प्रस्तावना / Introduction –

कंप्यूटर की क्रांती और उसके बाद इंटरनेट की क्रांती लोग देख ही रहे थे उसी समय एनरोइड मोबाइल ने पूरी दुनिया को बदल डाला और इंटरनेट और मोबाइल हैंडसेट इसने सर्विस सेक्टर को एक नया नजरिया दिया बिज़नेस करने के लिए और देखते ही देखते सर्विस सेक्टर एक बड़ा रूप लेने लगा।

ऐसा कहा जाता हे की होटल बिज़नेस में भारत को बढ़ने के लिए काफी अच्छा भविष्य माना जाता हे परिवार के दोनों सदस्य अगर नौकरी करने वाले हो तो होटल बिज़नेस को काफी अच्छा भविष्य माना जाता है। झोमाटो ने फ़ूड बिज़नेस में थोड़ा इनोवेशन करके होटल बिज़नेस में होम डिलीवरी यह सकल्पना लाई जिसने झोमाटो के निवेशक काफी आशावादी हे इसलिए हमने यह विषय आपके सामने रखा है।

झोमाटो जबसे शुरू किया गया हे तबसे प्रॉफिट में कभी आया ही नहीं मगर फिर भी उसका आईपीओ शेयर बाजार में आजतक का सबसे सफल आईपीओ कैसे बना इसका विश्लेषण यहाँ हम करेंगे। पुरे होटल सेक्टर एक तरफ और झोमाटो कंपनी एक तरफ इतना झोमाटो कंपनी का वैल्यू बन गया है इसके बारे में बात करेंगे।

ऑनलाइन सर्विस बिज़नेस / Online service Business –

इंटरनेट और मोबाइल के क्रांती के बाद सही मायने में २०१७ के बाद भारत में एनरोइड मोबाइल का इस्तेमाल काफी बढ़ा हे तथा मोबाइल एप्प के द्वारा सर्विसेज देने का बिज़नेस काफी प्रभावशाली रहा हे इनमे से ही एक हे फ़ूड डिलीवरी बिज़नेस जिसने कोरोना महामारी के दौरान खाने की चीजों के लिए होम डिलीवरी का महत्त्व बढ़ा है।

इनफार्मेशन और टेक्नोलॉजी के बढ़ते प्रभाव में उत्पादन करने वाली कंपनियों का दौर पीछे पड़ गया हे और सर्विस सेक्टर में बिज़नेस करने का मॉडल काफी प्रसिद्द हुवा हे क्यूंकि इसको शुरुवात करने के लिए बड़ा निवेश करने की जरुरत नहीं होती जैसे पहले प्रोडक्शन तथा उत्पादन प्रक्रिया के बिज़नेस के लिए काफी पैसा इन्वेस्ट करना पड़ता है।

बिज़नेस करने का यह काफी लाइट मॉडल हे जैसे ओला उबेर जैसे ऑनलाइन ऑनलाइन कार सर्विसेज बिज़नेस काफी प्रसिद्द हुवा था उसी आइडियाज में यह फ़ूड डिलीवरी बिज़नेस भारत में इसके बढ़ने में काफी क्षमता रही हे इसलिए इसे भविष्य का एक सफल बिज़नेस मॉडल माना जाता है।

झोमाटो कंपनी की सफलता की कहानी / Success Story of Zomato –

२००८ को दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा दोनों पूर्व IIT दिल्ली के छात्र और दिल्ली में बैन एंड कंपनी में काम कर रहे थे तभी लंच टाइम में होटल में मेनू कार्ड तथा आर्डर लेने के लिए इंतजार करते हुए कस्टमर वह दोनों हर रोज देखते थे तभी एक दिन उन्हें यह आईडिया आया की क्या ऐसा हो सकता हे की ऑनलाइन ऑफिस में बैठे बैठे लंच का आर्डर हमें मिल जाए ! और यही समय था झोमाटो के बिज़नेस मॉडल के जन्म का जिसका शुरुवाती नाम “फूडीबे” रखा गया और २०१० में इसे बदलकर झोमाटो रखा गया ।

तभी उन्होंने एक वेबसाइट बनाई और होटल के सभी मेनू के साथ ऑनलाइन आर्डर मंगाने की सुविधा ऑफिस के सभी लोगो के लिए कर दी और धीरे धीरे यह आईडिया इतना प्रसिद्द हुवा की इसने पुरे दिल्ली के होटल बिज़नेस को और कस्टमर को जोड़ दिया और आज हम देखते हे की भारत का यह सबसे सफल फ़ूड आर्डर सर्विसेज देने वाला एक सफल बिज़नेस बन गया है।

शुरुवात में इस बिज़नेस मॉडल का नाम फूडीबे रखा गया था जो बाद में ग्लोबल बिज़नेस बनाने के बाद आज का प्रसिद्द झोमाटो यह नाम रखा गया। पुरे होटल बिज़नेस का मार्किट वैल्यू एक तरफ और झोमाटो का मार्किट वैल्यू एक तरफ इतना बड़ा बिज़नेस ब्रांड आज के दिन झोमाटो जाना जाता है।

झोमाटो और स्वीगी कंपनी का तुलनात्मक विश्लेषण / Comparative Study between Swiggy & Zomato –

वैसे तो फ़ूड डिलीवरी मार्किट में बहुत सारी कम्पनिया काम करती हे मगर भारत में मुख्य रूप से यह दो कम्पनिया सबसे बड़ी और मुख्य कम्पनिया मानी जाती है जिसमे स्विग्गी १४ मिलियन कस्टमर तथा झोमाटो लगबघ ११ मिलियन कस्टमर के साथ हर महीने अपना बिज़नेस चलाते है जिसके बाद बाकि कम्पनिया अपना मार्किट शेयर रखती हे जो इन दोनों कंपनियों से काफी कम है।

यह दोनों कम्पनिया बाकि कंपनियों से अलग होने का सबसे महत्वपूर्ण कारन कस्टमर को आकर्षित करने के लिए इन्वेस्ट किया हुवा पैसा तथा सर्विस और उसकी क्वालिटी यह इन दोनों की विशेषता रही है। दोनों के सफलता का महत्वपूर्ण कारन हे उसकी एप्लीकेशन जो चलाने में काफी सरल हे तथा यूजर फ्रेंडली हे जिसकी वजह से कस्टमर आकर्षित होते है।

कंपनी का लोगो यह कंपनी की सफलता में काफी महत्वपूर्ण होता हे जिसके लिए इन दोनों कंपनी के लोगो और उसके कलर को देखे तो समझमे आता हे की इसपर दोनों ने काफी काम किया हे जिससे कंपनी को ब्रांड बनाना में काफी महत्वपूर्ण कारन रहता है।

झोमाटो कंपनी का बिज़नेस मॉडल / Business Model of Zomato –

झोमाटो तीन तरह से पैसा कमाता हे जिससे वह इतना सफल बिज़नेस मॉडल बना हे और भविष्य में इसका बढ़ने की काफी संभावना दिखती हे।

  • फ़ूड डिलीवरी बिज़नेस
  • इस्तेहार (Advertisement) सर्विसेज
  • बिज़नेस कंसल्टंसी सर्विसेज

शुरुवात से झोमाटो के संस्थापक का उद्देश्य बिज़नेस को सेट करना ज्यादा रहा हे और प्रॉफिट कमाना यह शुरुवाती दिनों में उन्होंने दूसरे नंबर पर रखा हे क्यूंकि उनके ऑनलाइन कस्टमर लगबघ ६२. 5 मिलियन रहे है जो होटल बिज़नेस में किसी ने इतने ग्राहक कभी सोचे भी नहीं होंगे मगर इस बिज़नेस मॉडल ने यह संभव बनाया हे और भविष्य में इसमें काफी बढ़ोतरी होने वाली हे यह सभी जानते है।

इसलिए शेयर मार्किट में झोमाटो का आईपीओ आने से पहले मार्किट में कोई अच्छा परफॉरमेंस नहीं रहा हे मगर फिर भी झोमाटो ने जितना मार्किट कॅपिटल सोचा था इससे काफी ज्यादा शेयर कॅपिटल जुटाने में झोमाटो सफल रहा है।

झोमाटो कंपनी के निवेशक / Investor of Zomato –

इन्फोएज यह झोमाटो का सबसे बड़ा निवेशक कंपनी मानी जाती हे जिसके प्रमुख संजीव बिखचंदानी इस बिज़नेस मॉडल से काफी प्रभावित हुए उन्होंने शुरुवात २०१० में इस बिज़नेस में एक मिलियन अमरीकी डॉलर का निवेश किया जो बाद में बढाकर ४.५ मिलियन कर दिया और अगली ही साल में यह निवेश १० मिलियन के ऊपर हो गया आज हम देखते हे की झोमाटो में इन्फोएज के लगबघ ५० % से ज्यादा हिस्सेदारी है।

बाकि बहुत सारे कॅपिटल फाइनेंस संस्थाए इसमें निवेश कर चुकी हे इसलिए यह बिज़नेस मॉडल अभी कुछ खास परफॉरमेंस नहीं दे पाया हे मगर बिज़नेस जगत के सभी जानकर इस बिज़नेस मॉडल से काफी आशावादी रहे हे और भविष्य में भारत में यह बिज़नेस काफी फायदा देने वाला हे ऐसा दिखता है।

हमें यह बिज़नेस मॉडल की सफलता को जानने के लिए जिओ की सफलता को जानना होगा जहा जिओ शुरुवाती दिनों में केवल बिज़नेस सेटअप पर काम कर रहा था इसलिए प्रॉफिट कमाना यह शुरुवाती उद्देश्य नहीं था मगर आज हम देखते हे की जिओ का टेलीकॉम मॉडल मार्किट में सबसे बड़ा प्रॉफिट मेकिंग ब्रांड बन चूका हे इसलिए झोमाटो का बिज़नेस मॉडल यह फ़ूड डिलीवरी सर्विसेज में भारत का नंबर वन ब्रांड बन चूका हे और अब वह प्रॉफिट मेकिंग प्रोडक्ट बनने की शुरुवात है।

झोमाटो कंपनी की सफलता का फार्मूला / Success Formula of Zomato –

  • सबसे काम समय में और सही दाम में फ़ूड की होम डिलीवरी करना
  • फ़ूड डिलीवरी करने के लिए अच्छे दाम देके डिलीवरी बॉय की टीम तैयार रखना।
  • कौनसे एरिया में कौनसा फ़ूड चलता हे ऐसा कई सारा महत्वपूर्ण डाटा यह झोमाटो का सबसे अच्छा सफलता का प्लस पॉइंट है।
  • झोमाटो को प्रस्थापित करने के लिए निवेशक कम्पनिया तथा संस्थाओ का काफी सहयोग रहा है, जिससे कंपनी के ब्रांडिंग तथा एक्सपैंशन में काफी सफलता हासिल हुई है ।
  • झोमाटो केवल फ़ूड डिलीवरी नहीं करता वह हॉटेल बिज़नेस को बढ़ाने के लिए हॉटेल को प्रोमोट करता हे जिससे झोमाटो काफी पैसा कमाता है।
  • झोमाटो बिज़नेस कंसलटेंट का भी काम करता हे क्यूंकि उनके पास काफी बिज़नेस एक्सपर्ट काम करते हे जो उनके बिज़नेस चैन में बिज़नेस करने वाले हॉटेल को कंसल्टेंसी द्वारा प्रॉफिट कमाता है।
  • झोमाटो का ब्रांडिंग यह उसकी सफलता का सबसे बड़ा कारन रहा हे और यह हम इसके आईपीओ के सफलता से देख सकते है।
    इससे पहले भारत के पुरे होटल बिज़नेस की जीतनी मार्किट वैल्यू रही हे इससे ज्यादा मार्किट वैल्यू आज झोमाटो के बिज़नेस आप की बन चुकी है।

२०२० का पेंडामिक और झोमाटो कंपनी / Pandemic period of 2020 –

जब पूरी अर्थव्यवस्था कोविड -१९ लो वजह से पुरे साल एकदम बंद रही तब यह बिज़नेस मॉडल काफी सुर्खियों में आया और सबको इसकी जरुरत महसूस होने लगी और यही समय था झोमाटो जैसे फ़ूड डिलीवरी सर्विसेज का बढ़ने का।

वैसे तो स्वीगी जैसे कई सारी स्पर्धक कंपनिया मार्किट में हे मगर झोमाटो ने अपने आक्रामक रणनीति से मार्किट में अपना बिज़नेस पुरे भारत में इस दौरान बढ़ाया हे क्यूंकि लॉक डाउन के चलते ज्यादातर लोगो को यह सर्विस का महत्त्व समझ में आया था।

इसलिए आज के दौर में प्रॉब्लम सॉल्विंग बिज़नेस मॉडल बहुत चल रहे हे जिसको एलोन मास्क जैसे बिजनेसमैन माफ़ी प्रोमोट कर रहे है और पेन्डामिक जैसी विपरीत परिस्थिति में यह बिज़नेस काफी सफल रहा है इसलिए झोमाटो की सफलता में यह समय काफी महत्वपूर्ण रहा हे जिसमे संकट में कैसे समस्या का समाधान करना चाहिए यह हमें सिखाता है।

झोमाटो कंपनी का आईपीओ / IPO of Zomato –

झोमाटो के तेरा साल बाद झोमाटो के आईपीओ को भारतीय शेयर बाजार में उतरा गया जो भारत की आईपीओ इतिहास में एक सबसे सफल आईपीओ रहा हे जिसने झोमाटो को भारतीय शेयर बाजार से झोमाटो को ९३७५ करोड़ की कंपनी बनाया है, अपने आप में झोमाटो के लिए काफी महत्वपूर्ण घटना रही है।

वैसे तो फ़ूड डिलीवरी मार्किट में भारतीय बाजार में काफी सारी कम्पनिया हे मगर झोमाटो की मुख्य स्पर्धा स्वीगी रही है जो काफी बड़ी कंपनी हे। मगर फिर भी झोमाटो कंपनी के शेयर ने शुरुवाती दौर में झोमाटो की वैल्यू पुरे हॉटेल इंडस्ट्री के बराबर कर दी हे जिसके लिए कई विशेषज्ञ मानते हे की यह झोमाटो का ओवर वैल्यूएशन हे और इतनी वैल्यू झोमाटो जैसे ऍप की नहीं होनी चाहिए।

स्वीगी के पास हर महीने १४ मिलियन फ़ूड ऑर्डर्स ऑनलाइन आते हे वही झोमाटो के पास यही अकड़ा १०. ५ मिलियन हे जो फ़ूड डिलीवरी में यह दोनों मार्किट जायंट माने जाते हे इसके बाद फूडपांडा , उबेर इट्स जैसी काफी सारी कम्पनिया हे मगर यह दोनों कम्पनिया प्रभुत्व प्रस्थापित किये हुए है।

झोमाटो झोमा लैण्ड उस्तव / Zomato -Zomaland Carnival –

झोमाटो ने २०१८ से सभी फ़ूड प्रेमी तथा अन्य फ़ूड प्रेमी जो सेलिब्रिटी हे अथवा प्रोफेशनल्स हे इनको एक प्लेटफार्म पर लाकर बड़े बड़े इवेंट कंपनी ने ऑर्गनाइस करना शुरू किया जिसको काफी अच्छा रिस्पांस दिल्ली बंगलोर, मुंबई जैसे शहरो से मिला हे जिससे कंपनी ने अपने बिज़नेस ब्रांड को बढ़ाने की काफी अछि कोशिश की है।

यह इवेंट्स के लिए काफी बड़े बड़े ब्रांड आगे आये जिन्होंने इसको चलाने के लिए काफी सहयोग किया जिसमे सिंगापूर टूरिज्म बोर्ड जैसे कई महत्वपूर्ण ब्रांड रहे हे जिससे कंपनी को काफी कस्टमर मिलने में तथा ब्रांडिंग के लिए मदत हुई है।

झोमाटो कंपनी के सामने की चुनौतियां / Challenges faced by Zomato –

२०१५ में झोमाटो का सबसे बुरा दौर रहा हे जहा वह निरंतर नुकसान में चल रहा था क्यूंकि ज्यादा पैसा कस्टमर को जोड़ने के लिए जा रहा था इसलिए कंपनी ने उस समय बड़े पैमाने पर अपने कर्मचारियों की छटनी करना शुरू किया था।

जिससे कंपनी बाद में उभरी और नए सिरे से अपने आप को अच्छे मैनेजमेंट तथा प्रॉब्लम सॉल्विंग क्षमता से खुद को उभरा जिससे कंपनी ने इतने बड़े नेटवर्क को शुरुवाती दिनों में फ़ैलाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा मगर इसके लिए भी मैनेजमेंट ने सलूशन निकाला और आज हम देखते हे की भविष्य का एक अच्छा बिज़नेस मॉडल तथा अच्छा निवेश शेयर बाजार में देखा जाता है।

निष्कर्ष / Conclusion –

इसतरह से हमने झोमाटो के बिज़नेस मॉडल के बारे में जानने की कोशिश की जिसमे इसकी शुरुवात कैसे हुई और कैसे यह बिज़नेस मॉडल सफल हुवा यह हमने जानने की कोशिश यहाँ की है। झोमाटो के संस्थापक के बारे में हमने यहाँ जानने की कोशिश की और उन्हें इस बिज़नेस आइडियाज के बारे में कैसे सुझा यह हमने देखा।

झोमाटो अपना बिज़नेस मॉडल कैसे सफलता पूर्वक चलाता हे यह हमने जानने की कोशिश यहाँ की है। तथा मार्किट में झोमाटो की स्पर्धक कम्पनिया कौनसी हे और वह कैसे अपना बिज़नेस चलाती हे यह हमने देखा।

झोमाटो के लिए फंडिंग कैसे होती हे और कैसे उसका आईपीओ शेयर बाजार में इतना सफल रहा हे यह हमने विश्लेषण से जानने की कोशिश यहाँ की है। हमारा उद्देश्य यहाँ बिज़नेस आइडियाज कैसे अपने बिज़नेस को सफल बनाते हे इसके लिए हम केस स्टडी में अलग अलग कंपनियों के बारे में जानने की कोशिश करते है।

जिससे हमें अपने बिज़नेस में क्या रणनीति रखनी चाहिए और अपना बिज़नेस सफल करना चाहिए यह जानने की कोशिश करते है। २०१९ के आकड़ो के हिसाब से झोमाटो पूरी दुनिया में २४ देशो में तथा १०००० शहरों में अपनी सेवाए देता है जो नए उभरते बिज़नेस एन्टेर्प्रेनुएर के लिए एक प्रेरणा बन सकता है।

 

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