शेयर बाजार में नए इन्वेस्टर के लिए सबसे बेहतरीन इन्वेस्टमेंट पर्याय – (इंडेक्स फंड)

प्रस्तावना / Introduction –

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शेयर बाजार को दर्शाने के लिए इंडेक्स यह भारतीय शेयर बाजार की ५००० कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाली कंपनियों को इंडेक्स में शामिल किया जाता है। निफ़्टी ५० और सेंसेक्स और ३० यह प्रमुख इंडेक्स शेयर बाजार के प्रमुख प्रतिनिधी शेयर्स हे जो बाकि शेयर्स का प्रतिनिधित्व करते है। शेयर बाजार जब निचे चले जाता हे तब यह कंपनियों के शेयर्स निचे चलते है , इसके बाद मिड कैप और स्माल कैप शेयर के तहत बाकि कंपनियों को पहचाना जाता है। इंडेक्स फंड में इन्वेस्ट करना यह शेयर बाजार में सबसे कम जोखिम भरा होता हे और इसके इन्वेस्टमेंट के लिए खर्च भी बहुत कम होता है।
अमेरिका के ट्रिलियन डॉलर कंपनी वैनगार्ड कंपनी के संस्थापक जॉन बोगले द्वारा १९७६ में पहली बार वैनगार्ड इंडेक्स फंड नाम से सबसे पहले S & P 500 शेयर्स में इन्वेस्टमेंट शुरू किया था। शेयर बाजार में इंडेक्स फंड को पैसिव इंडेक्स फंड कहा जाता है वही म्यूच्यूअल फंड को एक्टिव फंड कहा जाता है। म्यूच्यूअल फंड के लिए हमारे इन्वेस्टमेंट को ज्यादा जोखिम होती है, वही इंडेक्स फंड के लिए यह जोखिम काफी कम होती है और शेयर बाजार में प्रवेश करने के लिए नए इन्वेस्टर के लिए सही तरीका होता है।

इसलिए हम इस आर्टिकल के माध्यम से इंडेक्स क्या होता हे और इंडेक्स फंड कैसे हमारे इन्वेस्टमेंट को अच्छे रिटर्न देता हे यह पिछले जानकारी की आधार पर देखने की कोशिश करेंगे। क्यूंकि फंड मैनेजर और इन्वेस्टमेंट कम्पनिया आपको म्यूच्यूअल फंड में इन्वेस्टमेंट करने के लिए प्राथमिकता देती है। इसलिए ज्यादा तर इन्वेस्टर इंडेक्स फंड के बारे में ज्यादा नहीं जानते हे इसलिए इसके अच्छे बुरे नतीजे मालूम नहीं होते इसलिए वह दूसरे इन्वेस्टमेंट पर्याय ढूंढता है। इसलिए हम आपके लिए यह महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आए है जो आपके लम्बी अवधि के इन्वेस्टमेंट को सुरक्षा और कम खर्च में ज्यादा रिटर्न देने का पर्याय देते है।

स्टॉक मार्किट इंडेक्स क्या होता है ?/What is Stock Market Index ? –

इंडेक्स क्या हे यह जानने से पहले हम देखते हे की भारतीय शेयर बाजार में सबसे महत्वपूर्ण इंडेक्स कौनसे है ? सेंसेक्स और निफ़्टी यह दो सबसे महत्वपूर्ण इंडेक्स है। स्टॉक मार्किट इंडेक्स क्या है ? इसके लिए हमें स्टॉक एक्सचेंज के बारे में सबसे पहले जानना होगा जो एक प्लेटफार्म होता है जहाँपर शेयर्स , बांड्स , डेरिवेटिव्स , और कमोडिटीज की खरीद और विक्री होती है। जिसे सेबी के माध्यम से और भारतीय संसद में कानून बनाकर रेगुलेट किया जाता है, ताकि लोगो का शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने के लिए विश्वास बढे जिससे भारत की आर्थिक विकास में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

भारतीय शेयर बाजार में मुख्य रूप से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) यह स्टॉक एक्सचेंज चलाए जाते हे इसके आलावा लगबघ ९ स्टॉक एक्सचेंज सेबी द्वारा मान्यता प्राप्त है। जब से भारतीय शेयर बाजार डिजिटल हुवा हे तबसे वह इलेक्ट्रॉनिक बोर्ड पर शेयर बाजार की गतिविधि को प्रदर्शित करता हे जिसके माध्यम से बाजार में तेजी अथवा मंदी जैसे ट्रेंड दिखाए जाते है। इसके लिए भारतीय शेयर बाजार में ५००० कम्पनिया हे जिसको एक साथ स्टॉक एक्सचेंज नहीं दिखा सकता इसलिए वह सेंसेक्स और निफ़्टी जैसे इंडेक्स बनाकर सबसे बड़ी कम्पनिया जो मार्किट कॅपिटल इन इंडेक्स में दिखाई जाती है।

भारतीय शेयर बाजार में इसके लिए कई सारे नाम हमें देखने को मिलते है जिसमे ब्लू चिप कम्पनिया , मिड कैप कम्पनिया और स्माल कैप कम्पनिया ऐसे वर्गीकरण किया गया है। इसमें भी जैसे जैसे वित्तीय संस्थाए शेयर बाजार में बढ़ी वैसे वैसे उन्होंने स्टॉक इंडेक्स बनाने सुरु किए जिसमें पिछले कुछ दिनों से अच्छे परफॉर्म करने वाले इंडेक्स को काफी सफलता मिली है। बैंकिंग क्षेत्र , आईटी क्षेत्र जैसे इंडेक्स वित्तीय कंपनियों द्वारा बनाए गए जिसमे खास किसी सेक्टर के फायदे को इन्वेस्टर को देने के लिए यह सफल रहे। इसलिए काफी सारी कम्पनिया अपने अलग अलग इंडेक्स बनाकर इन्वेस्टर को बेचती है और जो ज्यादा रिटर्न देती हे वह ज्यादा इन्वेस्टर में पसंद की जाती है।

इंडेक्स फंड क्या होता है ? / What is Index Fund ? –

इंडेक्स फंड यह शेयर मार्केट के इंडेक्स के शैडो इन्वेस्टमेंट फंड होते हे जिसे एसेट मैनेजमेंट कंपनियों द्वारा बनाए जाते हे। इंडेक्स फंड जिसके लिए कम खर्च, ज्यादा एक्सपोज़र और कम जोखिम यह इस इंडेक्स फंड की विशेषता होती है। एक बार इस इंडेक्स फंड में लम्बी अवधि के लिए इन्वेस्टमेंट करने के बाद इसे बार बार देखने की जरुरत नहीं होती तथा इसमें SIP के माध्यम से थोड़े थोड़े समय के लिए इन्वेस्ट करना सरल होता है।इन्वेस्टर ऐसे स्टॉक इंडेक्स में डायरेक्ट इन्वेस्ट नहीं कर सकते क्यूंकि इसके लिए काफी पैसा इन्वेस्ट करना पड़ता हे इसलिए इंडेक्स फंड के माध्यम से इन्वेस्टर ऐसे फंड का फायदा उठा सकते है।

इंडेक्स फंड यह इन्वेस्टमेंट जो लोग शेयर बाजार के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखते अथवा एक्सपर्ट नहीं हे हे ऐसे इन्वेस्टर प्राथमिकता में ऐसे इंडेक्स फंड में सबसे कम जोखिम में रिटर्न देते है। अगर हमारी इन्वेस्टमेंट ज्यादा हे और लम्बी अवधी के लिए हे तो कम ऑपरेटिंग खर्च के कारन यह फंड म्यूच्यूअल फंड से काफी फायदेमंद होता है। इंडेक्स फंड के लिए हमें डीमैट अकाउंट की जरुरत नहीं होती हे तथा अलग अलग इंडेक्स के माध्यम से हम इन्वेस्टमेंट बकेट करके हम इसमें इन्वेस्ट कर सकते है।

इंडेक्स फंड को मुख्य रूप से पैसिव इनकम कहा जाता हे जिसे एक बार इन्वेस्ट करने के बाद देखने की जरुरत नहीं होती मगर वह ग्रो होता रहता है।भारतीय शेयर बाजार में निफ़्टी ५० और सेंसेक्स ३० जैसे फंड सबसे ज्यादा सफल इंडेक्स फंड माने जाते हे जिसको अलग अलग एसेट मैनेजमेंट कम्पनिया पोर्टफोलियो के माध्यम से बनाती हे जिसे वेटेज के माध्यम से इस इंडेक्स की कंपनियों में इन्वेस्टमेंट की जाती है। मिड कैप इंडेक्स और स्माल कैप इंडेक्स ज्यादा जोखिम भरे होते हे क्यूंकि जब मार्किट गिरता हे तो सबसे ज्यादा नुकसान इन फंड में देखने को मिलता है। विदेशी स्टॉक मार्किट के इंडेक्स फंड भी भारत में उपलब्ध होते है।

इंडेक्स फंड का इतिहास / History of Index Fund –

लाखो रूपए खर्च करके एसेट मैनेजमेंट कम्पनिया फंड मैनेजर को अलग अलग म्यूच्यूअल फंड को सफल बनाने के लिए नियुक्त करती है मगर बहुत कम म्यूच्यूअल फंड इंडेक्स फंड को रिटर्न के मामले में पछाड़ देते है। वारेन बुफे और जॉन बोगले जैसे अनुभवी शेयर मार्किट के एक्सपर्ट लोगो द्वारा इंडेक्स फंड का महत्त्व कई प्रेस सभा में बताया है। १९७६ में जॉन बोगले द्वारा पहली बार वैनगार्ड ग्रुप के माध्यम से वैनगार्ड इंडेक्स फंड को लॉंच किया गया। इससे पहले अमेरिकी शेयर बाजार में म्यूच्यूअल फंड के माध्यम से काफी कम्पनिया चलाई जाती थी।

शुरुवाती कुछ सालो तक इन्वेस्टर इस फंड से आकर्षित नहीं हुए मगर जल्द ही वैनगार्ड ग्रुप ने पहली बार १९९० तक बिलियन डॉलर कंपनी के तौर पर खुद को प्रस्थापित किया जिसमे इस इंडेक्स फंड का काफी अहम् भूमिका रही थी। भारत में IDBI यह पहली एसेट मैनेजमेंट कंपनी बनी जिसने निफ़्टी इंडेक्स फंड लॉंच किया। भारत में वैसे ही शेयर बाजार के बारे में जानकारी १९९० से पहले काफी कम लोगो को थी और इसके बाद हर्षद मेहता घोटाला और सत्यम स्कैम जैसे खबरों ने शेयर बाजार को पुरे भारत में पहुंचाया और भारत सरकार द्वारा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना की गयी।

NSE के माध्यम से पहली बार भारत में स्टॉक एक्सचेंज को डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़ा गया और धीरे धीरे स्टॉक मार्किट की प्रक्रिया पारदर्शक बनने लगी। जिससे भारतीय शेयर बाजार में निवेश बढ़ने लगा फिर भी विकसित देशो जैसा इन्वेस्टमेंट अभीतक देखने को नहीं मिला है। २०१९ के बाद लॉक डाउन के माध्यम से हमें शेयर बाजार में इन्वेस्टमेंट करने का लोगो का रुझान बढ़ा हुवा दिखता है। मगर आज भी म्यूच्यूअल फण्ड में कहा निवेश करे यह जानकारी बहुत कम लोगो को होती हे और वह फंड मैनेजर के भरोसे अपनी इन्वेस्टमेंट करते हे अथवा इस्तेहार देखकर करते है।

इंडेक्स फंड में कैसे इन्वेस्ट करे ? / How to Invest in Index Fund –

  • IDFC NIFTY 50 INDEX – Return – 14.35% per year.
  • NIPPON INDIA INDEX S&P BSE SENSEX – 14.33% per year.
  • HDFC INDEX S&P BSE Sensex Fund – 14.26% per year
  • UTI NIFTY 50 INDEX FUND – 14.88% per year
  • TATA NIFTY 50 INDEX FUND – 14.11% per year

इंडेक्स फंड में निवेश करने के लिए हमें एसेट मैनेजमेंट कंपनियों से संपर्क करना होता हे जो हम ऑनलाइन तरीके से यह कर सकते हे जिसमे रिसर्च करके बेहतर कम्पनिया चुन सकते है। ऊपर दिए गए इंडेक्स फंड कम्पनिया यह पिछले १९ सालो में बेहतर नतीजे के साथ देखने को मिलती हे जिससे हमें कौनसी कंपनियों के इंडेक्स फंड में निवेश करना हे यह दिशा मिलती है। इसमें हम कितना जोखिम लेने के लिए तैयार हे उस हिसाब से इंडेक्स फण्ड यह ब्लू चिप कंपनियों के इंडेक्स तथा मिड कैप और स्माल कैप कंपनियों के इंडेक्स फंड में हम निवेश कर सकते है।

आईटी सेक्टर , फार्मा सेक्टर और कंस्यूमर गुड्स सेक्टर जैसे अलग अलग बिज़नेस क्षेत्र के फंड हमें मार्किट में देखने को मिलते है इसके लिए हमें खुद थोड़ा रिसर्च करना जरुरी है। क्यूंकि पूरी तरह से कंपनियों के भरोसे अगर हम अपना शेयर बाजार इन्वेस्टमेंट करना चाहते हे तो हम उस कंपनियों को बड़ा कर रहे है। इसलिए सही समय देकर शेयर बाजार का थोड़ा रिसर्च करके हम यह इंडेक्स फंड देख सकते है। इंडेक्स फंड इन्वेस्टमेंट यह पैसिव इन्वेस्टमेंट होती हे जिसमे हम एक बार निवेश करते हे तो यह पोर्टफोलियो केवल इंडेक्स को कॉपी करता है जिससे एक्सपर्ट सलाह की और उनके सलाह की जरुरत नहीं होती है।

इसलिए हमारे ऑपरेटिंग कॉस्ट में काफी कम खर्चा होता हे जो म्यूच्यूअल फण्ड के लिए २-३ प्रतिशत तक होता हे वही इंडेक्स फंड के लिए यह खर्च ०.५ प्रतिशत से भी काफी कम होता है। इंडेक्स फंड में इन्वेस्टमेंट अगर बड़ी हे और वह लम्बे समय के लिए हे तो वह काफी पैसे बचाती है। ज्यादातर एसेट मैनेजमेंट कम्पनिया म्यूच्यूअल फंड को मार्केटिंग करती हे जो एक्टिव फंड होते हे और इससे कंपनियों का ज्यादा पैसा मिलता है। इसलिए इंडेक्स फण्ड चुनते समय हमें खुद इस फंड की बेसिक जानकारी होना जरुरी होता है। SIP का बेनिफिट हम इंडेक्स फंड के माध्यम से भी उठा सकते हे और समय समय पर थोड़े थोड़े पैसे अपने फंड में भर सकते है।

इंडेक्स फंड इन्वेस्टमेंट के फायदे / Benefits of Index fund –

  • इंडेक्स फंड में निवेश करने का महत्वपूर्ण फायदा यह एक्सपेंस रेश्यो यह म्यूच्यूअल फंड की तुलना में काफी सस्ता होता है, जो एक्सपर्ट मैनेजमेंट का खर्चा होता है।
  • जोखिम के मामलों में इंडेक्स फंड यह म्यूच्यूअल फंड तथा स्टॉक इन्वेस्टमेंट से काफी कम जोखिम भरा होता है।
  • इंडेक्स फंड पैसिव इंडेक्स फंड होने की वजह से इस इंडेक्स फंड में इन्वेस्ट करने के बाद हमें इसपर ध्यान देने की जरुरत नहीं होती और शेयर बाजार के ग्रोथ का फायदा हमें मिलता रहता है।
  • सीधे तौर पर हम इंडेक्स फंड में निवेश करने के लिए हमें ज्यादा पैसा इन्वेस्ट करना पड़ता हे वही इंडेक्स फंड के माध्यम से हम कम राशि के साथ इंडेक्स फंड की शुरुवात कर सकते हे और SIP के माध्यम से समय समय पर इसमें बढ़ौतरी कर सकते है।
  • इंडेक्स फंड यह एक कई सारी कंपनियों का समूह होता हे जिसमे हमारी कंपनी इन्वेस्ट करती हे जिससे हमें किसी एक कंपनी के ख़राब परफॉरमेंस का कोई असर नहीं होता है।
  • सेविंग अकाउंट में पैसे रखने से तथा फिक्स डिपाजिट अकाउंट में पैसे रखने से अच्छे रिटर्न इंडेक्स फंड में मिलते है।
  • महंगाई दर और टॅक्स इसको हराने ने हमारा इन्वेस्टमेंट सफल होता हे जिससे हमारे इन्वेस्टमेंट का मूल लम्बेअवधी के लिए सुरक्षित रिटर्न हमें दिलाता है।
  • जो लोग शेयर बाजार के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखते उनके लिए इंडेक्स फंड यह सबसे बेहतरीन इन्वेस्टमेंट पर्याय है।
  • पिछले रिकॉर्ड से यह सिद्ध हुवा हे की म्यूच्यूअल फंड से अच्छा परफॉरमेंस इंडेक्स फंड का रहा है।
  • SIP के माध्यम से हम जब मार्किट निचले स्तर पे होता हे उस समय हमारे फंड में इन्वेस्टमेंट बढाकर अपने रिटर्न की क्षमता बढ़ा सकते है।

इंडेक्स फंड और म्यूच्यूअल फंड में क्या अंतर है ? / What is difference between Index Fund & Mutual Fund –

  • इंडेक्स फंड और म्यूच्यूअल फंड का सबसे महत्वपूर्ण फर्क यह फंड का मैनेजमेंट स्ट्रक्चर यह होता हे जिसमे फंड का विभाजन तथा मैनेजमेंट यह बिलकुल अलग होता है।
  • इंडेक्स फंड यह पैसिव फंड होते हे जिसके इंडेक्स को कॉपी करते हुए पोर्टफोलियो बनाया जाता है वही म्यूच्यूअल फंड यह फंड मैनेजर के माध्यम से ट्रेडिंग करते हुए पोर्टफोलियो बदलते रहते हे जिसे एक्टिव फंड कहा जाता है।
  • इंडेक्स फंड का एक्सपेंस रेश्यो यह म्यूच्यूअल फंड से काफी कम होता हे जिसका फायदा लम्बी अवधी की और बड़ी इन्वेस्टमेंट के लिए अच्छा होता है।
  • रिटर्न की बात करे तो इंडेक्स फंड ने औसतन रिटर्न म्यूच्यूअल फंड से ज्यादा दिए है वही म्यूच्यूअल फंड में केवल २० प्रतिशत फंड अच्छे रिटर्न देने में सफल होते हे और कुछ इंडेक्स फंड ज्यादा रिटर्न देते है [परन्तु छोटी अवधि के लिए।
  • शेयर बाजार के बारे में जिसको जानकारी नहीं हे इनके लिए इंडेक्स फंड यह बेहतर पर्याय है क्यूंकि म्यूच्यूअल फंड को सही चुनने के लिए आपका रिसर्च होना जरुरी है।
  • इंडेक्स फंड में जोखिम शेयर बाजार के बाकि निवेश से सबसे कम होता है वही म्यूच्यूअल फंड में स्टॉक इन्वेस्टमेंट से कम जोखिम होता हे परन्तु इंडेक्स फंड से ज्यादा जोखिम होता है।
  • इंडेक्स फंड यह शेयर बाजार के इंडेक्स शेयर्स कंपनियों का समूह होता है जिसमे इन्वेस्टमेंट किया जाता है वही म्यूच्यूअल फंड यह सीधे अच्छे शेयर्स का समूह होता हे जिसमे निरंतर खरीद और विक्री के माध्यम से प्रॉफिट कमाया जाता है।
  • ज्यादातर फंड यह लम्बी अवधि के लिए इन्वेस्टमेंट करनी हे तो बेहतर पर्याय रहता है वही छोटे समय के इन्वेस्टमेंट के लिए म्यूच्यूअल फंड अच्छा पर्याय होता है।

इंडेक्स फंड और ETF फंड / Index Fund & ETF Fund –

  • इंडेक्स फंड और ETF फंड में जो मुख्य फर्क हे वह है इंडेक्स फंड यह ट्रेडिंग दिवस के आखरी समय पर रेट तय होता है वही ETF फंड यह स्टॉक मार्किट की तरह दिन भर बदलते रहता है।
  • इंडेक्स फंड और ETF फंड में लम्बी समय के रिटर्न, इन्वेस्टमेंट में विविधता और कम इन्वेस्टमेंट खर्च यह समान होते हे परन्तु टॅक्स बेनिफिट ETF में ज्यादा मिलता है।
  • ETF फंड यह शेयर्स की तरह शेयर बाजार में ट्रेड किए जाते हे इसलिए छोटी अवधी के लिए ETF फंड फायदेमंद होता हे वही लम्बी अवधी के लिए इंडेक्स फंड के रेट के बदलाव कोई मायने नहीं रखते।
  • अगर आपके पास कम पैसे हे और आप शेयर बाजार में इन्वेस्ट करना चाहते हे तो ETF फंड आपके लिए एक शेयर के लिए भी पैसे इन्वेस्ट करवाता है वही इंडेक्स फंड की राशि ETF की तुलना में ज्यादा तय की जाती है।
  • ETF फंड में इन्वेस्ट करने के लिए हमें डीमैट अकाउंट खोलना पड़ता हे वही इंडेक्स फण्ड के लिए हमें एसेट मैनेजमेंट कंपनी द्वारा बनाए गए पोर्टफोलियो द्वारा इन्वेस्टमेंट होती है।

इंडेक्स फंड की विशेषताए / Features of Index Fund –

  • इंडेक्स फंड को सबसे पहले दुनिया के सामने वैनगार्ड ग्रुप के संस्थापक जॉन बोगले द्वारा अमेरिका में S & P 500 वैनगार्ड इंडेक्स फंड नाम से शुरू किया गया जिसको काफी ठंडा प्रतिसाद मिला था।
  • इंडेक्स फंड यह एक शेयर बाजार के किसी इंडेक्स की कॉपी होती से जिसे एसेट मैनेजमेंट कम्पनिया ग्राहकों के पैसे इन्वेस्ट करता है, जैसे इंडेक्स फंड परफॉर्म करता हे वैसे वैसे वह इंडेक्स फंड रिटर्न देता है।
  • सुरक्षा की दॄष्टि से म्यूच्यूअल फंड से यह फंड ज्यादा प्रभावी होता हे तथा लंबी अवधी में यह बाकि म्यूच्यूअल फंड से ज्यादा रिटर्न देता है।
  • वैनगार्ड ग्रुप की सफलता में इंडेक्स फंड का काफी महत्त्व रहा हे क्यों के जॉन बोगले का मानना था की एक्टिव फंड यह फंड मैनेजर को आमिर बनाने का बिज़नेस मॉडल है।
  • इंडेक्स फंड इन्वेस्टमेंट के लिए ऑपरेटिंग कॉस्ट लंबी अवधी के लिए बड़ी इन्वेस्टमेंट के लिए काफी प्रभावी रहती है।
  • जो इन्वेस्टर शेयर बाजार के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखते हे और अपने पैसे को सुरक्षित तथा बढ़ाते देखना चाहते है तो इंडेक्स फंड से ज्यादा रिटर्न देने वाले दूसरे कोई फंड नहीं है।
  • वारेन बुफे और चार्ली मुंगर जैसे इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट का भी मानना हे की म्यूच्यूअल फंड तथा कोई भी एक्टिव फंड से इंडेक्स फंड में इन्वेस्ट करना यह सही निर्णय होगा।
  • भारतीय शेयर बाजार में निफ़्टी ५० , सेंसेक्स ३० , निफ़्टी नेक्स्ट ५० ,निफ़्टी १०० जैसे सफल इंडेक्स फंड देखने को मिलते है।
  • अगर सामान्य इन्वेस्टर इन इंडेक्स फंड में इन्वेस्ट करना चाहे तो वह नहीं कर सकते क्युकी इसके लिए काफी ज्यादा पैसा चाहिए, इसलिए इंडेक्स फंड आपको कम पैसे से इंडेक्स फंड इन्वेस्टमेंट के लिए अच्छा पर्याय है।
  • म्यूच्यूअल फंड को एक्टिव फंड कहा जाता है जिसमे फंड मैनेजर की भूमिका महत्वपूर्ण होती है वही इंडेक्स फंड में आप बगैर किसी फंड मैनेजर के इन्वेस्ट करते हे और इंडेक्स के ग्रोथ पर इंडेक्स फंड रिटर्न देता है।
  • इंडेक्स फंड में आपको शेयर बाजार की सबसे बेहतर कम्पनिया इन्वेस्ट करने के लिए मिलती हे और रिस्क सभी शेयर में बट जाती हे जिससे मार्किट गिरने पर भी यह ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाते।
  • इंडेक्स फंड में भारतीय शेयर बाजार में कई सारे इंडेक्स पर आपको अलग अलग कंपनियों के इंडेक्स फंड देखने को मिलते हे जिसके लिए आपको ०. ५0 से कम खर्च में लंबी अवधि में यह फंड उपलब्ध होते है।
  • SIP के माध्यम से हम छोटी छोटी किश्तों में इंडेक्स फंड में पैसे भर सकते हे जिससे शेयर बाजार के उतर चढाव का बेनिफिट आपको मिलता है और अपने नुकसान को औसतन इन्वेस्टमेंट से कम कर सकते है।
  • म्यूच्यूअल फंड में केवल २० % म्यूच्यूअल फंड लंबी अवधी के लिए अच्छा रिटर्न देने में सफल होते है, वही इंडेक्स फंड में यह संभावना काफी ज्यादा होती है।
  • अगर आप पूर्ण कालीन इन्वेस्टर नहीं हे तो आपको इन्वेस्टमेंट बकेट बनाकर धीरे धीरे रिस्क इन्वेस्टमेंट की तरफ बढ़ाना चाहिए जिसके लिए इंडेक्स फंड की इन्वेस्टमेंट यह शुरुवात के लिए बेहतरीन पर्याय होता है।
  • इंडेक्स फंड के माध्यम से हम दुनिया के किसी भी शेयर बाजार में इन्वेस्ट कर सकते हे और अच्छे रिटर्न हासिल कर सकते है।

निष्कर्ष / Conclusion –

भारतीय शेयर बाजार में अमेरिका की तुलना में बहुत कम लोग इन्वेस्ट करते है, इसलिए भविष्य में भारतीय शेयर बाजार के ग्रोथ में अभी काफी जगह है। इसलिए हमें भारतीय शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने के लिए खुद को जानकारी से पूर्ण करना चाहिए जिसके लिए सबसे पहले शेयर बाजार में हमें कैसे इन्वेस्ट करना चाहिए यह हमने देखा। बहुत सारे लोग अपने पैसे को इन्वेस्ट करना चाहते हे मगर हम देखते हे की एसेट मैनेजमेंट कम्पनिया , ब्रॉकर आपको ट्रेडिंग के लिए प्रोस्ताहित करते हुए मिलते है। मीडिया के माध्यम से भी हम ज्यादा प्रॉफिट के लालच में ट्रेडिंग करना चाहते है।

इसलिए शेयर बाजार में शुरुवात स्टॉक ट्रेडिंग से करना मतलब एक आर्थिक आत्महत्या की तरह होता है। इसलिए इंडेक्स फंड के बारे में हमने जानकारी देने की कोशिश इस आर्टिकल के माध्यम से की है। भारत में लगबघ ४० से ज्यादा म्यूच्यूअल फंड कम्पनिया हे तथा २५०० से ज्यादा प्रकार देखने को मिलता हे जिसके लिए कौनसा म्यूच्यूअल फंड ले अथवा इंडेक्स फंड में कैसे इन्वेस्ट करे यह बहुत लोग आपको बताते है। इंडेक्स फंड से ऐसे कंपनियों को ज्यादा कमीशन नहीं मिलता इसलिए यह कम्पनिया अपने ऐसे प्रोडक्ट आपके सामने रखती हे जो कंपनी के फायदे की होती है।

इसलिए किसी भी फंड में इन्वेस्ट करने से पहले हमें खुद थोड़ा रिसर्च करना चाहिए जिससे आपकी इन्वेस्टमेंट को कोई भ्रमित नहीं कर सकता। ऐसा नहीं हे की म्यूच्यूअल फंड अच्छे रिटर्न नहीं देते मगर वह एक्टिव फण्ड होने से इन्वेस्टर के ज्यादा पैसे खर्च होते है। इसलिए इंडेक्स फंड में हमारे पोर्टफोलियो के तहत कुछ इन्वेस्टमेंट रहनी चाहिए और धीरे धीरे शेयर बाजार का अनुभव होने के बाद रिस्क बढ़ाना चाहिए। वैसे तो सभी एसेट मैनेजमेंट कम्पनिया आपको सूचना देती हे की आपकी इन्वेस्टमेंट यह आपके रिस्क पर हे परन्तु वह अस्पष्ट होती है।

म्यूचुअल फंड क्या है ?

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