प्रस्तावना / Introduction –

एन्टरप्रेनुएर के सही मायने क्या होते हे यह हम एलोन मस्क से सिख सकते है, क्यूंकि वह एक ऐसे बिज़नेसमैन हे की एलोन मस्क ने अपना हात ऐसे ऐसे बिज़नेस मॉडल में आजमाया हे की जिसका कोई सोच भी नहीं सकता था। अंतरिष्क के लिए किए जाने वाले कामो में २००२ से पहले कोई भी बिज़नेसमन सोच भी नहीं सकता था जो एलोन मस्क ने सोचा। अपने कई इंटरव्यूज में हमने सुना हे की उनका बिज़नेस का उद्देश्य पैसा कमाना कभी प्राथमिकता में नहीं रहा हे।

बल्कि पुरे मानव समाज की मूलभुत समस्याए सुलझाना रहा है, ऐसा उनका मानना हे और इसी विचार से उनके हर प्रोजेक्ट पर वह काम करते है। किसी भी समस्या पर वैज्ञानिक तरीके से सोचा जा सकता है यह उनका मानना हे जिसे वह “first principle method ” कहते है और जिसके तहत “स्पेसेक्स” यह कंपनी क्यों निर्माण करनी चाहिए इसके पीछे उनकी गहरी सोच हे जो हम आपके लिए प्रस्तुत कर रहे है। इसके लिए उन्होंने अपना घर सिलिकॉन वेल्ली से लॉसएंजेलिस में शिफ्ट करवाया था जिसके तहत वह इस बिज़नेस मॉडल के बारे में अभ्यास कर सके।

इससे पहले अमरीका तथा पुरे दुनिया में स्पेस से सम्बंधित सभी कार्य उस देश की सरकार देखती थी और प्राइवेट बिज़नेस इस बिज़नेस के बारे में सोच भी नहीं सकता था। इसलिए स्पेसेक्स की स्थापना के बाद उनको कई लोगो के आलोचना का सामना करना पड़ा जिसमे नील आर्मस्ट्रांग जैसे व्यक्ति भी रहे जो इस क्षेत्र के अनुभवी व्यक्ति रहे है। मगर फिर भी उन्होंने इस बिज़नेस को शुरू किया और सफल भी बनाया। जिसका बिज़नेस मॉडल कैसा हे यह हम देखेंगे। हमारा मकसद इससे आपको किसी भी मुश्किल business प्रोजेक्ट को प्रेरणा मिल सके यह है।

स्पेसेक्स का निर्माण कैसे हुवा / How SpaceX Born –

बचपन से एलोन मस्क को किताबे पढ़ने का काफी शौक था जिससे उन्होंने इंसान को मल्टी प्लानेटरी होना चाहिए यह मत एलोन मस्क का हो चूका था और समय समय पर पृथ्वी पर हुवे आघात तथा बदलाव का उन्होंने अध्ययन किया था। २०१३ को लिखे अपने ईमेल में उन्होंने अपने स्पेसेक्स के एम्प्लाइज को लिखा था की इस कंपनी का मुख्य उद्देश्य इंसान को मंगल गृह पर स्थापित करना यह हमेशा रहेगा और कंपनी अपने इस उद्देश्य के लिए ही हमेशा काम करेगी।

यह कंपनी निर्माण करने से पहले “मार्स सोसाइटी” के माध्यम से उन्हें रशिया में दो बार जाने का मौका मिला जहा उन्होंने अंतरिक्ष में रॉकेट छोड़ने के लिए उसकी लागत के बारे में जानकारी निकाली, जो उन्हें काफी महँगी लगी। इसलिए उन्होंने रॉकेट बनाने के लिए कितना खर्चा आता हे इसपर संशोधन करना शुरू किया और देखा की रॉकेट बनाने पर ज्यादा खर्चा बॅटरी और ऊर्जा के लिए काफी होता हे तथा जो रॉकेट प्रक्षेपित किया जाता हे उसके लिए काफी कचरा/डेब्रिस रह जाता हे जिसको इस्तेमाल नहीं किया जाता।

एलोन मस्क ने देखा की सबसे सस्ते रॉकेट उस समय रशिया ही बना रहा था और वह उन्हें महंगे लग रहे थे और इसपर संशोधन करने के बाद इसकी खामिया उन्होंने ढुंडी और खुदका फाल्कन रॉकेट स्पेसेक्स के माध्यम से बनाया जो रशिया के रॉकेट से काफी सस्ता था। इसके लिए उन्होंने पहले तीन बार कोशिश की मगर असफल रहे और आखरी बार उन्होंने अपना घर बार बेचकर पैसा लगाया और यह प्रक्षेपण सफल बनाया।

इस सफलता से खुश होकर अमरीका के नासा ने उन्हें लघबघ १.५ बिलियन अमरीकी डॉलर का पहला आर्डर दिया जो स्पेसेक्स का पहला इतना बड़ा आर्डर था ।

स्पेसेक्स का बिज़नेस मॉडल / Business Model of SpaceX –

२००२ में इस कंपनी की स्थापना की गई थी जिसके लिए एलोन मस्क ने काफी मेहनत की थी, क्यूंकि इससे पहले PAYPAL और ZIP2 इन कंपनी के सीईओ पद से एलोन मस्क को हटाया गया था , इन कंपनियों के बाकि लोगो का मानना था की वह इस पद के लिए लायक नहीं है। इसी दौरान वह मार्स सोसाइटी के लिए सामाजिक कार्य कर रहे थे और उन्होंने कुदरत पर काफी अध्ययन किया था और पृथ्वी पर औद्योगीकरण के कारन हुए नुकसान को वह अच्छी तरह जान गए थे।

उनका मानना था की बिज़नेस ऐसा होना चाहिए जिससे लोगो की जीवन जीने की समस्या दूर हो जाए। इसका नतीजा था की उनका बहुत दिनों से सोचना था की इंसान को इस यूनिवर्स के अलग अलग गृह पर खुद को बसाना चाहिए, जिसपर कई लोगो ने उस समय उनका मजाक उड़ाया था। इस बिज़नेस के लिए उन्होंने १०० मिलियन डॉलर लगाए थे, जिसका मूल उद्देश्य लोगो को मंगल गृह पर बसाना, लोगो के लिए अंतरिक्ष में सैर करना सामान्य बनाना , स्टार लिंक प्रोजेक्ट के माध्यम से पूरी दुनिया में अंतरिक्ष से इंटरनेट पहुंचना यह मुख्य उद्देश्य रहे है।

रॉकेट बनाने का कार्य स्पेसेक्स की स्थापना से पहले केवल सरकारी संस्थाए बनाती थी और किसी भी बिजनेसमैन ने यह सोचने की हिम्मत भी नहीं की थी जो एलोन मस्क ने की थी। इसके लिए उनपर काफी आलोचना हुई जिसपर उन्होंने कभी ध्यान नहीं दिया क्यूंकि बाकि बिजनेसमैन की तरह उनका उद्देश्य केवल पैसा कमाना नहीं रहा हे, बल्कि इंसान के लिए भविष्य में मल्टी प्लानेटरी बनाना रहा है। इस बिज़नेस मॉडल की यह विशेषता रही हे की इसमें ज्यादा प्राइवेट सेक्टर की कम्पनिया नहीं उतरी है, इसलिए उनके लिए ज्यादा स्पर्धा देखने को नहीं मिलती।

स्पेसेक्स की वजह से रॉकेट निर्माण क्षेत्र में हुए बदलाव / Changes in Space Industry after SpaceX –

स्पेसेक्स के निर्माण के बाद सबसे सस्ते रॉकेट भारत ने बनाए थे, जिसके लिए एलोन मस्क ने इस उपलब्धि के लिए भारत के इसरो काफी सराहना की थी। इसके बाद उन्होंने भारत का सबसे सस्ते रॉकेट बनाने का यह रिकॉर्ड तोडा और दुनिया में सबसे सस्ते रॉकेट बनाए। जिसका प्रमुख कारन था उनकी तकनीक जो रॉकेट निर्माण में प्रक्षेपण के दौरान जो खर्चा आता था और जो वेस्ट इस्तेमाल नहीं होता था उसको पुनर्निर्माण के लिए इस्तेमाल करना शुरू किया।

जिससे वह दूसरी सरकारी कंपनियों से काफी सस्ता रॉकेट बना सकते थे, दूसरा इससे पहले रॉकेट के निर्माण में ऊर्जा के लिए जो चीजे लगती थी उसका खर्चा काफी कम किया। एलोन मास्क का यह संशोधन बाद में हम ऑटो इंडस्ट्री में देखते हे जो काफी बड़ी क्रांति बनके सामने आयी वह हे इलेक्ट्रॉनिक गाड़िया जिसका मूल संशोधन एलोन मस्क की दिमाख की उपज है।

इससे पहले रॉकेट के खर्च को कम करना चाहिए इसपर किसी ने ध्यान नहीं दिया था और यह क्षेत्र केवल सरकारी खर्च पर दुनिया भर के देशो द्वारा चलाया जाता था। जब उन्होंने इस क्षेत्र में प्रवेश करने के निर्णय लिया तो इसपर काफी लोगो का मानना था की अंतरिक्ष के क्षेत्र में निजी क्षेत्र को नहीं लाया जाए मगर उन्होंने जो किया वह नासा जैसी अमरीकी संस्था भी इससे पहले नहीं कर पाई थी।

स्पेसेक्स कंपनी का उद्देश्य / Object of SpaceX –

वह हमेशा से यह सोचते थे के बड़े बड़े बिजनेसमैन इंसान की बड़ी समस्या पर काम करने की बजाए छोटे छोटे समस्या पर काम कर रहे हे और उन्हें लगता था की इंसान की मुख्य समस्या पर कोई काम नहीं करना चाहता। इसलिए उन्होंने खुद को सिलिकॉन वेली से शिफ्ट करके लॉस एंजेलिस में शिफ्ट किया जहा स्पेस इंडस्ट्री को नजदीक से जान सके। इसके लिए उन्होंने खुद को मार्स सोसाइटी से खुद को जोड़ा कई सारा फंड डोनेट किया और इस संस्था के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर बने।

मार्स सोसाइटी से जुड़ने के बाद उन्होंने अपना उद्देश्य मंगल गृह पर इंसान को बसाना चाहिए दुनिया के सामने रखा। इससे पहले जब वह नासा इस अमरीकी स्पेस संस्था के बारे में सोचते थे तो उनको लगता था की नासा इंसान की मूल समस्या पर काम नहीं कर रही हे। उन्होंने नासा की वेबसाइट पर कई बार आलोचनात्मक टिपण्णी की है जिसमे उन्होंने कहा हे की नासा गलत उद्देश्य पर कार्य कर रही है।

इसी प्रेरणा के तहत उन्हें लगा की सही उद्देश्य के लिए उन्हें ही कुछ करना चाहिए और इस मकसद से उन्होंने २००२ को स्पेसेक्स का निर्माण किया जिसका मुख्य उद्देश्य इंसान को मंगल गृह पर बसाना , स्पेस की यात्रा को सामान्य हवाई यात्रा जितना सामान्य बनाना और स्टार लिंक प्रोजेक्ट के माध्यम से पूरी दुनिया में इंटरनेट पहुंचना जो आज समुद्री केबल के माध्यम से चलाया जाता हे जो काफी खर्चीला है उसे सस्ता किया जाए।

स्पेसेक्स के ग्राहक कौन है ? / Who is SpaceX Customers –

स्पेसेक्स की स्थापना से पहले नासा के पारम्परिक ग्राहक हुवा करते थे जिसमे दुनिया की अलग अलग सरकारी संस्थाए तथा मिलिटरी यह मुख्य ग्राहक रहते थे। हम सभी जानते हे की सरकारी संस्थाओ का मुख्य उद्देश्य प्रॉफिट कमाना नहीं होता इसलिए वह ज्यादा कॉस्टिंग पर ध्यान नहीं देते मगर स्पेसेक्स ने इस क्षेत्र में आने के बाद सबसे पहले जो काम किया वह रॉकेट बनाने के लिए कितना खर्चा आता है।

स्पेस इंडस्ट्री में सबसे पहले व्यावसायिक कंपनी के माध्यम से स्पेसेक्स ने २००२ में प्रवेश किया और २००८ में पहली बार सफलता पूर्वक अपना पुनर इस्तेमाल होने वाला रॉकेट बनाया जो पूरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धी बन गयी। स्पेसेक्स ने इस बिज़नेस को पारम्परिक तरीके से हटकर करने का निर्णय लिया और स्पेस की यात्रा को सामान्य लोगो तक पहुंचाने का उद्देश्य रखा जो इससे पहले किसी भी स्पेस कंपनी ने नहीं सोचा था।

इसलिए स्पेसेक्स की पहली सफलता के बाद उनको पहला महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट नासा की तरफ से मिला जो डेढ़ बिलियन अमरीकी डॉलर था। उसके बाद उनके मुख्य ग्राहक रहे दुनिया की कई सरकार, तथा मिलिटरी और कई सारी प्राइवेट कंपनिया जिसके लिए स्पेसेक्स काम करती है। स्टार लिंक प्रोजेक्ट स्पेसेक्स के माध्यम से इंटरनेट की दुनिया में बहुत बड़ा बदलाव लाने के लिए तैयार है।

स्पेसेक्स कंपनी की विशेषताए / Features of SpaceX Company –

  • स्पेसेस इस कंपनी का पूरा नाम ” Space Exploration Technologies Corporation ” यह रखा गया जिसकी स्थापना एलोन मस्क द्वारा १०० अमरीकी डॉलर से शुरू की गयी।
  • इस कंपनी के पहले तीन प्रयास विफल होने के बाद अपनी पूरी संपत्ति एलोन मस्क द्वारा चौथे प्रयास के लिए लगाई गई जिसके लिए उनके ५०० कर्मचारियों द्वारा काफी मेहनत करके उनके सपने को २००८ में पूरा किया गया।
  • रॉकेट को स्पेस में छोड़ने के लिए जो खर्चा आता हे इसको स्पेसेक्स द्वारा सबसे कम गया और पहले जो वेस्ट मटेरियल समझा जाता था उसका पुनर इस्तेमाल कंपनी ने करने में सफलता हासिल की।
  • व्यवसायीक क्षेत्र की स्पेसेक्स यह दुनिया की पहली कंपनी बानी इससे पहले एरोस्पेस में सभी संस्थाए सरकारी नियंत्रण में दुनिया भर में चलाई जाती थी।
  • ऑटो क्षेत्र में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की क्रांति लाने में स्पेसेक्स पर संशोधन करते समय एलोन मस्क को यह आइडियाज आये थे।
  • दुनिया से सबसे सस्ते रॉकेटस बनाने में स्पेसेक्स सफल रही है जिनका मुख्य उद्देश्य इंसान को मंगल ग्रह पर बसाना यह है।
  • सामान्य लोग भी स्पेस की यात्रा भविष्य में कर सकेंगे इसके लिए स्पेसेक्स काम कर रहा है , फ़िलहाल दुनिया के अरब पतियों के लिए यह सुविधा उपलब्ध करने पर कंपनी कार्य कर रही है।
  • नासा जैसी अमरीकी संस्था इंसान के प्रमुख समस्या पर कभी काम नहीं कर सकी वह काम स्पेसेक्स ने किया हे ऐसा मानना एलोन मस्क का है।
  • कंपनी का मुख्य उद्देश्य पैसा कमाना यह नहीं हे बल्कि इंसान की मूल समस्याए सुलझाना हे ऐसा स्पेसेक्स का मानना हे और इसी उद्देश्य पर कंपनी आगे भी कार्य करती रहेगी।

स्पेसेक्स कंपनी का आलोचनात्मक विश्लेषण / Critical Analysis of SpaceX Company –

  • कई सारे एक्सपर्ट लोगो का मानना हे की ऐरोस्पेस जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में व्यावसायिक क्षेत्र का प्रवेश करना मानव समाज अच्छा नहीं है, भविष्य में इसके बुरे परिणाम हमें देखने को मिलेंगे।
  • स्टरलिंक जैसे प्रोजेक्ट के माध्यम से स्पेसेक्स यह कंपनी अंतरिक्ष में कई सारा कचरा जिसे रॉकेट का मलबा कहते है निर्माण कर सकती है तथा दूसरी कंपनी भी यह समस्या भविष्य में निर्माण कर सकती है।
  • व्यावसायिक क्षेत्र की कंपनिया ऐरोस्पेस क्षेत्र में आने से सरकारी कंपनियों महत्त्व ख़त्म हो जाएगा और प्रॉफिट कमाना यह उद्देश्य इस क्षेत्र के लिए हानिकारक है।
  • इस क्षेत्र में अन्य व्यावसायिक कम्पनिया उतरने के लिए नहीं तैयार होती क्यूंकि इसमें काफी जोखिम है इसलिए दूसरी कम्पनिया अन्य क्षेत्रो में अपना पैसा इन्वेस्ट करने में प्राथमिकता रखेगी।
  • स्पेसेक्स के इस बिज़नेस मॉडल में रखे गए हे वह काफी जोखिम भरे हे इसलिए इससे कम्पनिया कितना कमा सकती हे यह स्पष्ट नहीं है।
  • अमरीका यह कॅपिटलिस्ट देश होने की वजह से स्पेसेक्स को निर्माण करने में कोई कठिनाई नहीं हुई मगर दुनिया के अन्य देशो में स्पेसेक्स जैसा उद्देश्य दूसरे बिजनेसमैन रखेंगे इसपर आशंका निर्माण होती है।

निष्कर्ष।/ Conclusion –

इसतरह से हमने स्पेसेक्स कंपनी के बिज़नेस मॉडल को समझने की कोशिश की है, जो काफी अलग और जोखिम भरा प्रोजेक्ट है। ऐसे बिज़नेस मॉडल चलाने के लिए काफी बुद्धिमान होना जरुरी है जो एलोन मस्क का बिज़नेस करने का सूत्र है जिसे वह प्रॉब्लम सॉल्विंग बिज़नेस मॉडल कहते है। एलोन मस्क का मानना हे की बाकि बिजनेसमैन लोगो की सामान्य समस्या पर अपना बिज़नेस चलाते है और वह लोगो की बड़ी समस्या पर समाधान ढूंढने की कोशिश करते है।

यह विषय लिखने के लिए हमने लिया इसका कारन हे की किसी भी बिज़नेस में खुद को अलग करके कड़ी स्पर्धा से बचा जा सकता हे और पैसा कमाया जा सकता हे मगर इसके लिए काफी जोखिम और बुद्धि का इस्तेमाल करना पड़ता है। इसलिए हमें पारम्परिक बिज़नेस के तरीके से अलग हटकर किसी नए बिज़नेस मॉडल पर काम करना होगा यह आज के नए पीढ़ी के लिए एलोन मस्क के यह बिज़नेस मॉडल प्रेरणास्त्रोत है।

उन्होंने स्पेसेक्स के निर्माण के लिए फर्स्ट प्रिंसिपल इस सिद्धांत का इस्तेमाल किया हे जिसके तहत किसी भी समस्या को वैज्ञानिक तरीके से छोटे छोटे टुकड़ो में समस्या को अलग करके उसपर काम करना चाहिए यह एलोन मस्क का मानना था। इस केस स्टडी से हमें यह सिख मिलती हे की अगर आप किसी उद्देश्य के लिए ईमानदारी से और तर्क बुद्धि से काम करते हो तो सफलता हमें जरूर मिलती है। यही कारन हे की एलोन मस्क आज दुनिया के सबसे आमिर व्यक्ति माने जाते हे, जो पैसा कमाना यह मुख्य उद्देश्य नहीं समझते।

ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (TSMC)

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