकारी न होने की वजह से और अच्छा बिज़नेस प्लान या प्रोजेक्ट भी आपको बिज़नेस के लिए पैसा उपलब्ध करा सकता हे मगर जानकारी के आभाव की वजह से हम यह नहीं कर पाते। मार्केट में कई सारे फिनांसर होते हे जिन्हे केवल बिज़नेस प्लान बताकर निवेश के लिए आप कन्विंस कर सकते है।

पार्टनरशिप पे बिज़नेस करके आप अपना बिज़नेस का सपना पूरा कर सकते हे इसमें आप बिज़नेस प्लान और दूसरे पार्टनर का पैसा इससे कानूनी एग्रीमेंट बनाकर आप बिज़नेस स्टार्ट कर सकते है। बिज़नेस शुरू करने में केवल शुरुवाती दिनों में दिक्कत आती हे एक बार आपका बिज़नेस शुरू होने के बाद बैंक भी आपको लोन उपलब्ध कराती है। शेयर बाजार में कंपनी लिस्ट करके नए नए स्टार्टअप भी आजकल पैसे खड़ा कर सकते है।

इसलिए शुरुवाती बिज़नेस सेटअप कठिन होता हे मगर आपका बिज़नेस प्लान अच्छा हो तो कोई भी निवेश के लिए तैयार हो सकता है।

जोखिम और संभावना में अंतर समझना होगा / Difference between Risk & Probability –

बिज़नेस के लिए जोखिम और संभावना में क्या अंतर हे यह जिसको समझ में आ जाये उसको बिज़नेस में सफल होना ज्यादा मुश्किल नहीं होता। इसे ही रिस्क और प्रोबेबिलिटी कहते है, रिस्क कम करने के लिए नॉलेज को बढ़ाना जरुरी होता हे और इससे प्रोबेबिलिटी ऑफ़ सक्सेस बढ़ता है।

यह ज्ञान आप किताबे पढ़कर , बिज़नेस सेमिनार को अटेंड करके, बड़े बिज़नेसमन का अध्ययन करके कर सकते है। नौकरी करने वाला आदमी यह रिस्क लेने से बहुत डरता हे फिर भी अपना जीवन टेंशन में बीताता है इसलिए अच्छा नॉलेज लेके बिज़नेस करना अच्छा निर्णय हो सकता है।

बिज़नेस पर संशोधन कैसे करे / Research on Business –

किसी भी क्षेत्र में उसकी सफलता उसके रणनीति में होती हे जिसके लिए एक्शन प्लान से ज्यादा वक्त देना चाहिए जिससे एक्शन प्लान सफल हो सके इसे ही ब्लू प्रिंट कहते है, या प्रोजेक्ट कहते है। बिज़नेस के लिए जीतनी इनफार्मेशन कलेक्ट कर सकते हे वह करे और उसका विश्लेषण करके उसको प्रत्यक्ष में उतारे जिससे जोखिम कम होती हे और सफलता की संभावना बढ़ जाती है।

इससे हमें बिज़नेस में कितना कॉम्पिटिशन हे, बिज़नेस का भविष्य कैसा हो सकता है , कितना फायदा मिल सकता है , कितना पैसा बिज़नेस के लिए लगाना है वह पैसा कैसे उपलब्ध करना हे ऐसे कई सारे प्रश्न और उसके जवाब हमें संशोधन से मिल जाते है। दुनिया में बड़ी बड़ी कंपनी मार्किट पर प्रभुत्व निर्माण करती हे इसका सबसे महत्वपूर्ण कारन हे वह संशोधन पर सबसे ज्यादा पैसा खर्च करती है।

गूगल , एप्पल और टेस्ला जैसी कम्पनिया अपने संशोधन की वजह से बाजार में अपना वर्चस्व प्रस्तापित किए हुए है। इसमें संशोधन के माध्यम टेक्नोलॉजी यह प्रभुत्व के लिए महत्वपूर्ण पार्ट हे जिसपर बड़ी कम्पनिया काफी खर्चा करती है। पारम्परिक बिज़नेस करने से फायदा तो होता हे मगर जो बड़े बेनिफिट मिलते हे वह आपकी यूनिक टेक्नोलॉजी की वजह से होती है।

बिज़नेस सफलता का सरल फार्मूला / Success formula of business –

किसी भी बिज़नेस को सफल होने में कम से कम पांच साल देना जरुरी होता है क्यूंकि जो लोग बगैर तैयारी के केवल पैसे के दम पर किसी बिज़नेस में उतरते हे वह पहले पांच साल में सफलता नहीं मिलने पर बिज़नेस बंद कर देते है। इसलिए बिज़नेस में संयम रखना बहुत जरुरी होता है और ज्यादा से ज्यादा इनफार्मेशन जुटाना, अपडेट रहना जरुरी होता है। पांच दस साल में आप उस बिज़नेस की बारीकियां अपने आप प्रैक्टिस से समझ जाते है।

आदमी का संयम नहीं होने से बहुत सारे बिज़नेस पहले पांच साल में बंद हो जाते है। आदमी का डर बिज़नेस में असफलता का कारन होता हे और इसका इलाज ज्यादा से ज्यादा इनफार्मेशन जुटाना होता हे जिससे बिज़नेस के बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध होती हे और डर कम हो जाता हे इसे प्रोबेबिलिटी का नियम कहते है।

ऑनलाइन बिज़नेस के माध्यम / Online Business future –

आने वाले समय में पूरी औद्योगिक दुनिया ऑनलाइन प्लेटफार्म पर आएगी इसलिए आप को यह बहुत ही सस्ता ऑप्शन उपलब्ध रहेगा जिसके लिए ज्यादा इन्वेस्टमेंट की जरुरत नहीं हे केवल कंप्यूटर , लैपटॉप या मोबाइल के जरिये आप पैसा कमा सकते हे इसमें सोशल मीडिया के द्वारा अथवा वेबसाइट बनाकर बिज़नेस शुरू कर सकते है। इसके लिए किसी विषय में महारथ हासिल हो तो वह आपका कैपिटल होगा।

इसमें एफिलिएट मार्केटिंग , यूट्यूब चैनल जैसे माध्यम उपलब्ध हे जिसके लिए बहुत ही कम निवेश करने की जरुरत होती है। शेयर मार्किट में निवेश करना यह एक बहुत अच्छा ऑप्शन होगा बिज़नेस करने का मगर यह आप के उम्र के शुरुवाती दिनों में करना अच्छा रहेगा क्यूंकि इसके लिए समय और संयम होना जरुरी होता हे इसके साथ शेयर मार्किट का नॉलेज आप बढ़ा सकते है।

निष्कर्ष / Conclusiton –

इसतरह से हमने यहाँ स्टार्टअप बिज़नेस कैसे शुरू किये जा सकते हे इसके बारे में देखा। हमारे समाज में बिज़नेस कल्चर नहीं होने की वजह से हर कोई अच्छी नौकरी पाने के सपने अपने शुरुवाती दिनों से देखता है। जो लोग सरकारी नौकरी अथवा अच्छी प्राइवेट नौकरी पाते है जिनकी सैलरी अच्छी होती है जिनकी संख्या २० % होती हे बाकि लोग जीवन भर पैसे के लिए संघर्ष करते रहते है।

हमारी शिक्षा प्रणाली भी अच्छी शिक्षा से अच्छे नौकर पैदा करती है बिज़नेस मन तैयार करने की शिक्षा बेसिक शिक्षा में उपलब्ध नहीं होने की वजह से ज्यादातर लोगो को बिज़नेस करना बहुत ही कठिन काम लगता है और जिंदगी भर कम सैलरी पर एडजस्ट जिंदगी जीते हे मगर बिज़नेस शुरू करने की रिस्क नहीं लेते यही हमारी सच्चाई है।

इसलिए बिज़नेस करना यह आपका नॉलेज आसान कर देता है जो आज बहुत सारे माध्यम से आप हासिल कर सकते है। जिसमे से एक यह हमारा आर्टिकल हे जिससे आपको कोई बिज़नेस करने की प्रेरणा मिल सके।

for related topic please click on the below link…

ब्लॉगींग क्या होती है ?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *