प्रस्तावना / Introduction –

TOP 10 अच्छी शिक्षा प्रणाली के क्या मायने होने चाहिए, फ़िनलैंड की शिक्षा व्यवस्था को दुनिया की सबसे बेहतरीन शिक्षा व्यवस्था माना जाता है। जैसे भारत में मेडिकल के लिए एडमिशन लेना काफी मुश्किल होता हे वैसे ही फ़िनलैंड में शिक्षक बनने के लिए काफी स्पर्धा का सामना करना पड़ता है, और काफी मेहनत से शिक्षक बनते है। जिसकी मार्केट में कीमत काफी अच्छी होती है जिसकारण यह देश शिक्षा में बेहतरीन रिजल्ट देता है।

शिक्षा व्यवस्था का बेहतरीन स्तर होने के लिए मार्केट में उस शिक्षा का कितना महत्त्व हे इसपर शिक्षा प्रणाली का स्तर समझमें आता है। इस लेख में आगे जो हम लिस्ट आपको दिखा ने वाले हे इनमे लॉजिकल थिंकिंग और संशोधन के आधार पर आखरी नतीजे यह शिक्षा की प्रक्रिया होती है।

संशोधन के आधार पर शिक्षा का मतलब हे किसी भी चीज को उसकी जड़ तक समझना और इसके लिए काफी मेहनत शिक्षक को और विद्यार्थियों को करनी पड़ती है। भारत में हम देखते हे हमारा शिक्षा का उद्देश्य अच्छी डिग्री लेके अच्छे वेतन की नौकरी पाना होता है, नॉलेज को प्राप्त करना यह उद्देश्य नहीं होता इसलिए हम स्कूल और कॉलेज में पढ़ी चीजों का असली जिंदगी में क्या महत्त्व हे इसके बारे में काफी अज्ञानी होते है।

बेहतरीन शिक्षा व्यवस्था के मापदंड/ Criteria for best education system –

  • बच्चो को उनकी कम उम्र में गहन शिक्षा के बारे में परिचित कराना।
  • शिक्षक होने के लिए काफी स्पर्धा होनी जरुरी है।
  • मार्केट में शिक्षक की काफी वैल्यू होनी चाहिए।
  • शिक्षा व्यवस्था को ज्यादा से ज्यादा पैसा शिक्षक और अभ्यासक्रम पर खर्च करना चाहिए।
  • शिक्षा प्रणाली ज्यादा से ज्यादा रिसर्च बेस होनी चाहिए
  • अर्थ्यव्यवस्था और बिज़नेस इंडस्ट्रीज को क्या चाहिए इसका अभ्यासक्रम बनाते समय प्राथमिकता में विचार होना चाहिए।
  • हर विद्यार्थी को तर्कशास्त्र, गणित , टेक्नोलॉजी जैसे विषयो का परिचय बहुत ही प्राथमिकता से और गहरा देना चाहिए।
  • फ़िनलैंड की शिक्षा प्रणाली की पूरी जिम्मेदारी सरकार ने ली हुई है यही कारन हे वह देश दुनिया का नंबर वन देश हे शिक्षा प्रणाली के लिए।
  • सरकार को शिक्षा और संशोधन के लिए ज्यादा खर्च करना चाहिए।

दुनिया की टॉप १० शिक्षा व्यवस्था / Top 10 Education System of the world –

शिक्षा का स्तर और वास्तविक जीवन में उसका मूल्य इसके आधार पर ऊपर दिए गए मापदंड के आधार पर हम दुनिया की बेहतरीन शिक्षा व्यवस्था का अध्ययन करने की कोशिश करेंगे।

१) यूनाइटेड स्टेट ऑफ़ अमरीका / USA –

अमरीका की अर्थव्यवस्था की सफलता में अमरीका की शिक्षा प्रणाली का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, दुनिया की बेहतरीन शिक्षा संस्थान अमरीका में उपलब्ध है। दुनिया भर से विद्यार्थी सीखने के लिए अमरीका के शिक्षा संस्थान में आते है।

अमरीकी सरकार प्राइमरी शिक्षा से उच्च शिक्षा तक क्या पॉलिसी होनी चाहिए इसके लिए बिज़नेस इंडस्ट्रीज और बुद्धिजीवी काफी कंट्रीब्यूशन देते है और सरकार भी शिक्षा प्रणाली पर काफी पैसा खर्च करती है। अमरीका एक विकसित देश होने के कारन उच्च शिक्षा संस्थान महंगे होने के बावजूद वहा के विद्यार्थी पैसा खर्च करने लायक है।

अगर वही प्राइवेट शिक्षा प्रणाली भारत में लागु करेंगे तो वह बेवकूफी होगी क्यूंकि हमारा जीवन स्तर काफी कम इनकम वाले लोगो की संख्या ज्यादा होने के कारन हम वह शिक्षा प्रणाली नहीं अपना सकते।

२) स्विट्ज़रलैंड /Switzerland –

स्विट्ज़रलैंड में गवर्नमेंट टॅक्स काफी ज्यादा होता हे मगर शिक्षा के लिए सरकार जिम्मेदारी लेती है इसलिए संशोधन और अभ्यासक्रम पे खर्च किया जाता है। जैसे की यह देश यूरोपीय होने के कारन विकसित देशो में गिना जाता है इसलिए शिक्षा के लिए काफी पैसा खर्च किया जाता है।
स्विट्ज़रलैंड में पहली यूनिवर्सिटी १४६० में स्थापित की गयी थी इससे हम जान सकते हे की शिक्षा के लिए कल्चर यहाँ काफी पुराना है।

३) डेनमार्क / Denmark –

डेनमार्क यह देश भी यूरोप का काफी विकसित देश हे और शिक्षा का कल्चर यहाँ काफी पुराना है, जहा साक्षरता दर ९९% है । यहाँ की सरकार शिक्षा के लिए काफी खर्चा करती है और अलग अलग स्तर पर सरकारी व्यवस्था के माध्यम से पॉलिसी को कृती में लाया जाता है।
संशोधन पर आधारित शिक्षा प्रणाली यह डेनमार्क की अच्छी स्तर के शिक्षा व्यवस्था होने का कारन है और सरकार की तरफ से इसे काफी महत्त्व दिया जाता है।

४) यूनाइटेड किंगडम / United Kingdom –

यूनाइटेड किंगडम यह दुनिया की सबसे पुराणी शिक्षा व्यवस्था मानी जाती हे जिसमे ऑक्सफ़ोर्ड, कैंब्रिज जैसी विश्व प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी लगबघ हजार साल पहले स्थापित की गयी थी इसलिए शिक्षा का कल्चर दुनिया में सबसे पहले यूनाइटेड किंगडम में आया ऐसा कहा जा सकता है।
यहां दुनिया भर से विद्यार्थी पढ़ने को आते हे जिसका कारन हे उपलब्ध साहित्य जो दुनिया भर से सग्रहित करके शिक्षा के लिए उपलब्ध होता हे जिससे यहाँ शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को दुनिया भर में काफी सम्मान से देखा जाता है।

५) स्वीडन / Sweden –

यह यूरोप का और एक विकसित देश हे जो लोकसंख्या के मामले में काफी छोटा है मगर यहाँ साक्षरता दर १०० % है। यहाँ के उच्च शिक्षा के स्तर को दुनिया में काफी सराहा जाता है। क्युकी यह देश काफी छोटा होने के कारन शिक्षा के लिए विद्यार्थियों को मिलने वाली सुविधाए काफी खर्चीली होती हे जो आम तौर पर साधारण एशियाई अथवा अफ़्रीकी देश इसको नहीं खर्च कर पाएंगे।

६) फ़िंडलैंड / Finland –

फ़िनलैंड की शिक्षा प्रणाली यह दुनिया में शिक्षा के लिए सबसे ज्यादा आर्थिक बजट मुहैया करने वाला देश माना जाता है और प्राइमरी शिक्षा से उच्च शिक्षा तक यहाँ शिक्षा के लिए सरकार खर्च करती है। स्कूल और कॉलेज में सुविधा के मामले में यह दुनिया के लिए एक बेहतरीन मॉडल माना जाता है।

क्यूंकि यह एक विकसित देश होने के कारन लोगो का आर्थिक स्तर काफी अच्छा होता हे और सरकार का टैक्स लोगो को काफी देना पड़ता है जिससे शिक्षा के लिए सुविधा उपलब्ध हो सके।

७)नेदरलैंड /Netherlands –

यह अच्छी शिक्षा व्यवस्था का और एक यूरोपीय देश हे जो काफी विकसित है और शिक्षा के लिए काफी खर्च करता है। नेथरलैंड में फ़िनलैंड जैसे दो शिक्षा व्यवस्था का इस्तेमाल होता हे।

  • संशोधन आधारित शिक्षा व्यवस्था
  • व्यावसायिक शिक्षा व्यवस्था

इसके लिए सरकार शिक्षा के लिए काफी पैसा खर्च करती है और यह शिक्षा प्रणाली दुनिया के लिए एक आदर्श शिक्षा प्रणाली जाती है।

८)सिंगापुर / Singapore –

इस लीस्ट में यह पहला एशियाई देश हे जहा ब्रिटिश और पश्चिमी देशो का इतिहास में काफी प्रभाव रहा है। क्यूंकि यहाँ चीन और पश्चिमी देशो का प्रभाव होने के कारन इसको एक अंतराष्ट्रीय स्तर की मान्यता मिली है , जिसके कारन यह दुनिया के बिज़नेस इंडस्ट्री के लिए महत्वपूर्ण सेंटर माना जाता हे जो एशिया और यूरोप को जोड़ने का काम करता है।

इसलिए यहाँ की अर्थव्यवस्था के मजबूत होने के कारन यहाँ की शिक्षा व्यवस्था के लिए काफी खर्च किया जाता हे जो सिंगापुर के बिज़नेस मार्केट को अच्छे एम्प्लॉयीज दे सके इसके लिए रिसर्च बेस और व्यावसायिक शिक्षा के काफी अच्छे कॉलेज देखने को मिलते है।

९) कॅनडा /Canada –

यह यूरोपीय देश नहीं हे मगर वह फ्रेंच और यूरोप का पहले से काफी प्रभाव रहा हे इसलिए वहा के शिक्षा प्रणाली में इंग्लिश और फ्रेंच यह मुख्य दो भाषाओ के माध्यम से शिक्षा व्यवस्था चलाई जाती है। उच्च शिक्षा के मामले में कॅनडा की शिक्षा व्यवस्था काफी विकसित मानी जाती हे और दुनिया भर से कई विद्यार्थी कॅनडा में पढ़ने के लिए आते है।

क्यूंकि यहाँ की शिक्षा अमरीका की शिक्षा से कम खर्च में मिलती हे इसलिए अमरीका के नजदीक का देश होने के कारन कई सारे विद्यार्थी कॅनडा को उच्च शिक्षा के लिए पसंद करते है।

१०) ऑस्ट्रेलिया / Australia –

ऑस्ट्रेलिया यह शिक्षा के लिए दुनिया का दसवा सबसे बेहतरीन देश माना जाता हे जहा दुनिया भर से विद्यार्थी शिक्षा के लिए आते हे जिनको कई तरह के प्रोफेशल और संशोधन पर आधारित कोर्सेज सीखने के लिए उपलब्ध है।
शिक्षा की सुविधा और उपलब्ध साहित्य संपदा इसके आधार पर अच्छी शिक्षा प्रदान करने के लिए यह देश काफी पैसा खर्च करता है।

भारत की प्रस्थापित शिक्षण व्यवस्था / Indian Current Education System –

भारत की शिक्षा व्यवस्था पर विकसित देशो की तुलना में बहुत खर्च किया जाता हे जिसको बढ़ाना होगा। भारत के शिक्षा प्रणाली में रिफॉर्म्स के लिए शुरुवात की गयी हे मगर इसमें रिसर्च और डेवलपमेंट पर ज्यादा ध्यान देने के जरुरत है।

चीन का अध्ययन करते समय मुझे एक बात पता चली, उन्होंने पश्चिमी देशो में अपने विद्यार्थी शिक्षा के लिए भेजे और २० – ३० साल में पश्चिमी देशो को टक्कर दे सके ऐसा बुद्धिजीवी निर्माण किया और आज हम टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में देखते है की चीन पश्चिमी देशो के लिए बहुत बड़ा स्पर्धक बन गया है।

भारत में इसके लिए ठोस निर्णय लेने की जरुरत है भारत में पढ़े लिखे लोग विदेशी कंपनी के लिए काम करते है उसको भारत के लिए काम करने के लिए प्रोस्ताहित करना होगा। दुनिया का सबसे ज्यादा युवा वर्ग भारत के पास हे जो देश के लिए एक संपत्ती बन सकता हे केवल उसको तराशना है।

शिक्षा प्रणाली में फ़िनलैंड जैसे और अमरीका जैसे देशो के शिक्षा मॉडल का अच्छी तरह इस्तेमाल करना होगा और अर्थव्यवस्था के अनुरूप तथा तर्कसंगत स्किल विकसित करने वाली शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा देना होगा।

भारत की नयी शिक्षा निति / India’s New Education Policy –

२०२१ में भारत सरकार द्वारा नयी शिक्षा निति संसद में पेश की गयी जिसपर कानून बनाने की पहल शुरू हुई हे जिससे अंतराष्ट्रीय स्तर पर जो फर्क भारत की शिक्षा व्यवस्था का हे उसे ख़त्म करने की यह पहल मानी जा सकती है। केवल नौकरी पाने के लिए शिक्षा महत्त्व होता हे इससे थोड़ा अलग हटकर सरकार ने इस शिक्षा निति को बनाया हे और जो पहले तीन अलग अलग क्षेत्र द्वारा शिक्षा प्राप्त की जाती हे उसमे बहुत सारे गए है।

जो सुझाव सरकार द्वारा शिक्षा के लिए पेश किए गए हे वह कागजी तौर पर काफी आदर्श हे मगर उसे वास्तविकता पर उतरना उतनाही मुश्किल काम है। क्यूंकि लोगो की क्रिटिकल थिंकिंग को शिक्षा के माध्यम से विकसित करना मतलब लोगो को जागृत करना जिससे सरकार का चुनाव जितना काफी मुश्किल होता हे इसलिए सरकार कोई भी आए वह ईमानदारी से शिक्षा निति पर कितना अमल करती हे यह संशोधन का विषय है।

जीवन जीने के लिए और सुख और शांति से जीने के लिए हमें सही और गलत की समझ विकसित होना जरुरी होता है इसे तार्किक शिक्षा कहा जाता है शिक्षा प्रणाली में ईमानदारी से इस्तेमाल नहीं किया गया तो शिक्षा का स्तर विकसित नहीं होता। अगर हम अमरीका के शिक्षा मॉडल का अनुकरण भारत में करते हे और शिक्षा को खुले बाजार पर निर्भर छोड़ते हे तो वह काफी मुश्किल काम होगा क्यूंकि विकसित देशो में लोगो की आय काफी ज्यादा होती हे जिससे मॉडल वह चल जाता हे मगर भारत में इसको चलाना काफी मुश्किल काम है।

निष्कर्ष / Conclusion –

इस तरह से हमने दुनिया की सबसे बेहतरीन शिक्षा व्यवस्था के बारे में हमने यहाँ जानने की कोशिश की है। भारत की बात करे तो इनफ़ोसिस के नारायण मूर्ती और रतन टाटा जैसे उद्योगपती द्वारा कई बार कहा गया हे की हमें जैसे एम्प्लोयी चाहिए वह इस शिक्षा व्यवस्था से नहीं मिलते।

भारत में रिसर्च बेस शिक्षा प्रणाली पर काम होना बाकि हे प्रोफेशनल शिक्षा के लिए भारत में काफी काम किया गया है मगर संशोधन के मामले में हमें बहुत काम करना बाकि है। तर्क के आधार पर शिक्षा प्रणाली करने के लिए पहले वैसे शिक्षक तैयार करने होंगे।

केवल पास होने के लिए और नौकरी पाने के लिए शिक्षा होती हे यह दृष्टिकोण हमें बदलना होगा। शिक्षा का महत्त्व समाज में सबको पता चला हे मगर शिक्षा केवल अच्छी सैलरी मिलने के लिए नहीं होती वह जीवन में मुश्किल समय में कैसे निर्णय लेने चाहिए और जीवन को कैसे सुखी करना चाहिए यह भी सीखने को मिलना चाहिए।

हमारी समस्या साक्षरता दर नहीं हे शिक्षा का स्तर हे जिससे बिज़नेस इंडस्ट्रीज को लायक एम्प्लॉयीज नहीं मिलते और जीवन कैसे सुखी किया जाये ऐसी सोच निर्माण करने लायक शिक्षा हमें नहीं मिलती इसलिए आज के दौर में शिक्षित कई सारे विद्यार्थी डिप्रेशन का शिकार होते हे और जीवन से विफल हो जाते है।

कभी कभी ज्यादा सीखने ने कोई काम करने लायक वह व्यक्ती नहीं रहता और डिप्रेशन में चले जाता है। इसके लिए हमें सोचना जरुरी हे और विकसित देशो की तरह हम प्राइवेट शिक्षा का मॉडल जैसे के वैसा नहीं इस्तेमाल कर सकते क्यूंकि हमारा जीवनस्तर काफी निचे है इसलिए शिक्षा का अच्छा मॉडल बनाना काफी जरुरी है।

भारतीय प्राद्दोगिक संस्थान

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